
भोपाल/राजीव चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। कांग्रेस नेताओं के बयानों और उनकी कार्यशैली की वजह से उनकी छवि आम जनता के बीच हिन्दुत्व विरोधी बन चुकी है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपनी सॉफ्ट हिन्दुत्व की छवि कायम रखने के प्रयासों के तहत इन दिनों मंदिर -मंदिर घूम रहे हैं। हालांकि वे कांग्रेस के ऐसे नेता हैं जो पूजा पाठ करने से लेकर धार्मिक आयोजनों में लगातार सक्रिय रहते हैं। छिंदवाड़ा के सौंसर के पास स्थित जामसांवली के हनुमान मंदिर से उनका बड़ा लगाव रहा है। वे अपने राजनैतिक उदय को नहीं बजरंग बली की कृपा को मानते हैं। हाल ही में 22 मई को वे उज्जैन में महाकाल की पूजा करने गए। इसके बाद वे कल मैहर जा रहे हैं। वहां पर उनका मां शारदा के दर्शन का कार्यक्रम है। इसके बाद वे 30 मई को भी इसी तरह की यात्रा पर जाने वाले हैं। बताया जा रहा है कि नाथ का प्रदेश में धार्मिक स्थलों पर जाने का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। दरअसल उनकी इन यात्राओं को अभी से अगले विधानसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि वे चाहते हैं कि चुनाव के दौरान उनके मंदिरों में जाने पर भाजपा को सवाल उठाने का कोई मौका न मिले। हालांकि उनके द्वारा कहा जा रहा है कि वे यह यात्राएं कोरोना वायरस से मुक्ति के लिए भगवान के दरबार में अर्जी लगाने के लिए कर रहे हैं। कमलनाथ इस तरह का प्रयोग पहले भी बीते विधानसभा चुनाव के समय कर चुके हैं। उस समय उनके द्वारा चुनाव से कुछ माह पहले अपने गृह क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी हनुमान जी की प्रतिमा का निर्माण कराकर उसकी प्राण प्रतिष्ठा कराई थी। यही वजह रही कि चुनाव के समय धार्मिक मामलों में कमलनाथ पर चले भाजपा के सभी दांव बेअसर साबित हुए थे। यही नहीं सरकार में रहते भी उनके द्वारा हिन्दुत्व की भाजपा की छवि तोड़ने के लिए उनकी सरकार ने पूरा प्लान तैयार कर लिया गया था। इसके तहत ही उनके द्वारा भगवान राम, मां सीता और बजरंग बली का सहारा लेने की योजना बनाई गई थी। इसी तरह से वे अपनी सरकार के समय भी संगठन की ओर से महात्मा गांधी की पुण्य तिथि के अवसर पर सवा करोड़ हनुमान चालीसा का जप कराने से लेकर अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के समय हनुमान चालीसा का पाठ कराने जैसे कई कार्यक्रम संगठन स्तर पर कराए। इस तरह के कार्यक्रमों के जरिए वे अपनी छवि हिन्दुत्व वाली बनाकर भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी करने की योजना पर काम कर रहे हैं।
छिंदवाड़ा में बनवा चुके भव्य हनुमान मंदिर
कमलनाथ सॉप्ट हिंदुत्व की राह पर भले ही चल रहे हैं , लेकिन वे ऐसे नेता हैं जो धार्मिक मुद्दों पर कम ही बोलते हैं। यही वजह है कि उनकी सरकार में प्रदेश के अलावा श्रीलंका में सीता मंदिर तक के विकास को लेकर काम शुरू किया गया था। कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में हनुमान जी की 101 फीट ऊंची प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कराई है। यह आमलोगों के लिए है, जहां कोई भी जाकर दर्शन और पूजा कर सकता है।
श्रीलंका में बनवा रहे हैं सीता मंदिर
कमलनाथ बीजेपी को धर्म के आधार पर घेरने के लिए कोई मुद्दा नहीं छोड़ना चाहते हैं। यही वजह रही है कि उनकी सरकार के दौरान श्रीलंका में भव्य सीता माता का मंदिर बनवाने की योजना बनाई गई थी। इसके लिए उनके द्वारा अधिकारियों को एक समिति बनाने के निर्देश भी दिए गए थे। इसके अलावा उनकी सरकार में राजा राम की नगरी ओरछा को संवारने का भी काम शुरू किया गया था। ओरछा में राजा राम का निवास है। यहां के राजा आज भी राम हंै। ऐसे में सरकार ओरछा की ब्रांडिंग के लिए ओरछा महोत्सव का आयोजन भी किया गया था।