प्रदेश के लाखों किसानों की हुई बल्ले-बल्ले

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भोपाल/रवि खरे /बिच्छू डॉट कॉम। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने इस बार किसानों को दीपावली पर दोहरा तोहफा दिया है, जिसकी वजह से अब प्रदेश के किसानों की बल्ले- बल्ले हो गई है। दरअसल पहले किसानों के खाते में सम्मान निधि का पैसा डाला गया है और अब फसल के समर्थन मूल्य में भी वृद्धि कर दी गई है। इसका फायदा प्रदेश के करीब 22 लाख किसानों को मिलना तय है। यह वे किसान हैं जो गेंहू की फसल उगाते हैं।
इस बार प्रदेश के उन लाखों किसानों को हर क्विंटल पर 110 रुपए अधिक दाम मिलना अब तय हो गया है। दरअसल बीते रोज ही केंद्र सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 110 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया है। अब समर्थन मूल्य पर गेहूं का उपार्जन दो हजार 125 रुपये प्रति क्विंटल  की दर से होगा। मध्यप्रदेश देश के उन गिने चुने राज्यों में शामिल हैं, जहां पर रबी की मुख्य फसल गेहूं है। देश में सर्वाधिक समर्थन मतूल्य पर गेंहू की खरीदी मप्र में ही होती है। गेंहू के सर्वाधिक उत्पादन की वजह से ही प्रदेश ने दो साल पहले पंजाब को पीछे छोड़ दिया था। यह बात अलग है कि इस बार मप्र इस मामले में पीछे रह गया, जिसकी वजह है इस बार 46 लाख टन गेहूं का ही उपार्जन होना। मध्य प्रदेश न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने वाले देश के प्रमुख राज्यों में आता है। वर्ष 2021 में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने निर्यातकों को प्रोत्साहित किया और मंडी शुल्क की प्रतिपूर्ति करने का निर्णय लिया।  मंडियों में गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य दो हजार 15 रुपये से अधिक दर पर बिका। इसका असर यह हुआ कि प्रदेश में उपार्जन 46 लाख टन रह गया। जबकि, 2020 में प्रदेश में एक करोड 29 लाख टन गेहूं का उपार्जन करके रिकॉर्ड बनाया था। इस बार केन्द्र सरकार ने गेंहू के अलावा सरसों का समर्थन मूल्य चार सौ रुपये बढ़ाकर पांच हजार 450 रुपये, मसूर का पांच सौ रुपये बढ़ाकर छह हजार और चना का 105 रुपये बढ़ाकर पांच हजार 335 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है।
समर्थन मूल्य वृद्धि की शिवराज ने की सराहना
 केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा वर्ष 2023-24 में रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि करने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के सशक्तिकरण और उनके हित को देखते हुए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किसान हितैषी निर्णय लिए जा रहे हैं। रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि किसानों को समर्थ बनाने की दिशा में एक और प्रभावशाली कदम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सशक्त किसान, सशक्त देश के ध्येय की प्राप्ति के इस निर्णय के लिए मध्य प्रदेश के किसानों की ओर से मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में लिया निर्णय किसानों के कल्याण के साथ ही गांवों को भी समृद्ध बनाएगा।
सरकार को  लेने होंगे बड़े फैसले : कमल नाथ
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने के पहले किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन वह खाद-बीज के लिए परेशान हैं। उपज के सही दाम नहीं मिल रहे हैं। किसान कर्ज के दलदल में फंसता जा रहा है। इसे देखते हुए ही हमने मप्र में किसानों की ऋण माफी योजना प्रारंभ की थी। न्यूनतम समर्थन मूल्य की इस मामूली वृद्धि से किसानों का भला नहीं होगा। सरकार को बड़े फैसले लेने होंगे ।

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