- तारीख पर तारीख…आश्वासन भरोसे हितग्राही
- विनोद उपाध्याय

हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना एक मकान हो। ऐसे गरीब लोगों की मंशा को पूरा करने के लिए सरकार ने पीएम आवास योजना शुरू की है। लेकिन विडंबना यह है की राजधानी भोपाल में ही हितग्राहियों को पिछले छह साल से मकान की जगह केवल तारीख पर तारीख मिल रही है। यह स्थिति तब है जब एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों को करोड़ों पीएम आवास बनाकर देने की बात कह रहे हैं। अपने मकान की चाह वाले जरूरतमंदों की आवश्यकताओं को देखते हुए भोपाल नगर निगम ने छह साल पहले तीन आवासीय प्रोजेक्ट बागमुगालिया, गंगानगर और 12 नंबर इलाके में शुरू किया था। लेकिन नगर निगम इन प्रोजेक्ट में लगभग 3973 आवास हितग्राहियों को आवंटित नहीं कर पा रहा है। दरअसल, यहां लगभग 70 फीसदी पीएम आवास आधे अधूरे पड़े हैं। बता दें कि इन आवासों को लेकर तीन माहे पहले बागमुलिया के हितग्राहियों ने निगम दफ्तर में हंगामा भी मचाया, तब नगर निगम ने जल्द ही आवंटन दिलाने का जो वादा किया था, लेकिन उसे आज तक पूरा नहीं किया। इस बात को लेकर हितग्राहियों में आक्रोश है। ननि कमिश्नर हरेंद्र नारायण का कहना है कि पीएम आवास के तीनों प्रोजेक्ट में जैसे-जैसे आवास पूर्ण होते जा रहे हैं, उसकी चाबी हितग्राहियों को सौंपते जाएंगे। इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दे चुके हैं।
ननि का चक्कर लगा रहे हितग्राही
राजधानी में प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र हितग्राही परेशान हैं। ये लोगआवास आवंटन को लेकर रोज नगर निगम के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन बदले में सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे हैं। 2021 से मकान लेने के लिए लोग नगर निगम के चक्कर काट काटकर थक चुके हैं। हालत ये है कि सरकार का कोई भी अधिकारी उन्हें पुख्ता जवाब देने को तैयार नहीं है। इस लेटलतीफी की वजह से खरीददार किराया भी भर रहे हैं और किश्त भी चुका रहे हैं। हितग्राही मोनू पंडित, धीरज निगम, पवन शाक्य जैसे सैकड़ों हितग्राही पीएम आवास के अधूरे प्रोजेक्ट से परेशान हैं। तीन माह पहले बागमुगलिया, गंगा नगर के लोग नगर निगम कमिश्नर का घेराव कर चुके हैं। इसमें आश्वासन तो मिले, पर अभी तक आवास नहीं मिला। निगम के अधिकारियों ने कहा कि आवास निर्माण अधूरा है। 7 साल बाद भी आवास कब तक पूरे होंगे, ये खुद निगम अधिकारी नहीं बता पा रहे। हालांकि अधिकारी ये भी दावा कर रहे कि प्रोजेक्ट समय पर पूरा नहीं हुआ, तो निगम ने 2024 के शुरू में ठेका कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर उसका टेंडर निरस्त कर दिया था, अब नई कंपनी को टेंडर दिया है।
लोग हो रहे परेशान
आवासीय प्रोजेक्ट पूरे न हो पाने के कारण लोग परेशान हो रहे हैं। हितग्राही मोनू पंडित, धीरज निगम, पवन शाक्य आदि ने बताया, पांच महीने पहले भी हितग्राहियों ने निगम दफ्तर में हंगामा किया था। इस दौरान नगर निगम की ओर से हितग्राहियों को मकान देने के लिए एक शेड्यूल जारी किया था। उस शेड्यूल के हिसाब से जुलाई में एक ब्लॉक एमआईजी- 1 देने के लिए नगर निगम ने बोला था, लेकिन यह अब तक नहीं मिला है। इसके बाद दिवाली पर घर देने का फिर वादा किया, वो भी पूरा नहीं किया। व्यवसायी बागमुगलिया नितेश देवहरे ने कहा कि मैंने जमापूंजी एकत्र कर प्रधानमंत्री आवास योजना में बागमुगालिया में आर्थिक रूप से कमजोर यानी ईडब्लूएस के तहत 2021 में घर बुक किया था। आज तक घर नहीं मिला। मैं निगम के ऑफिस का चक्कर काटकर थक गया हूं। अपने खुद के मकान की आस में हर माह 6000 रुपए के किराए के मकान में रह रहा हूं। अगर आवास मिल जाता, तो मेरे किराए के पैसे बच जाते। गृहिणी बागमुगलिया रीता भारती का कहना है कि मैंने 2019 में भोपाल के बाग मुगालिया में पीएम आवास शहरी योजना में एक एमआईजी फ्लैट की बुकिंग कराई थी। निगम अफसरों ने भरोसा दिया था कि साल 2022 में मकान की चाबी दे देंगे, पर अब 5 साल बीतने को आए हैं। अब तक मकान नहीं मिला। उल्टे बैंक की ईएमआई, मकान का किराया चालू है। मेरे पति की सेलरी 15000 रुपए है। इनमें से 7000 रुपए किराया दे रही हूं। गंगा नगर के हितग्राही राजेंद्र भारती का कहना है कि 2020 में मैंने गंगानगर प्रोजेक्ट में 29 लाख रुपए जमा करके फ्लैट बुक कराया था। निगम ने पहले आओ, पहले पाओ का वादा भी किया था, लेकिन आज तक मकान नहीं मिला है। उम्मीद भी नहीं है कि जल्दी मकान मिलेगा। दूसरी ओर, परिवार किराये के मकान में रह रहा है। इससे हमारे ऊपर दोहरी मार पड़ रही है। किराया और बैंक की किश्त दोनों भर रहे हैं।
2017 और 2018 में शुरू हुए प्रोजेक्ट
जानकारी के अनुसार नगर निगम ने 12 नंबर बस स्टॉप पर पीएम आवास योजना के अंतर्गत 2017 में प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी। दो साल में प्रोजेक्ट पूरा होना था। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत 216 एमआईजी, 576 एलआईजी और 1008 ईडब्ल्यूएस श्रेणी में फ्लैट बनाए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 247 करोड़ है। नगर निगम के गंगानगर और बागमुगालिया समेत कई जगहों में 2018 से प्रोजेक्ट चल रहा है। सालों पहले लोगों ने इस उम्मीद में फ्लैट्स या सिंग्लेक्स मकान बुक कराए थे कि उन्हें जल्दी पजेशन मिल जाएगा, लेकिन कई जगहों पर प्रोजेक्ट को सालों बीत चुके हैं। बावजूद लोगों का अपने घर का सपना पूरा नहीं हो रहा है। इस प्रोजेक्ट को बुक किए हितग्राहियों को लंबा समय हो गया है, हर बार अधिकारी इनका पजेशन देने का आश्वासन देते है, एक बार फिर अधिकारियों ने कहा है कि एमआईजी 1,2,3 ब्लॉक दिसंबर 2024 को हैंडोवर किए जाएंगे। इसी प्रकार एलआईजी(1) ब्लॉक मार्च 2025 को हितग्राहियों को हैंडोवर किया जाएगा। एलआईजी(6) ब्लॉक अप्रैल 2025 को हैंडोवर किया जाएगा। एलआईजी(7) ब्लॉक मार्च 2025 को हैंडोवर किया जाएगा। ईडब्ल्यूएस(1) ब्लॉक अप्रैल 2025 को हैंडोवर किया जाएगा। ईडब्ल्यूएस(2) ब्लॉक मई 2025 को हैंडोवर किया जाएगा। इसी प्रकार अन्य ब्लॉकों का भी काम प्राथमिकता से किया जा रहा है।