नई टीम के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारी में उतरेंगे पटवारी

जीतू पटवारी
  • अगले महीने मप्र कांग्रेस की नई कार्यकारिणी का होगा ऐलान

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब कांग्रेस का फोकस लोकसभा चुनाव पर है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पदभार ग्रहण कार्यक्रम में शक्ति प्रदर्शन कर इस बात का संकेत दे दिया है की हार को भुलाकर कांग्रेस नए जोश के साथ लोकसभा चुनाव में उतरेगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए नई टीम के साथ मैदान में उतरेंगे। क्षेत्रीय और जातीय समीकरण के आधार पर युवाओं को आगे किया जाएगा। यह ठीक उसी प्रकार से होगा जिस तरह से कमल नाथ के स्थान पर जीतू पटवारी को अध्यक्ष और उमंग सिंघार को विधायक दल का नेता बनाकर संदेश दिया है। वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करके पटवारी टीम को अंतिम रूप देंगे। माना जा रहा है कि जनवरी में पटवारी अपनी नई कार्यकारिणी का ऐलान कर देंगे। लोकसभा चुनाव मार्च में घोषित हो जाएंगे। इस हिसाब से देखा जाए तो पटवारी के सामने पहले चुनौती कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव के लिए तैयार करने की होगी। उन्हें निराशा के भाव से निकालकर भाजपा से मुकाबले के लिए प्रेरित करना होगा। प्रत्याशी चयन के साथ-साथ चुनिंदा लोकसभा सीटों पर अभी से काम करना होगा। विधानसभा चुनाव में पार्टी जरूर हार गई पर छिंदवाड़ा सहित दस लोकसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम के हिसाब से भाजपा को पराजय मिली है। इनमें मुरैना, भिंड, ग्वालियर, टीकमगढ़, मंडला, बालाघाट, रतलाम, धार और खरगोन सीट शामिल हैं। विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मप्र कांग्रेस ने इसी साल जनवरी में जंबो कार्यकारिणी का ऐलान किया था। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में 50 उपाध्यक्ष, 150 महासचिव और 64 नए जिला अध्यक्ष बनाए गए थे। साल भर के अंदर ही कांग्रेस की कार्यकारिणी भंग हो गई। इसके अलावा विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने बड़ी संख्या में संगठन में पदाधिकारियों की नियुक्तियां की थीं।
चुनौतियों को अवसर में बदलने का है मौका: पटवारी
नवनियुक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सभी वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। सभी कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। पटवारी ने कहा कि कांग्रेसजनों के लिए यह समय चुनौतियों को अवसर में बदलने का है। हम पूरी प्रतिबद्धता से प्रदेश की जनभावनाओं के अनुरूप एक सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और भाजपा सरकार के जनविरोधी निर्णयों पर सदन से सडक़ तक संघर्ष को आकार देंगे। उन्होने कहा कि भाजपा ने सरकार तो बना ली है, लेकिन जनता से जो वादे किए हैं, उन वादों को पूरा कराने के लिए हमें सदन से सडक़ तक लड़ाई लडऩा है। इस अवसर पर कई कार्यकर्ता संगठन में स्थान देने के लिए जीतू पटवारी से गुहार लगाते और बायोडाटा देते नजर आए।
क्षेत्रीय संतुलन साधने पर जोर
गौरतलब है पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के साथ ही कांग्रेस की कार्यकारिणी स्वत: भंग हो गई है। तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विधानसभा चुनाव से पहले विभिन्न वर्ग के लोगों को पार्टी से जोडऩेे के लिए 50 से ज्यादा प्रकोष्ठ, मोर्चा का गठन किया था। इनके जरिए सैनिकों, बेरोजगारों, कर्मचारियों, विभिन्न समाजों आदि को कांग्रेस के पक्ष में एकजुट करने का प्रयास किया गया था। प्रदेश से लेकर जिला स्तर पर इन मोर्चा, प्रकोष्ठों में नियुक्तियां की गई थी। हालांकि पार्टी को चुनाव में इन मोर्चा, प्रकोष्ठ के गठन का फायदा नहीं मिला। नए पीसीसी चीफ के नाम के ऐलान के साथ ही ये सभी मोर्चा, प्रकोष्ठ भंग हो गए हैं। इसके साथ ही नई कार्यकारिणी के गठन की सुगबुगाहट भी शुरू हो गई है। जनवरी में कांग्रेस की नई कार्यकारिणी का ऐलान कर दिया जाएगा। कांग्रेस की नई कार्यकारिणी जल्द घोषित किए जाने की प्रमुख वजह लोकसभा चुनाव नजदीक होना बताया जा रहा है। पटवारी नई ऊर्जा और नई टीम के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटेंगे। सूत्रों का कहना है कि नई कार्यकारिणी में पटवारी के विश्वासपात्र और युवा चेहरे ज्यादा दिखाई देंगे। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नई कार्यकारिणी में जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन का ध्यान रखा जाएगा। सूत्रों का कहना है कि क्षेत्रीय और राजनीतिक संतुलन बनाने के लिए चार कार्यकारी अध्यक्ष भी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त किए जा सकते हैं। यह प्रयोग कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष बनते समय भी किया था। उस समय जीतू पटवारी कार्यकारी अध्यक्ष थे। पटवारी और उमंग सिंघार मालवांचल से आते हैं। जबकि, विधायक दल के उप नेता बनाए गए हेमंत कटारे ग्वालियर अंचल से आते हैं। विंध्य, महाकौशल, बुंदेलखंड और मध्य भारत से कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर संतुलन साधा जा सकता है।
संगठन से लेकर मीडिया टीम में होगा परिवर्तन
सूत्रों का कहना है कि पटवारी के कार्यभार ग्रहण करने के बाद संगठन से लेकर मीडिया टीम में परिवर्तन होगा। हर प्रदेश अध्यक्ष अपने हिसाब से संगठन महामंत्री और मीडिया विभाग का अध्यक्ष नियुक्त करता है। हालांकि, पटवारी ने अभी सभी से अपना दायित्व निभाते रहने के लिए कहा है पर कुुछ पदाधिकारियों ने पटवारी से कहा है कि वे उन्हें कार्यमुक्त कर अपने हिसाब से टीम बनाएं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में काम संभाल रहे अधिकतर वरिष्ठ पदाधिकारियों को भी बदला जाएगा। उनके स्थान पर पीसीसी दफ्तर में जल्द ही पटवारी के करीबी नए चेहरे नजर आएंगे। पटवारी गंभीर और अनुशासित नेताओं को पीसीसी दफ्तर की जिम्मेदारी सौंपेगे। एक तरफ जहां कई पुराने पदाधिकारियों ने नई कार्यकारिणी में जगह पाने के लिए जोड़-तोड़ शुरू कर दी है, वहीं कई पदाधिकारियों ने पीसीसी कार्यालय से सामान समेटने की तैयारी कर ली है। कमलनाथ के पीसीसी चीफ रहते हाशिए पर पड़े कुछ पुराने पदाधिकारी बुधवार को पीसीसी दफ्तर में सक्रिय नजर आए। साथ ही कमलनाथ के करीबी कई पदाधिकारियों ने फिलहाल पार्टी कार्यालय से दूरी बना ली है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का कहना है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी उचित समय पर नई कार्यकारिणी की घोषणा करेगी।

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