मुद्रा लोन वितरण में पिछड़े मप्र के बैंक

मुद्रा लोन वितरण
  • तीन योजनाओं में युवाओं को 50 हजार, 5 लाख और 10 लाख तक मिलता है

    भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। 
    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के वितरण में मप्र के बैंक खरे नहीं उतर रहे हैं। मप्र में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के तहत इस साल का टारगेट पूरा करने में बैंक काफी पीछे हैं। मप्र में इस वर्ष 2 लाख 63 हजार लोगों को 1,234 करोड़ लोन देने का टारगेट है। इसमें अभी तक एक लाख 41 हजार युवाओं को 791 करोड़ का ही ऋण दिया गया है। जबकि पिछले साल 17 लाख लोगों को बैंकों से लोन देने का टारगेट था।
    गौरतलब है कि बैंकों के पुअर परफॉर्मेंस पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि अधिक से अधिक लोगों को लोन उपलब्ध कराने के लिए जिलों में शिविर लगाए जाएं जिससे अधिक से अधिक युवाओं को लोन मिल सके। उसके बावजूद मुद्रा योजना में लोन देने के मामले में इस साल करीब 65 फीसदी टारगेट ही पूरा हो पाया है। यह ऋण तीन योजनाओं में युवाओं को 50 हजार, 5 लाख और 10 लाख तक स्वरोजगार से लगाने के लिए मुहैया कराया जाता है। प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के तहत शिशु योजना में 50 हजार तक का लोन हितग्राहियों को दिया जाता है, जबकि किशोर योजना में 50 हजार से 5 लाख तक और तरुण योजना में 5 से 10 लाख के बीच लोन देने का प्रावधान है। इसके लिए हितग्राही को ऑनलाइन आवेदन करना होता है।
    बैंकों की लापरवाही उजागर
    एसएलबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर 2021 तक बांटे गए लोन की स्थिति बैंकों  की लापरवाही को उजागर करती है। मुद्रा योजना में 2019-20 में भी स्थिति बेहतर नहीं रही। वर्ष 2015 से लेकर अब तक 35,57,948 को 18,578 करोड़ का लोन बांटा गया है, जो कि टारगेट के मान से काफी कम माना जा रहा है। प्रदेश में जहां 2019-20 में 18.14 लाख युवाओं को 11,906 करोड़ का टारगेट रखा गया था, जबकि 13.75 लाख युवाओं को 9,332 करोड़ लोन बांटा गया। वहीं 2020-21 में 17.26 लाख युवाओं को 10,546 करोड़ लोन का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 14.28 लाख युवाओं को 8,905 करोड़ बांटा गया। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के तहत 18 से 40 साल की आयु के युवा उद्यमियों को सूक्ष्म और लघु उद्योग स्थापित करने के लिए 50 हजार से लेकर 10 लाख तक का लोन देने का प्रावधान है। इसके तहत विनिर्माण इकाई, व्यापार एवं सेवा के माध्यम से आय सृजन में लगे गैर कृषि से जुड़े छोटे और लघु उद्योग स्थापित आय के साधन बढ़ाए जा सकते हैं।
    सभी जिले में लगाए जाएंगे शिविर
    मुद्रा लोन के लिए अब प्रदेश के सभी जिलों में शिविर लगाए जाएंगे। विभिन्न बैंकों ने शिशु, किशोर और तरुण योजना में अभी तक 11 हजार 54 लोगों को 53 करोड़ 10 लाख रुपए का ही लोन बांटा है, जबकि इंदौर जिले में इससे दोगुना यानि 21 हजार 209 लोगों को 111.5 करोड़ का लोन दिया है। सबसे खराब स्थिति कृषि मंत्री के हरदा में है, यहां 958 लोगों को 5.10 करोड़, पन्ना में 913 लोगों को 5.70 करोड़, अशोकनगर में 696 लोगों को 6.80 करोड़, निवाड़ी में 550 लोगों को 3.10 करोड़, अलीराजपुर में 524 को 2.10 करोड तथा सिंगरौली में 508 को 5.40 करोड़ का लोन दिया गया है। आयुक्त संस्थागत वित्त भास्कर लाक्षाकार का कहना है कि  मुद्रा योजना के तहत अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने जिलों में बैंकों के साथ शिविर लगाए जाएंगे। इसके लिए आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे।

Related Articles