- फूड एंड सिविल सप्लाई विभाग ने निजी बैंक में खुलवाए राशन दुकानों के खाते …
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। राशन दुकान संचालकों द्वारा फूड एंड सिविल सप्लाई विभाग को भेजी जाने वाली राशि अब एक क्लिक पर पहुंच जाएगी। इसके लिए प्रदेश भर की 25,808 हजार राशन दुकानों के वर्चुअल खाते एक निजी बैंक में खोले गये हैं। इन खातों के खुलने से विभाग को सीधे लाभ होगा। अभी तक जो पैसा अटक जाता था या देरी से मिलता था, अब वो एक क्लिक पर पहुंचेगा। इस पर इसी माह से अमल होना शुरू हो गया है।
हालांकि फिलहाल वर्चुअल खाते खुलने से प्रदेश भर के सेल्समेन का कमीशन अटक गया है। कमीशन नहीं मिलने से सेल्समेन मई के लिए जारी आवंटन राशन की राशि जमा नहीं कर पा रहे हैं। इधर, विभागीय अफसरों का कहना है कि वर्चुअल खातों के सॉफ्टवेयर में अपडेशन किया जा रहा है। आगामी माह से ऑनलाइन कमीशन ट्रांसफर किया जाएगा।
अब पूरी राशि जमा करनी होगी
दरअसल, पहले सेल्समैन के खाते को- ऑपरेटिव बैंक में खोले गये थे। जहां से वो प्रत्येक माह के लिये जारी आवंटन की राशि डीडी के माध्यम से जमा करते थे। खास बात यह है कि सेल्समेन अपना कमीशन काटने के बाद शेष राशि ही जमा करता था। इससे नये आवंटन के लिए राशि जमा करने में उसे दिक्कत नहीं होती थी। लेकिन एक अप्रैल से विभाग ने नई व्यवस्था लागू कर दी है। इसके तहत दुकानदारों का एक निजी बैंक में वर्चुअल खाता खुलवाया गया है। इसमें जारी आवंटन की पूरी राशि एकमुश्त जमा करनी होगी। वो भी बिना कमीशन काटे। कमीशन का भुगतान दस दिनों में किया जाना है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अप्रैल के कमीशन का भुगतान का इंतजार कर रहे राशन दुकानदारों को मई माह का आवंटन जारी कर दिया गया है। अब इनके सामने पैसे जमा करने का संकट खड़ा हो गया।
21 दिनों बाद भी किसी को कमीशन नहीं मिला
मार्च माह में सभी राशन दुकानदारों को एक नंबर दिया गया और उसमें एक रुपए ट्रांसफर कराया गया। उन्हें बताया गया कि उनका वर्चुअल खाता खोला जा रहा है। विभागीय अफसरों का आदेश होने पर सेल्समेनों ने एक रुपए ट्रांसफर कर दिये और सभी के खाते निजी बैंक में खोल दिये गये। अप्रैल में नया निर्देश जारी किया गया कि अब सभी को आवंटित राशन की एक मुश्त राशि वर्चुअल खाते में करनी होगी। और कमीशन दस दिनों बाद उन्हें आॅनलाइन भुगतान किया जाएगा। इसके बाद दुकानदारों ने राशि जमा करा दी, लेकिन 21 दिनों बाद भी किसी को कमीशन नहीं मिल सका।
अब डीडी बनाने की परेशानी भी नहीं उठानी पड़ेगी
को- ऑपरेटिव बैंक में सालों से खातों का संचालन किया जा रहा है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अचानक क्यों वर्चुअल खाता खोलने की जरूरत पड़ी। इस मामले में खाद्य विभाग के अफसरों कहना है कि डिजिटल लेन-देन को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। साथ ही उसे अब डीडी बनाने की परेशानी भी नहीं उठानी पड़ेगी। वो ऑनलाइन राशि जमा कर सकेगा। इससे उसका समय भी बचेगा। फूड एंड सिविल सप्लाई के पीएस फैज अहमद किदवई प्रदेश भर में यह व्यवस्था की जा रही है। इससे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित राशन दुकानों की राशि समय पर जमा हो सकेगी और नगद राशि देकर खरीदी होगी। सेल्समैन को भी ऑनलाइन ही कमीशन ट्रांसफर किया जाएगा। इससे समय बचेगा और लेन- देन भी आसान होगा।