सुखद: मप्र में राष्ट्रीय औसत से कम हुआ पॉजिटिविटी रेट

कोरोना महामारी

भोपाल/राजीव चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। कोरोना महामारी को लेकर मचे हाहाकार के बीच अच्छी खबर यह है कि अब प्रदेश में हालात सुधरने लगे हैं। यही वजह है कि अब मप्र पॉजिटिविटी रेट के मामले में राष्ट्रीय औसत से कम हो गया है। प्रदेश में बीते रोज पॉजिटिविटी दर 20.7 प्रतिशत रही है, जबकि राष्ट्रीय औसत 21.6 प्रतिशत रही है। इससे अब प्रदेश में मरीजोंं की दर में कमी आने की पूरी संभावना बनने लगी है। उधर दूसरी अच्छी बात यह है कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों के डिस्चार्ज होने वालों की संख्या में करीब 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। यही नहीं प्रदेश में अब रिकवरी दर 84.7 फीसदी हो गई है और इसी तरह से मृत्यु दर भी एक फीसदी पर आ गई है। इसके साथ ही सरकार का अब पूरा जोर गरीबों के उपचार की व्यवस्था पर है। यही वजह है कि नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था के लिए चिकित्सालय चिन्हित किए गए है। इसके साथ ही सरकार अब सी.टी. स्कैन की तय दरों को कम करने के तरीकों पर भी विचार कर रही है। जिससे कि इस जांच के लिए दी जाने वाली राशि को गरीब भी वहन कर सकें।  
कोरोना मरीजोंं को शासन की तय दरों पर मिले इलाज
सरकार की मंशा है कि गरीब व्यक्तियों के उपचार के लिए आयुष्मान कार्ड के साथ ही अन्य नि:शुल्क उपचार की न केवल वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी की जाएं , बल्कि कोविड रोगियों का निजी चिकित्सालयों में उपचार शासन द्वारा निर्धारित शुल्क पर हो। यही वजह है कि अब ऐसा न करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
अगले हफ्ते तैयार हो जाएगा अस्पताल: बीना रिफायनरी में बनने वाले अस्पताल का काम मई माह के मध्य तक पूरा कर लिया जाएगा। यहां पर 200 आॅक्सीजन बिस्तर का अस्पताल शुरू किया जा रहा है। इसी तरह से इंदौर में ई.एस.आई. के चिकित्सालय में शीघ्र ही कोविड केयर सेंटर शुरू हो जाएगा।
प्रभारी मंत्री देखेंगे कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाएं
प्रदेश में प्रभारी मंत्रियों को पहले ही निर्देशित किया है कि ग्रामीण अंचल के क्वारेंटाइन सेंटर और कोविड केयर सेंटरों का निरीक्षण करें और वहां की व्यवस्थाओं को प्रभावी बनाने के साथ ही क्वारेंटाइन और कोविड केयर सेंटरों की व्यवस्थाओं के संबंध में जन-जागरण भी किया जाए, ताकि संक्रमित व्यक्ति को वहां पर रख कर संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके।  
ऑक्सीजन उपलब्धता की स्थिति में सुधार
बताया जाता है कि अब प्रदेश में ऑक्सीजन उपलब्धता की स्थिति बेहतर हुई है। 2 मई को ऑक्सीजन की 516 मीट्रिक टन आवश्यकता की तुलना में 683 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। प्रदेश को आवंटित ऑक्सीजन मात्रा की तुलना में 90 प्रतिशत से अधिक ऑक्सीजन की आपूर्ति लगातार हो रही है। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में आगामी 2 दिन की ऑक्सीजन आवश्यकता से अधिक का भंडारण हो गया है। प्रदेश में ऑक्सीजन भंडारण क्षमता पूर्णता की ओर तेजी से बढ़ रही है। विगत चार दिनों में 4 नये ऑक्सीजन टैंकर भी प्राप्त हुए है। आगामी 2-3 दिनों में सिंगापुर से आयतित दो टैंकर भी प्राप्त हो जाएंगे।  
डिस्चार्ज होने वालों की संख्या में वृद्धि
बताया गया कि प्रदेश में अस्पतालों में भर्ती मरीजों के ठीक होने की संख्या में पांच फीसद की वृद्धि हुई है। इसकी वजह से अब बीते कई दिनों से लगातार डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसकी वजह से अब प्रदेश में मृत्यु दर में भी गिरावट आना शुरू हो गई है।
चलेगा किल कोरोना अभियान
 अब प्रदेश में कोरोना से निपटने के लिए किल कोरोना अभियान के तहत ग्रामीण इलाकों में घर-घर दस्तक देकर संक्रमितों की पहचान का अभियान शुरू किया जा रहा है। इसमें सरकारी अमले के साथ ही स्थानीय लोगों की भी मदद ली जाएगी। यही नहीं यह टीम कोरोना गाइड लाइन का पालन कराने का भी काम करेगी। इसके साथ ही प्रदेश के बड़े गांवो में फीवर क्लीनिक की भी शुरूआत की जा रही है।
पुलिस बल का होगा स्वास्थ्य परीक्षण
प्रदेश से बाहर पांच राज्यों में चुनाव कराने गए पुलिस बल का भी अब लौटने पर स्वास्थ्य परीक्षण कराने का निर्णय लिया गया है , जिससे कि उन्हें समय पर उपचार दिया जा सके।

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