खजुराहो की जगह मांडू बना पर्यटकों की पहली पसंद

खजुराहो
  • हर माह प्रदेश में सवा लाख लोग पहुंचने लगे पर्यटक स्थलों पर  …

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। कोरोना की वजह से लगभग पूरी तरह से बंद हो चुका पर्यटन उद्योग अब धीरे-धीरे पूरी तरह से पटरी पर लौटने लगा है। अगर बीते एक साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो अब प्रदेश के पर्यटक स्थलों पर अब हर माह औसतन रुप से सवा लाख  से अधिक पर्यटक आ रहे हैं।
यह आंकड़ा उन प्रदेश के पर्यटक स्थलों का है, जिन्हें राष्ट्रीय महत्तव वाले स्मारकों में शामिल किया गया है। ऐसे स्थलों की संख्या 14 है। इसमें भी खास बात यह है की प्रदेश के पर्यटक स्थलों में पर्यटकों की सबसे पहली पसंद मांडू बना हुआ है। मांडू में खजुराहो की तुलना में तीन गुना अधिक पर्यटक आ रहे हैं। अधिक पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021-22 में 15.65 लाख से अधिक देशी-विदेशी पर्यटक इन स्मारकों को देखने के लिए आए हैं। उनसे सरकार को प्रवेश शुल्क के रुप में 4.36 करोड़ रुपए से अधिक की आय हुई है। इस साल आए पर्यटकों की संख्या बीते साल की तुलना में दोगुनी है। बीते साल यानि की वर्ष 2020-21 में इन पर्यटक स्थलों पर 8 लाख 3469 सैलानी ही आए थे, जिनसे सरकार को 2.05 करोड़ रुपए की आय हुई थी। यह बात अलग है की बीते साल से एक साल पहले यानि की वर्ष 2019-20  में प्रदेश के इन 14 पर्यटक स्थलों पर पहुंचने वाले लोगों की संख्या 21 लाख से अधिक थी, जिनसे सरकार को 8.78 करोड़ रुपए की आय हुई थी। दरअसल वर्ष 2020-21 में कोरोना की वजह से करीब छह माह तक तो आवाजाही पूरी तरह से बंद रही थी।  खास बात यह है की अब भी इन  ऐतिहासिक स्मारकों के रखरखाव पर हर साल करीब 16.25 करोड़ रुपए खर्च होते हैं जबकि आय  उसकी तुलना में बेहद कम होती है।
पर्यटकों को खुजराहो व ग्वालियर भी आ रहा रास
धार जिले में स्थित मांडू के पर्यटक स्थल  पर्यटकों की पहली पंसद बने ही हुए  हैं, लेकिन इस मामले में खुजराहो दूसरे और ग्वालियर तीसरे स्थान पर है। आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021-22 में सर्वाधिक पर्यटक मांडू पहुंचे हैं। इनकी संख्या 7 लाख 94 हजार 438 है। इनमें से 3 लाख 44 हजार 913 पर्यटकों ने स्मारक समूह को देखा है, जबकि 3 लाख 36 हजार 286 पर्यटक रूपमती मंडप देखने गए हैं। इन पर्यटकों से प्रवेश शुल्क के रूप में 1 करोड़ 99 लाख 27 हजार 55 रुपए की आय  हुई है। इसी तरह से  खजुराहो में 2 लाख 44 हजार 270 पर्यटक और ग्वालियर में 2 लाख 3 हजार 372 पर्यटक पहुंचे हैं।
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मप्र में राष्ट्रीय महत्व के कुल 291 स्मारक है। इनमें भी सर्वाधिक 66 धार में हैं। इसके अलावा छतरपुर में 25, अशोकनगर और विदिशा में 18-18, सागर में 16. बुरहानपुर में 15 कटनी में 12 शिवपुरी में 11, खरगोन में 9, रायसेन में 8 ग्वालियर में 7, बालाघाट मुरैना में 6-6 स्मारक है। अगर इन स्मारकों में पर्यटकों की पंसद को देखा जाए तो स्मारक समूह मांडू में 344913, रूपमती का मंडप मांडू 336286, होशंगशाह मकबरा मांडू 113239, मंदिर समूह खजुराहो 244270, ग्वालियर का किला देखने 203372, बौद्ध स्तूप, सांची में 118379, उदयगिरी गुफाएं देखने 35572 किला महल बुरहानपुर में 31360, मंंदिर समूह अमरकंटक में 31114, बौद्ध गुफाएं बाघ (धार)में 27261, वीर सिंह पैलेस, दतिया में 26335, बौद्ध गुफाएं धामनोंद में  24148, कलामड़ी रसूलिया में 18696 एवं बादल महल चंदेरी को देखने 11033 पर्यटक पहुंचे हैं।

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