अब 23 इंजीनियरों को लापरवाही पड़ेगी भारी

इंजीनियरों
  • जल गंगा संवर्धन अभियान
  • थमाए गए नोटिस, ७ दिनों में मांगा जवाब

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। बीते माह दस दिनी जल गंगा संवर्धन अभियान में भी जल संसाधन विभाग के दो दर्जन इंजीनियरों ने कोई रुचि नहीं ली। यह हाल विभाग के अफसरों के तब रहे हैं, जब यह अभियान मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में शामिल था। हद तो यह हो गई कि इसके बाद भी अभियान की जानकारी भी विभाग को देना इन अफसरों ने मुनासिब नहीं समझा। अब उन्हें यह लापरवाही बेहद भारी पड़ने वाली है। इसका खुलासा भी तब हुआ है, जब पूरे अभियान की विभाग के एसीएस राजेश राजौरा ने समीक्षा की।
दरअसल मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश भर में 5 से 15 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया गया था। इसके तहत आसपस की नदियों , तालाबों और तमाम जल संरचनाओं का संरक्षण के लिए काम किए जाने थे। इसके तहत जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को भी साथ जोड़ना था और पौधारोपण कार्यक्रम चलाया जाना था। जल संसाधन विभाग ने इसके लिए समस्त मध्यम एवं लघु सिंचाई परियोजना में जल संग्रहण तथा संवर्धन रखरखाव एवं मरम्मत कार्य कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन करीब दो दर्जन कार्यपालन यंत्रियों ने मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले इस कार्यक्रम को महत्व ही नहीं दिया। इसमें भी हद तो यह हो गई की स्वयं मुख्यमंत्री के गृह जिले उज्जैन में पदस्थ कार्यपालन यंत्री भी इस कार्यक्रम को लेकर लापरवाह बने रहे। इंजीनियरों ने परियोजनाओं कराए जाने वाले वाले कार्यों की जानकारी भी 30 जून तक विभाग को नहीं दी। जल गंगा संवर्धन अभियान को लेकर अपर मुख्य सचिव जल संसाधन डॉ. राजेश राजौरा द्वारा की गई समीक्षा में दो दर्जन से अधिक कार्यपालन यंत्रियों द्वारा इस अभियान में सहयोग नहीं किए जाने पर नराजगी जताई गई। एसीएस की नाराजगी के बाद इन अफसरों को कार्य में लापरवाही बरतने के चलते प्रमुख अभियंता शिरीष मिश्रा ने मप्र सिविल सेवा आचरण नियम के तहत सभी 23 कार्यपालन यंत्रियों को शोकॉज नोटिस जारी करते हुए इनसे सात दिन के भीतर जवाब मांगा है।
इन्हें थमाए गए नोटिस
जिन अफसरों को नोटिस थमाए गए हैं, उनमें कार्यपालन यंत्री हरदा डीके सिंह, भोपाल नितिन कुहीकर, राधौगढ़ स्वीदीप वैन, कार्यपालन यंत्री तिलवारा व्हीके उइके, कार्यपालन यंत्री सिंगरौली संकट मोचन तिवारी, तवा नहीं संभाग शैलेंद्र पीपरे, कार्यपालन यंत्री बारना नहर संभाग बाड़ी अजय वर्मा, बंजर नदी संभाग बैहर जेके मर्सकोले, डिंडौरी सुरेंद्र कुमार शर्मा, गोहद सीमा त्रिपाठी, गंजबासौदा कार्यपालन यंत्री प्रियंका भंडारी, वैनगंगा कछार वायएस ठाकुर, नरसिंहगढ़ कार्यपालन यंत्री भूपेंद्र सिंह, कोलार नसरुल्लागंज ईई हर्षा जैनवाल, डबरा अग्निवेश सिंह, सीधी संभाग-1 के कार्यपालन यंत्री पीके त्रिपाठी, त्योंथर के अमरदीप त्रिपाठी, मुख्यमंत्री के क्षेत्र उज्जैन के कार्यपालन यंत्री मयंक सिंह, छिंदवाड़ा की कुमकुम कौरव, हिरन संभाग जबलपुर के राजकुमार मलावी, मुलताई तथा बैतूल के कार्यपालन यंत्री विपिन वामनकर सहित बड़वानी के ईई पारस परमार शामिल हैं।

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