राजस्थान में तैयार होगा मप्र भाजपा का चुनावी रणनीति का खाका

चुनावी रणनीति

भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा का केन्द्रीय संगठन और संघ बेहद सतर्क और सक्रिय बना हुआ है। यही वजह है की प्रदेश में किस रणनीति के आधार पर चुनाव लड़ा जाएगा इसके लिए चिंतन मनन का दौर जारी है। इस बीच भाजपा की तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक राजस्थान के जयपुर में बुलाई गई है, जिसमें तय किया जाएगा की मप्र में विधानसभा चुनाव के लिए कौन से मुद्दे आगे रखे जाएं।
यह बैठक 19 से 21 मई तक होगी। दरअसल इस बैठक में मप्र सहित जिन पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं , उसके लिए अलग-अलग रणनीति का खाका खींचा जाएगा। दरअसल अगले साल मप्र के अलावा छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा के आम चुनाव होने हैं। इनमें से तीन राज्यों में अभी भाजपा की सरकार है , जबकि दो राज्यों में भाजपा प्रमुख विपक्षी दल है।
इसकी वजह से इन सभी राज्यों के लिए  चुनावी रणनीति पर मंथन किया जाना है। इस बैठक को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बर्चुअली रुप से संबोधित करेंगे। इस बैठक में मप्र भाजपा से राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्यों के आलवा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी शामिल होंगे। पार्टी सूत्रों की माने तो बैठक में पार्टी के सदस्यता अभियान, संगठन चुनाव और पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के अलावा आजीवन सहयोग निधि और बूथ अभियान पर भी विचार विमर्श किया जाएगा। जिन पांच राज्यों में चुनाव होना है उनमें छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है , लेकिन इन दोनों राज्यों में भी भाजपा सरकार की संभावना बनी हुई है। इसके अलावा प्रदेश में पार्टी की सरकार अगले चुनाव के बाद कैसे बने इसको लेकर केन्द्रीय संगठन बेहद सर्तकता बरत रहा है। इसकी वजह है बीते चुनाव में भाजपा महज चंद सीटों की वजह से सरकार बनाने से वंचित रही थी। यह बात अलग है की बीते चुनाव में भाजपा का मत प्रतिशत चालीस फीसदी से आगे निकल चुका था। माना जा रहा है की इस बैठक में प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा बूथ विस्तारक अभियान समेत बूथ डिजिटालाइजेशन पर प्रजेन्टेशन दे सकते हैं।
संगठन चुनाव पर भी होगा मंथन
अमित शाह के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते पार्टी ने सदस्यता अभियान चलाया था। करीब पांच साल पहले उस दौरान पार्टी ने मिस्ड काल करके सदस्य बनाए थे, जिसके बाद अब भाजपा बूथों का डिजिटलाइजेशन कर आधुनिक तकनीक से सदस्य बनाने की तैयारी कर रही है। दरअसल पार्टी संगठन में चुनाव की प्रक्रिया भी लंबे समय से अटकी हुई है। इसकी वजह से माना जा रहा है कि राष्ट्रीय कार्यसमिति में बूथ-मंडल से लेकर जिला और प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया और तारीखों को तय कर घोषित किया जा सकता है। कार्यसमिति के पहले दिन यानि की 19 मई को अध्यक्ष जे पी नड्डा द्वारा पार्टी के सभी प्रदेश अध्यक्षों की बैठक भी बुलाई गई है। इसकी वजह है बैठक का औपचारिक शुभारंभ 20 मई को होना है। इस बैठक में प्रदेश से केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय, लाल सिंह आर्य, सांसद सुधीर अग्रवाल, जयभान सिंह पवैया समेत कई नेता भी शामिल होंगे।
प्रकोष्ठों का गठन 10 मई तक करने का अल्टीमेटम
उधर, प्रदेश भाजपा संगठन ने सभी मोर्चा व प्रकोष्ठ संयोजकों को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि आगामी दस मई तक अपने-अपने प्रकोष्ठों की जिलों तक की टीमें हर हाल में कर दें। फिलहाल प्रदेश संगठन के प्रकोष्ठों में सह संयोजकों को मनोनीत करने का दौर बीते एक हफ्ते से जारी है। दरअसल इस अल्टीमेटम की वजह है इनके गठन में बेहद देरी होना। देखना यह है की इस चेतावनी का कितना असर होता है। गौरतलब है कि प्रकोष्ठों में नियुक्ति की प्रक्रिया ऐसे समय चल रही है ,जब इसी साल संगठन की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। ऐसे में सवाल यह है की नवनियुक्त पदाधिकारी कितने समय अपने पद पर रहकर काम कर पाएंगे।

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