- पचास रुपए में मिलेगी 200 एमएल की बोतल
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। दीपावली के अवसर पर राजधानी भोपाल में सांची ने नारियल पानी की बोतल का बाजार में उतारा है। 50 रुपए की 200 एमल का यह नारियल पानी का बोतल में 100 प्रतिशत नारियल पानी होने का दावा किया जा रहा है, इसमें किसी प्रकार की कोई मिलावट नहीं रहेगी। ये सीधा तमिलनाडु के पोलाची से पैक होकर भोपाल आएगा, इसके बाद आसपास के जिलों में पहुंचेगा। इस नारियल का पानी 9 महीने तक स्टोर किया जा सकता है। खास बात यह है कि अभी बाजार में जो दूसरे नारियल पानी आ रहे हैं उनमें केवल 20 प्रतिशत नारियल बाकी 80 प्रतिशत सामान्य पानी की मात्रा रहती है, जबकि सांची के प्रोडक्ट में 100 प्रतिशत नारियल पानी दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पहले 4 से 6 उत्पाद तक सीमित रहने वाला दुग्ध संघ अब 25 तरह के अपने उत्पाद बाजार में उपलब्ध करवा रहा है। इससे सांची पार्लर संचालकों की आय में वृद्धि हुई है और स्थान-स्थान पर स्मार्ट सांची पार्लर लगाए जा रहे हैं। अकेले भोपाल में ही सांची दूध की 3 लाख लीटर से अधिक की खपत है। वहीं त्योहारी सीजन में सांची पेड़े की कई टन बिक्री होती है। इस दिवाली भी सांची का पेड़ा मार्केट में टनों से बिकेगा। दूध, दही, श्रीखंड, बृज पेड़ा, केशव पेड़ा, सांची नीर और सांची खीर सहित अन्य उत्पाद के बाद अब सांची दुग्ध संघ अपना नया उत्पाद शुद्ध, नैचुरल और पाश्चुरीकृत सांची नारियल पानी बाजार में ला रहा है।
वाजिब दाम में मिलेगा
सीईओ सीईओ आरपी तिवारी ने बताया कि सांची द्वारा नारियल पानी बाजार में लाने का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को वाजिब दामों पर पर्याप्त मात्रा में शुद्ध नारियल पानी उपलब्ध करवाना है। बता दें कि भोपाल में ही हर रोज नारियल के 500 से ज्यादा ठेले लगते हैं। 1 लाख से ज्यादा नारियल पानी रोज लोग पी जाते हैं। नारियल की कीमत 60 से 70 रुपए तक है। भोपाल दुग्ध संघ की आय निरंतर बढ़ रही है। इस वर्ष अभी तक लगभग 700 करोड़ का लाभ दुग्ध संघ को हुआ है। दुग्ध संघ निरंतर किसानों के लाभ के लिए कार्य तो कर ही रहा है, संघ के कर्मचारियों के कल्याण में भी पीछे नहीं है। अब किसानों के साथ ही कर्मचारियों का भी बीमा कराया जाएगा। मंत्री ने कहा कि सहकारिता का मूल सिद्धांत है पारदर्शिता और जुड़े हुए हर व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना। हमारी सरकार इसी सिद्धांत पर कार्य कर रही है। हमारा उद्देश्य है दुग्ध उत्पादक किसानों को अधिक से अधिक आमदनी हो और हम इसके लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं।