पारे की उछाल ने बिगाड़ा सब्सिडी का खेल

यशोधरा
  • सामान्य बिजली उपभोक्ताओं का बढ़ रहा बिजली बिल

विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में एक तरफ बिजली की दरों में वृद्धि और दूसरी तरफ भीषण गर्मी के कारण उपभोक्ताओं पर बिजली बिल का चार गुना तक भार पड़ रहा है। दरअसल, पारे के उछाल से बिजली की मांग बढ़ गई है। इसका असर सबसे अधिक उन उपभोक्ताओं पर पड़ेगा जो अभी तक 150 यूनिट तक खपत के दायरे में आते थे। ऐसे उपभोक्ता अगर 150 से 1 यूनिट ज्यादा बिजली खपत कर लेते हैं, तो उन्हें बिजली का पूरा टैरिफ देना होता है। इस वजह से बिजली बिल में तीन से चार गुना तक का इजाफा हो जाता है। सरकार की सब्सिडी योजना का लाभ प्रदेश के 1 करोड़ से अधिक बिजली उपभोक्ता उठा रहे हैं। गौरतलब है कि 1 अप्रैल से बिजली की दरों में 3.46 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो गई है। हालांकि न्यूनतम प्रभार खत्म कर बिजली उपभोक्ताओं को मामूली राहत भी दी गई है। वहीं पीक ऑवर्स में बिजली जलाने पर उसके ज्यादा बिजली बिल का भुगतान करना होगा। बिजली की नई दर 1 अप्रैल से लागू होने के बाद मई माह को बिजली बिल बढ़ी हुई दरों के साथ आएगा। महीने में 50 यूनिट तक बिजली जलाने वालों को 18 पैसे यूनिट ज्यादा देने होंगे। वहीं 150 यूनिट तक खपत करने पर 26 पैसे प्रति यूनिट महंगी बिजली बिल देना होगा। वहीं भीषण गर्मी का दौर शुरू हो चुका। ऐसे में सुबह से रात तक एसी, कूलर और पंखे चलने लगे हैं। इससे बिजली बिलों में तीन से चार गुना तक इजाफा हो गया है।
मांग 15 हजार मेगावॉट से अधिक पहुंची
प्रदेश में बिजली की डिमांड भी अब बढ़ने लगी हैं। यह  डिमांड 15 हजार मेगावॉट से अधिक पहुंच गई है। अगले दो महीने ऐसी ही स्थिति रहेगी। इस वजह से जिन बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल पिछले महीने तक 500 रुपए से कम आ रहा था, अब उन बिजली उपभोक्ताओं का बिजली 1500 से 2000 रुपए के बीच आ रहा है। वहीं अप्रैल से  बिजली का नया टैरिफ भी लागू हो गया है। इससे भी अगले महीने बिजली बिल बढक़र आएगा। बिजली के टैरिफ में 3.46 फीसदी का इजाफा हुआ है। बिजली कंपनियों ने घरेलू, उद्योग, नगर निगम, नगर पंचायत तक के बिजली टैरिफ में इजाफा कर दिया है। कृषि के टैरिफ में भी इजाफा हुआ है। सरकार 150 यूनिट तक बिजली खपत पर सब्सिडी देती है। 100 यूनिट बिजली खपत होने पर 100 रुपए और उसके बाद की 50 यूनिट का सामान्य टैरिफ के मुताबिक बिजली बिल आता है। इस तरह से 150 यूनिट तक की बिजली खपत वाले बिजली उपभोक्ताओं को सरकार 566 रुपए की सब्सिडी हर महीने देती है। गर्मी के दिनों में 150 यूनिट तक की बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं की खपत बढ़ जाती है। इससे वे सब्सिडी से बाहर हो जाते हैं। एक बिजली उपभोक्ता ने मार्च के महीने में 144 यूनिट बिजली जलाई। यानी 30 दिन के हिसाब से प्रतिदिन की खपत 4.65 यूनिट रहीं। इससे बिजली उपभोक्ता शासन की सब्सिडी योजना के लिए पात्र रहा। संबंधित बिजली उपभोक्ता का मासिक बिजली बिल 894 रुपए आया। सब्सिडी की पात्रता होने से बिजली उपभोक्ता को 537 रुपए की सब्सिडी मिल गई है। इससे बिजली बिल 339 रुपए आया। अगर संबंधित बिजली उपभोक्ता की बिजली खपत 150 यूनिट से ज्यादा 160 यूनिट हो जाती है, तो मौजूदा टैरिफ के मुताबिक उपभोक्ता का बिजली बिल 1086 रुपए आएगा। यानी 10 यूनिट बिजली खपत बढऩे पर बिजली बिल में 747 रुपए का इजाफा हो जाएगा।
सब स्टेशनों की हो रही है मेपिंग
मप्र पावर ट्रांसमिशन कपनी ट्रांसमिशन लाइनों एवं एक्स्ट्रा हाईटेंशन सब स्टेशनों की असेट मेपिंग करवा रहा है। इससे जहां ट्रांसमिशन एलीमेंटस का डिजीटल डाटा एक क्लिक पर उपलब्ध हो सकेगा, वहीं किसी भी इमरजेंसी के समय मटेरियल मैनेजमेंट टाइम और व्यवधान को न्यूनतम करने में सहायता मिलेगी। बिजली लाइनों में सुधार कम से कम समय में हो जाएगा। प्रदेश की 27900 किमी लाइनों एवं 416 सब स्टेशनों में यह असेट मेपिंग का कार्य चल रहा है। इसके लिए सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और डेशबोर्ड के निर्माण का कार्य भी करना है। ट्रांसमिशन कंपनी के लाइन मेंटनेन्स कार्मिकों के साथ सबस्टेशन प्रभारी के मोबाइल पर ऐप से यह पूरी जानकारी उपलब्ध रहेगी।

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