तीसरे चरण के मतदान पर सबसे अधिक फोकस

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में तीसरे और चौथे चरण में होने वाले मतदान को लेकर राजनीतिक पार्टियों के साथ ही चुनाव आयोग भी जुटा हुआ है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने कहा कि 7 और 13 मई को होने वाले मतदान के दौरान मतदान में बाधा डालने वाले तत्वों पर निगरानी रखने के लिये क्रिटिकल (संवेदनशील व अतिसंवेदनशील) मतदान केन्द्रों के भीतर व बाहर सीसीटीवी लगाए जाएं। इन कैमरों से होने वाली वेब कास्टिंग की निगरानी की पुख्ता व्यवस्था करें, जिससे किसी केन्द्र पर मतदान में अनियमितता दिखाई दे, तो तत्काल कार्रवाई की जा सके। आयोग का सबसे अधिक फोकस तीसरे चरण की सीटों पर है। क्योंकि 2019 में भी इन सीटों पर कम मतदान हुआ था।
तीसरे चरण की लोकसभा सीटों के 20 हजार से ज्यादा पोलिंग बूथ पर चलें बूथ की ओर अभियान चलाया जा रहा है। तीसरे व चौथे चरण में बची हुई 17 सीटों पर वोटिंग होगी। आयोग को चौथे चरण के मुकाबले तीसरे चरण में शामिल सीटों पर वोटिंग की चिंता ज्यादा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में चौथे चरण में शामिल सीटों की तुलना में तीसरे चरण की सीटों पर 8.22 प्रतिशत कम वोटिंग हुई थी। तीसरे चरण में भोपाल, भिंड, मुरैना, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, राजगढ़ एवं बैतूल सीटें शामिल हैं। इन सीटों पर पिछले चुनाव में 67.73 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। पिछले चुनाव में प्रदेश में सबसे कम 54.42 प्रतिशत वोटिंग भिंड में हुई थी। प्रदेश में सबसे कम वोटिंग के मामले में ग्वालियर दूसरे व मुरैना सीट चौथे स्थान पर थी। ग्वालियर में 59.78 प्रतिशत और मुरैना में 61.89 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा 79.46 प्रतिशत वोटिंग राजगढ़ में हुई थी। पिछले चुनाव में तीसरे चरण की 9 सीटों में भिंड में 59.78 प्रतिशत, ग्वालियर में 54.42 प्रतिशत, मुरैना में 61.89 प्रतिशत, भोपाल में 74.39 प्रतिशत, गुना में 70.32 प्रतिशत, सागर में 65.51 प्रतिशत, विदिशा में 65.70 प्रतिशत, राजगढ़ में 79.46 प्रतिशत और बैतूल में 78.15 प्रतिशत मतदान हुआ था।
चौथे चरण में यह स्थिति
चौथे चरण में 13 मई को एमपी की 8 सीटों पर वोटिंग होगी। इनमें इंदौर, देवास, उज्जैन, रतलाम, खरगोन, खंडवा, मंदसौर और धार सीट शामिल हैं। इन सीटों पर पिछले चुनाव में औसत 75.95 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इस दरमियान सबसे कम 69.31 प्रतिशत वोटिंग इंदौर में और सबसे ज्यादा 79.46 प्रतिशत वोटिंग देवास में हुई थी। 2019 में चौथे चरण में देवास में 79.46 प्रतिशत, उज्जैन में 75.40 प्रतिशत, मंदसौर में 77.84 प्रतिशत, रतलाम में 75.66 प्रतिशत, धार में 75.25 प्रतिशत, इंदौर में 69.31 प्रतिशत, खरगोन में 77.82 प्रतिशत और खंडवा में 76.90 प्रतिशत मतदान हुआ था।

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