भाजपा प्रवक्ताओं की नई टीम शीघ्र लेगी आकार

भाजपा प्रवक्ताओं
  • तीन सांसद, दो विधायक एक पूर्व मंत्री को हटा सकते हैं…

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। भारतीय जनता पार्टी चुनावी साल में अपनी मीडिया टीम को और ज्यादा मुखर करने की तैयारी में है। जिससे कुछ नए तेजतर्रार चेहरों को मौका मिल सकता है। साथ ही संगठन के दूसरे कार्यों में सक्रिय कुछ पदाधिकारी इस जिम्मेदारी से मुक्त भी हो सकते हैं। पार्टी ने पिछले महीने के आखिरी में आशीष अग्रवाल को प्रदेश प्रवक्ता से प्रदेश संवाद प्रमुख का महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा है। इसके बाद से ही मीडिया टीम में नए चेहरों को शामिल करने की अटकलें हैं। भारतीय जनता पार्टी की मीडिया टीम में यूं तो काफी पदाधिकारी हैं, लेकिन चुनावी साल में भी कुछ पदाधिकारी अपेक्षाकृत कम सक्रिय दिख रहे हैं या फिर समय नहीं दे पा रहे हैं। जबकि कुछ पदाधिकारी चुनावी मैदान में पसीना बहा रहे हैं। इस संबंध में पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि जो पदाधिकारी जिम्मेदारी से मुक्त होना चाहेगा, उसे किया भी जा सकता है। प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल का कहना है कि संगठन जल्द ही इसकी समीक्षा करेगा। उसके बाद नए पदाधिकारियों को मीडिया टीम का दायित्व सौंपने पर विचार हो सकता है। वर्तमान में भाजपा की मीडिया टीम में सह प्रभारी एवं प्रवक्ताओं को मिलाकर 24 पदाधिकारी हैं। जिनमें 16 प्रवक्ता यशपाल सिसोदिया (विधायक), अर्चना चिटनीस ( पूर्व विधायक), महेन्द्र सिंह सोलंकी (सांसद), सुमेर सिंह सोलंकी (सांसद), केपी यादव (सांसद), डॉ हितेष वाजपेयी, नरेन्द्र सलूजा, राजपाल सिंह सिसौदिया, शशिकांत शुक्ला, पंकज चतुर्वेदी, सनवर पटेल, राम डागोर (विधायक), डॉ दिव्या गुप्ता, दुर्गेश केसवानी, प्रहलाद कुशवाहा और नेहा वग्गा हैं। खास बात यह है कि इनमें से डॉ दिव्या गुप्ता राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य बन चुकी हैं, जबकि सनवर पटेल मप्र वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष बन चुके हैं। ऐसे में इन दोनों की जगह नए चेहरों को मौका मिलेगा। इसी तरह 8 सह मीडिया प्रभारी नरेंद्र शिवाजी पटेल, जवाहर प्रजापति, आशीष तिवारी, अनिल पटेल, विवेक तिवारी, सचिन सक्सेना, आशीष तिवारी और दीपक जैन हैं।
आकार लेगी मीडिया टीम
भाजपा की मीडिया टीम में ग्वालियर, भोपाल, इंदौर से एक-एक नया चेहरा शामिल हो सकता है। जबकि जबलपुर, सागर से भी कुछ तेजतर्रार वक्ताओं को मौका मिल सकता है। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि जिला एवं ब्लॉक स्तर पर भी मीडिया टीम को मजबूत करने पर चर्चा हुई है, लेकिन इसका निर्णय अगले हफ्ते होने जा रही प्रदेश, जिला एवं ब्लॉक स्तर की कार्यसमिति बैठकों के बाद होगा। चुनाव के चलते  पेनालिस्ट बनाए जाने का मामला भी पार्टी के संज्ञान में है।
क्षेत्रीय बोलियों को जानने वाले प्रवक्ता होंगे नियुक्त
प्रदेश में क्षेत्रीय बोलियों के भी कई मीडिया प्लेटफार्म हैं। ऐसे में भाजपा बोलियों को जानने वालों को भी प्रवक्ता नियुक्त कर सकती है। इससे सरकार की योजनाएं और संगठन की बात जन-जन तक आसानी से पहुंच सके।
इन्हें मिल सकती है नई जिम्मेदारी
भाजपा की मीडिया टीम में 3 सांसद, 2 विधायक एवं एक पूर्व मंत्री हैं। इनमें से कुछ पदाधिकारी चुनाव क्षेत्र में समय देने की वजह से प्रवक्ता के दायित्व से हट सकते हैं। जबकि कुछ वरिष्ठ प्रवक्ता एवं सह मीडिया प्रभारी हैं, जो लंबे समय से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। मौजूदा 4 प्रवक्ता एवं सह मीडिया प्रभारी हैं, जो चुनाव लडऩे की मंशा प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों के सामने जाहिर कर चुके हैं। इस पर भी निर्णय लिया जा सकता है।

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