पंचायत सम्मेलन के बहाने… विंध्य को साधेंगे मोदी

  • हरीश फतेहचंदानी
नरेन्द्र मोदी

इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने आपने शीर्ष नेताओं के दौरे मप्र में बढ़ा दिए हैं। अब इसी कड़ी में इस माह के अंत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी एक दिनी प्रवास पर आ रहे हैं। उनका दौरा 24 अप्रैल को प्रस्तावित है। इस दौरान वे रीवा में  पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। यह सम्मेलन रीवा में रखने के पीछे की वजह इस अंचल को साधने के प्रयास के रुप में देखा जा रहा है।  इसकी वजह है यह वो अंचल है जिसमें बीते आम चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस का लगभग पूरी तरह से सूपड़ा साफ कर दिया था। उस चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज तक अपनी सीटें बचाने में असफल रहे थे , लेकिन इसके बाद भी सरकार में इस अंचल को पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं मिल सका है , जिसकी वजह से अंचल में भाजपा को लेकर इस बार नाराजगी बताई जा रही है। यही वजह है कि ग्वालियर-चंबल और मध्य भारत के बाद अब विंध्य अंचल का चयन इस सम्मेलन के लिए किया गया है।
अन्यथा इस तरह के आयोजन भोपाल में आयोजित किए जाते रहे हैं। ऐसे में भाजपा उस क्षेत्र में अपना जनाधार बरकरार रखना चाहती है, जिसके लिए पार्टी द्वारा वह सारे उपाय किए जा रहे है, जिससे पार्टी का वोट प्रतिशत और सीटें बढ़ें। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस माह दूसरा दौरा है। गौरतलब है कि एक अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी भोपाल प्रवास पर आए थे। अब इस बार पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री 24 अप्रैल को रीवा आ रहे हैं। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। वहीं पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं के संबंध में निर्देश दे चुके हैं। जानकारों की मानें तो इस आयोजन में दो लाख से अधिक पंचायत प्रतिनिधियों के रीवा पहुंचने की उम्मीद है। इस मौके पर प्रधानमंत्री कई बड़ी सौगातें दे सकते हैं। राजनीति के जानकारों की मानें तो पीएम के इस दौरे को अगले विधानसभा चुनाव के हिसाब से अहम माना जा रहा है। उनका दावा है कि प्रधानमंत्री के इस दौरे से भाजपा बघेलखण्ड के अलावा बुंदेलखंड की सीटों पर भी अपनी स्थिति मजबूत करेंगी।
सी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने आपने शीर्ष नेताओं के दौरे मप्र में बढ़ा दिए हैं। अब इसी कड़ी में इस माह के अंत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी एक दिनी प्रवास पर आ रहे हैं। उनका दौरा 24 अप्रैल को प्रस्तावित है। इस दौरान वे रीवा में  पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। यह सम्मेलन रीवा में रखने के पीछे की वजह इस अंचल को साधने के प्रयास के रुप में देखा जा रहा है।  इसकी वजह है यह वो अंचल है जिसमें बीते आम चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस का लगभग पूरी तरह से सूपड़ा साफ कर दिया था। उस चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज तक अपनी सीटें बचाने में असफल रहे थे , लेकिन इसके बाद भी सरकार में इस अंचल को पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं मिल सका है , जिसकी वजह से अंचल में भाजपा को लेकर इस बार नाराजगी बताई जा रही है। यही वजह है कि ग्वालियर-चंबल और मध्य भारत के बाद अब विंध्य अंचल का चयन इस सम्मेलन के लिए किया गया है।
अन्यथा इस तरह के आयोजन भोपाल में आयोजित किए जाते रहे हैं। ऐसे में भाजपा उस क्षेत्र में अपना जनाधार बरकरार रखना चाहती है, जिसके लिए पार्टी द्वारा वह सारे उपाय किए जा रहे है, जिससे पार्टी का वोट प्रतिशत और सीटें बढ़ें। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का इस माह दूसरा दौरा है। गौरतलब है कि एक अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी भोपाल प्रवास पर आए थे। अब इस बार पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री 24 अप्रैल को रीवा आ रहे हैं। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। वहीं पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं के संबंध में निर्देश दे चुके हैं। जानकारों की मानें तो इस आयोजन में दो लाख से अधिक पंचायत प्रतिनिधियों के रीवा पहुंचने की उम्मीद है। इस मौके पर प्रधानमंत्री कई बड़ी सौगातें दे सकते हैं। राजनीति के जानकारों की मानें तो पीएम के इस दौरे को अगले विधानसभा चुनाव के हिसाब से अहम माना जा रहा है। उनका दावा है कि प्रधानमंत्री के इस दौरे से भाजपा बघेलखण्ड के अलावा बुंदेलखंड की सीटों पर भी अपनी स्थिति मजबूत करेंगी।
अंचल की 80त्न सीटों पर भाजपा का कब्जा
विंध्य अंचल के तहत विधानसभा की कुल 30 सीटें आती हैं।  इनमें से पिछले चुनाव में 24 पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी। रीवा और सिंगरौली जिले में तो भाजपा ने  सभी 11 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इनमें रीवा जिले के तहत 8 व सिंगरौली जिले में तीन सीटें आती हैं। इसी तरह से सीधी की सिंहावल छोडक़र शेष 3 सीटों पर भी भाजपा ने बाजी मारी थी। सतना जिले के 7 सीटों में से 5 पर भाजपा को जीत मिली थी। शहडोल में भाजपा को पांच और कांग्रेस को तीन सीटें मिलीं थीं। उमरिया की दोनों और शहडोल की तीनों सीटें भाजपा के खाते में रही थी, जबकि अनूपपुर की तीनों सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। बाद मे बिसाहूलाल सिंह भाजपा के टिकट पर उपचुनाव जीत गए थे और इस जिले से भाजपा का खाता खुला था।
वीडी ने जिला संगठन को बुलाया भोपाल
जानकारों की मानें तो प्रदेशाध्यक्ष विष्णुद शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 24 अप्रैल को प्रस्तावित दौरे की तैयारियों को सिलसिले में रीवा जिलाध्यक्ष सहित विंध्य के दूसरे जिलों के अध्यक्षों को भोपाल बुलाया है, जिन्हें कार्यक्रम को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाएंगे।

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