- ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट- 2025

विनोद उपाध्याय
राजधानी में चल रही दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 के पहले दिन प्रदेश को 22 लाख 50 हजार 657 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इससे 13 लाख 43 हजार 468 नए रोजगार के दरवाजे खुलना तय माना जा रहा है। समिट के पहले दिन विभिन्न उद्योगों और कंपनियों ने इंटेशन-टू-इन्वेस्ट एमओयू और अन्य निवेश प्रस्तावों पर हस्ताक्षर किए हैं। इसे मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था के अब तक के सबसे बड़े बूस्टर डोज के रूप में बताया जा रहा है। यह अब तक हुई सात इंवेस्टर्स समिट में मिले सबसे ज्यादा निवेश प्रस्ताव है। पहले दिन हुए प्रमुख विभागों के निवेश प्रस्ताव और एमओयू प्रदेश को आर्थिक और औद्योगिक विकास को गति देंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसे प्रदेश को निवेश और औद्योगिक विकास का हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया है।
अधोसंरचना विकास पर फोकस
इस दौरान डॉ. मोहन यादव एवं लोकनिर्माण मंत्री राकेश सिंह की उपस्थिति मैं राज्य सरकार और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बीच 1 लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इससे लगभग 4010 किलोमीटर लंबी सडक़ परियोजनाओं का निर्माण एवं विकास किया जाएगा। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव नीरज मंडलोई, एमपीआरडीसी के प्रबंध संचालक भरत यादव और एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी एसके सिंह भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एनएचएआई की निर्माण परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। वहीं, लोक निर्माण मंत्री सिंह ने इस एमओयू को मध्यप्रदेश के रोड इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। एमओयू पर एनएचएआई की ओर से क्षेत्रीय अधिकारी एस.के. सिंह और एमपीआरडीसी की ओर से प्रबंध संचालक भरत यादव ने हस्ताक्षर किए। एमओयू से सडक़ बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के साथ रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। इस समझौते में इंदौर-भोपाल ग्रीनफील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर, भोपाल-जबलपुर ग्रीनफील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर, प्रयागराज-जबलपुर-नागपुर कॉरिडोर, लखनादौन-रायपुर एक्सप्रेस-वे, आगरा-ग्वालियर राष्ट्रीय राजमार्ग, उज्जैन-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग, इंदौर रिंग रोड (पश्चिमी और पूर्वी बायपास), जबलपुर-दमोह राष्ट्रीय राजमार्ग, सतना-चित्रकूट राष्ट्रीय राजमार्ग, रीवा-सिद्धी राष्ट्रीय राजमार्ग और ग्वालियर शहर के पश्चिमी छोर पर 4-लेन बायपास सहित कई महत्वपूर्ण सडक़ परियोजनाओं का विकास किया जाएगा।
मुुख्यमंत्री की स्टार्ट-अप से जुड़े युवाओं से भेंट
डॉ. मोहन यादव ने दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में लगाए गए ऑटो एक्स-पो का अवलोकन किया। उन्होंने इस अवसर पर स्टार्ट-अप से जुड़े अनेक युवाओं से भी भेंट की। प्रदेश में उद्योग और व्यवसाय के क्षेत्र को दिए गए प्रोत्साहन के फल स्वरुप विभिन्न वाहन निर्माण संस्थान के प्रतिनिधि समिट में शामिल हुए। प्रदर्शनी में जबलपुर व्हीकल फैक्ट्री के साथ ही ईवी के अनेक मॉडल प्रदर्शित किए गए। विभिन्न नवाचारों का उपयोग करते हुए विकसित किए गए दो पहिया और चार पहिया वाहनों के अनेक मॉडल एक्सपो में प्रदर्शित किए गए थे, जिनका मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अवलोकन किया और उनके संबंध में तकनीकी जानकारी भी प्राप्त की। एक महिला उद्यमी के आग्रह पर उन्होंने सिटी राइड के स्टॉल का भी अवलोकन किया। समिट में पहुंचे अनेक युवा प्रतिभागियों ने मुख्यमंत्री के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए समिट के आयोजन को सार्थक कदम बताया। युवाओं ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ सेल्फी भी ली।
भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय सहयोग
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ऑटो एक्सपो के अवलोकन के पश्चात शाम को दूसरे चरण में निवेशकों से वन टू वन भेंट की। इस क्रम में सबसे पहले एमपिन एनर्जी लिमिटेड के पिनाकी भट्टाचार्य ने भेंट की। इसके बाद उनके द्वारा यागी कोजी काउंसलेट जनरल ऑफ जापान ने भेंट की। इस अवसर पर भारत और जापान के बीच परस्पर सहयोग पर चर्चा हुई। इस दौरान व्यवसाय के क्षेत्र में और जापान की तकनीक के उपयोग का लाभ लेने के संबंध में मुख्यमंत्री ने कोजी से विचार-विमर्श किया । मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत और जापान में मध्य, व्यापार और उद्योग क्षेत्र में दो पक्षीय सहयोग में मध्यप्रदेश महत्वपूर्ण योगदान देगा। मुख्यमंत्री से थोलोन के सीईओ अविनाश वशिष्ठ ने भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव से टेलिपरफॉर्मेंस हैदराबाद के एम डी अफजल खान और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर आशीष जौहरी ने भेंट कर निवेश से संबंधित प्रस्ताव पेश किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव से डी सी टी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर अनीश नाथानी के अलावा फिल्म मेकर भारत भूषण ने भी अपने साथियों के साथ मुलाकात की।