मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया की दरियादिली लाई रंग

महेंद्र सिंह सिसोदिया

दिव्यांग युवक का सपना हुआ साकार!

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। कोरोना संक्रमणकाल में जब लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों में दुबके थे, ऐसे समय में प्रदेश के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया हाथ पैरों से दिव्यांग युवा के लिए बड़े मददगार बनकर सामने आए और हौसला खो चुके दिव्यांग को महीनों प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराई। आज उनके प्रयासों से वह दिव्यांग पोस्ट मास्टर बन गया है।  दरअसल, कोरोना संक्रमण के कारण लॉक डाउन लगा था तब दिव्यांग ने मंत्री से मदद की गुहार लगाई। उसने जब अपने इरादे मंत्री के समक्ष रखे तो मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का भी दिल पसीज गया। उन्होंने युवा को एमपीपीएससी की तैयारी एवं पढ़ाई कराने के लिए अपनी ओर से मदद दी और हर महीने मदद पहुंचाते रहे। युवा तैयारी में जुटा रहा। पीएससी के साथ ही दूसरे एग्जाम भी फाइट करता रहा। इसी बीच हाल ही में भारतीय डाक विभाग द्वारा उसे पोस्ट मास्टर के पद पर चयनित किया। जॉइनिंग लेटर हाथ में पाकर वह इतना खुश है कि बार-बार वह मंत्री सिसोदिया के शुक्रिया कर रहा है।
युवक ने मंत्री का जताया आभार: युवक ने मंत्री सिसोदिया को धन्यवाद दिया और कहा कि मंत्री सिसोदिया ने मेरी मदद एक पालक की तरह की है। मैं अभी भी पीएससी की तैयारी में जुटा हूं। उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया और मैं उनके भरोसे के अनुसार और भी बड़ी पोस्ट पाकर रहूंगा। युवा ने बताया, कि लॉक डाउन की वजह से जहां माता पिता को मजदूरी मिलना मुश्किल हुई तो पढ़ाई पर भी ब्रेक लगता दिखा। इसी बीच मैं पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया से मिलने जा पहुंचा। उन्होंने मेरी लगन देखकर मेरी मदद करने का भरोसा दिया और हर महीने मदद भेजी।
युवक का संघर्ष उसी की जुबानी
युवक ने पांचवी क्लास तक सरकारी स्कूल रतवा जिला धार में पढ़ाई की। इसके बाद 12वीं लाहौरी धार से अध्ययन किया। उसने आदिवासी हॉस्टल में रहकर पढ़ाई की। वर्तमान में भोपाल से बीटेक की पढ़ाई कर रहे हैं। लॉकडाउन की वजह से जहां माता पिता को मजदूरी मिलना मुश्किल हुई तो पढ़ाई पर भी ब्रेक लगता दिखा। इसी बीच मैं पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया से मिलने जा पहुंचा। उन्होंने मेरी लगन देखकर मेरी मदद करने का भरोसा दिया और हर महीने मदद भेजी। उल्लेखनीय है कि मंत्री सिसोदिया जहां सहरिया-आदिवासी वर्ग के लोगों के दुख सुख में खड़े रहते हैं। वहीं जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई में भी आगे आकर मदद कर रहे हैं । उसका नतीजा यह है कि नौजवान परीक्षा में चयनित होकर अपने  माता-पिता का नाम रोशन कर रहे हैं।
जन सेवा ही सबसे बड़ी सेवा
उधर पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने इस युवक की सफलता पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जीवन की कहावत है, खुद के कुछ काम आओ न आओ, जीवन में किसी का एक आंसू भी पोंछ सके तो उससे बड़ा कोई काम नहीं है। लॉकडाउन में जब जीवन मरण का प्रश्न खड़ा हो गया था, ऐसे में यह बालक, जिसे मैं जानता नहीं था। इस विश्वास के साथ आया कि मंत्री मेरी मदद करेंगे और मैंने उसकी मदद की और आज वह मेहनत से पोस्ट मास्टर बना है। मेरा कहना है कि आप इसी तरह तैयारी करते रहें। आप पीएससी में चयनित होकर डिप्टी कलेक्टर बने और एक समय गुना कलेक्टर बन कर आएं, इससे बड़ा मेरे लिए कोई सौभाग्य नहीं होगा। कोई माने ना माने। इसी तरह मेरे नेता कैलाशवासी महाराज साहब माधवराव सिंधिया मदद करते थे और मेरे नेता महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया करते हैं। जन सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है।

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