पटवारी ने साधे… सारे समीकरण

  • 117 सदस्यीय कार्यकारिणी में गुटीय, जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों का संतुलन
  • विनोद उपाध्याय
जीतू पटवारी

जीतू पटवारी ने मप्र कांग्रेस अध्यक्ष बनने के करीब 10 महीने बाद राज्य कार्यकारिणी का ऐलान कर ही दिया है। 177 सदस्यीय जंबो कार्यकारिणी घोषित की गई है। इस टीम में करीब 21 महिलाओं को जगह दी गई है। कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव और विवेक तन्खा जैसे नेताओं को कार्यकारी सदस्य बनाया गया है। टीम में 17 उपाध्यक्ष, 71 महासचिव, 16 कार्यकारिणी सदस्य, 33 स्थाई आमंत्रित सदस्य और 40 विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे पूर्व सांसद नकुलनाथ को जगह नहीं मिली है। जबकि, पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह को जगह दी गई है। इसमें विधानसभा चुनाव हारे कुणाल चौधरी और नीलांशु चतुर्वेदी को भी शामिल किया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने 17 उपाध्यक्ष, 71 महासचिव, 33 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 40 विशेष आमंत्रित सदस्य भी बनाए हैं। उनकी टीम में सभी गुटों को साधने की कोशिश की गई है।कांग्रेस की राज्य कार्यकारिणी में 50 प्रतिशत से ज्यादा सदस्य युवा चेहरे हैं। करीब 15 प्रतिशत पद महिलाओं से भरे गए हैं। प्रदेश कांग्रेस के इतिहास में पहली बार है जब महिलाओं को कार्यकारिणी में सभी पदों पर पर्याप्त जगह दी गई है। जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को भी साधने की कोशिश की गई है। भाजपा और अन्य दलों से आए लोगों को भी सम्मानजनक स्थान मिला है।  जीतू पटवारी ने कार्यकारिणी में सभी वरिष्ठ नेताओं के समर्थकों के साथ अंचल और जातिगत समीकरणों को साधने का प्रयास किया गया है। अल्पसंख्यक, ओबीसी, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों को भी पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया गया है। तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के समय प्रदेश कार्यकारिणी में 800 से अधिक सदस्य हो गए थे, पर जीतू ने अपनी छोटी टीम रखी है। पीढ़ी परिवर्तन की बात को आगे बढ़ाते हुए युवाओं को अवसर दिया है तो महिला कांग्रेस पदाधिकारियों को भी मुख्य संगठन में स्थान दिया है। कुल मिलाकर पटवारी अपनी टीम बनाने में संतुलन के फार्मूले के साथ सबका साथ और विश्वास को लेकर आगे बढ़े हैं। जिन्हें पदाधिकारी नहीं बनाया गया, उन्हें विशेष आमंत्रितों में शामिल करके साधने की कोशिश की गई है। कार्यकारिणी में दिग्विजय सिंह और उनके बेटे जयवर्धन सिंह, कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया, अरुण यादव व उनके भाई सचिन यादव को तो जगह मिली, लेकिन कमल नाथ के बेटे नकुलनाथ टीम में जगह नहीं मिली है।
सभी का रखा ख्याल
कांग्रेस के कार्यकारणी में जहां महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है,तो क्षेत्र का भी ध्यान रखा गया है कि किसी भी क्षेत्र से प्रतिनिधित्व अछूता न रहे दलित, आदिवासी, पिछड़े तथा अल्पसंख्यक इन सभी तबकों को कार्यकारिनी में समाहित किया है। युवा तथा वरिष्ठों के बीच संतुलन भी बनाया गया है। ज्यादातर 50 से नीचे की उम्र के कार्यकर्ताओं को नेता के रूप में स्थान मिला है तो वहीं वरिष्ठों के अनुभव के लाभ के लिए वरिष्ठजनो को भी सम्मानजनक प्रतिनिधित्व मिला है।
सभी अंचलों को साधा, पर मालवांचल भारी
पटवारी की टीम में सभी अंचलों से पदाधिकारी बनाए गए हैं, पर मालवांचल भारी है। यहां के 35 से अधिक लोगों को जगह मिली है। मालवांचल से रवि जोशी, सज्जन सिंह वर्मा, बाला बच्चन, सचिन यादव, महेश परमार, माया त्रिवेदी, प्रमोद टंडन, गोर्की बैरागी, विनय बाकलीवाल, झूमा सोलंकी, हर्ष विजय गहलोत, महेंद्र जोशी, सुरेंद्र सिंह बघेल, अभय तिवारी, सत्यनारायण पटेल, शोभा ओझा, विजय लक्ष्मी साधौ, अश्विन जोशी, अभय दुबे, चेतन यादव, सुभाष सोजतिया, मृणाल पंत, मीनाक्षी नटराजन, प्रताप ग्रेवाल, हिरालाल अलावा, सुरेंद्र सिंह शेरा, कुणाल चौधरी, यूसुफ कड़प्पा सहित अन्य को शामिल किया है। ग्वालियर-चंबल अंचल से डा. गोविंद सिंह, केपी सिंह, लाखन सिंह यादव, बाबू जंडेल, बैजनाथ कुशवाहा, दिनेश गुर्जर, घनश्याम सिंह, पंकज उपाध्याय, सुनील शर्मा, प्रवीण पाठक, राधे बघेल, चौधरी राकेश सिंह, हेमंत कटारे, सुरेश राजे और फूल सिंह बरैया को स्थान मिला है। जबकि, मध्य भारत से दिग्विजय सिंह, आरिफ मसूद, आतिफ अकील, प्रताप भानु शर्मा, रामेश्वर नीखरा, राजकुमार पटेल, पीसी शर्मा, संजीव सक्सेना, अमित शर्मा, भूपेंद्र गुप्ता, जेपी धनोपिया, मानक अग्रवाल, महेंद्र सिंह चौहान सहित अन्य हैं। इसी तरह महाकोशल से कमल नाथ, विवेक तन्खा, लखन घनघोरिया, अनुभा मुंजारे, विश्वेश्वर भगत, तरुण भनोत, ओमकार सिंह मरकाम, रजनीश सिंह, एनपी प्रजापति, सुनील जायसवाल, सोहनलाल वाल्मिक को रखा है। विंध्य क्षेत्र से अजय सिंह, कमलेश्वर पटेल, अभय मिश्रा, राजेंद्र मिश्रा, अंजू बघेल, सुखेंद्र सिंह बना को लिया है। बुंदेलखंड से विक्रम सिंह नातीराज, यादवेंद्र सिंह, हर्ष यादव, राजा पटेरिया, अजय टंडन, गुड्डू राजा बुंदेला, किरण अहिरवार सहित अन्य शामिल हैं।
सभी  वर्गों का रखा गया विशेष ख्याल
जीतू पटवारी की टीम में सभी वर्गों का विशेष ख्याल रखा गया है। 16 कार्यकारी सदस्यों में सीनियर नेताओं को जगह दी गई है। पूर्व सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन, पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल, पूर्व मंत्री ओमकार मरकाम, पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल, पूर्व विधायक निलांशु चतुर्वेदी, पूर्व विधायक कुणाल चौधरी, मनोज चौहान और भूपेन्द्र मरावी शामिल है। जयवर्धन समेत 17 लोगों को उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसमें आरिफ मसूद, हामिद काजी, हिना कावरे, जयवर्धन सिंह, झूमा सोलंकी, लाखन घनघोरिया, लाखन सिंह यादव, महेंद्र जोशी, महेश परमार, फूल सिंह बरैया, प्रियव्रत सिंह, राजीव सिंह, रवि जोशी, सचिन यादव, सिद्धार्थ कुशवाह, सुखदेव पांसे और सुरेंद्र हनी बघेल शामिल हैं।
समीकरणों का संतुलन
पटवारी की टीम में सभी गुटों को साधा गया है। 50 प्रतिशत से अधिक पद युवा चेहरों को दिया गया है। वहीं, 15 प्रतिशत के लगभग पद महिलाओं को दिए गए हैं। पहली बार है जब महिलाओं को कार्यकारिणी में सभी पदों पर पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया गया है। जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को भी साधा है। साथ ही भाजपा और दूसरे दलों से आए नेताओं को भी पर्याप्त स्थान मिला है। खास बात यह है कि इस टीम में दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को उपाध्यक्ष और कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रात भूरिया को महासचिव बनाया गया है। लेकिन इसमें कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ इस टीम में शामिल नहीं हैं। पटवारी ने पिछड़ा वर्ग विभाग के अध्यक्ष सिद्धार्थ कुशवाह और आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम को भी अपनी टीम में महासचिव बनाकर शामिल किया है। युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. विक्रांत भूरिया और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े भी महासचिव बनाए गए हैं। अब तक संगठन का काम देख रहे राजीव सिंह फिर प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय दुबे अब प्रदेश कांग्रेस के महासचिव होंगे। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हारने वाले नेताओं को भी प्रदेश कांग्रेस की टीम में स्थान मिला है।

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