- मोदी, शाह, भागवत के नामों की सूची में शिवराज
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। देश के कई भाजपा नेताओं की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह , संघ प्रमुख मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम भी शामिल है। चौहान मप्र के एकमात्र चेहरे हैं जिन्हें इस सूची में जगह दी गई है। दरअसल उत्तप्रदेश की तर्ज पर शिवराज ने भी अपराधियों के घर तोड़ने की मुहीम चला रखी है। वे सोशल मीडिया पर मामा बुलडोजर के नाम से चर्चा में हैं। खास बात यह है कि इस सूची में देश के जाने माने जाने वाले उद्योगपतियों के अलावा अन्य क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के नाम भी शामिल हैं।
इस 100 शक्तिशाली लोगों की सूची में मोदी को पहला स्थान दिया गया है। इस लिस्ट में कई नाम ऐसे है, जिनकी रैंकिंग में बड़ा उछाल देखने को मिला है। जिसमें अमित शाह, सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत, योगी आदित्यनाथ, मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, जेपी नड्डा आदि का नाम शामिल है। ये लिस्ट दिखाती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है और वो अब भी देश के 100 सबसे शक्तिशाली लोगों की लिस्ट में नंबर वन पर बने हुए हैं। कोरोना महामारी से पैदा हुए संकट और उसके लिए लगने वाली वैक्सीन का प्रबंधन, विधान सभा चुनावों में भाजपा की मजबूत होती स्थिति से पीएम मोदी की छवि में निखार आया है। इसके अलावा हाल ही में, यूक्रेन से 22,000 से अधिक युवा भारतीयों को एयरलिफ्ट करके स्वदेश लाने में पीएम मोदी की भूमिका को सराहा गया है। इस सूची में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह दूसरे स्थान पर हैंं। माना जाता है कि जेपी नड्डा के भाजपा अध्यक्ष होने के बावजूद अमित शाह का पार्टी में काफी प्रभाव है। केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में, वह सरकार में प्रभावी नंबर 2 बने हुए हैं। यूपी चुनाव में अमित शाह की रणनीति भी काफी असरदार रही। किसान आंदोलन के चलते पश्चिमी यूपी में पार्टी को हो रहे नुकसान के बीच अमित शाह की सक्रियता भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हुई। वहीं 2021 की बात करें तो अमित शाह तब भी दूसरे नंबर पर थे। तीसरे स्थान पर स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत हैं। दरअसल भाजपा में मोदी-शाह की मजबूत जोड़ी के बाद भी संघ भाजपा के लिए लगातार मजबूत ढाल के रूप में देखा जा रहा है। ऐसे में पार्टी को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर पर संघ लगातार सक्रिय है। पिछले साल की सूची में भी आरएसएस प्रमुख तीसरे नंबर पर थे। चौथे स्थान पर भाजपा के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इस सूची में काबिज हैं। उनकी अगुवाई में पश्चिम बंगाल में भाजपा को हार का सामना तो करना पड़ा लेकिन, हाल ही में पांच राज्यों में से चार राज्यों में भाजपा ने जीत हासिल की है। इसमें राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश भी शामिल है। वहीं 2021 में भी जेपी नड्डा चौथे नंबर पर थे। इसी तरह से उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सूची में इस साल छठें स्थान पर हैं। वह पिछले वर्ष 13 वें स्थान पर थे। उनके नेतृत्व में साल 2022 में लड़े गए विधानसभा चुनाव में भाजपा को योगी के सुशासन ने जीत दिलाई है। वह पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद राज्य में सत्ता में लौटने वाले पहले मुख्यमंत्री बने, जिससे भाजपा 1985 के बाद से यूपी में सत्ता बरकरार रखने वाली पहली पार्टी बन गई। इस सूची में नवें नंबर पर अरविन्द केजरीवाल, 10वें नंबर पर निर्मला सीतारमण , ममता बनर्जी 11वें स्थान पर हैं। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 27 वें और राहुल गांधी को 51वें तो अखिलेश यादव को 56 वें स्थान पर जगह दी गई है।
अंबानी पांचवें स्थान पर
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और एमडी मुकेश अंबानी 2021 और 2022 की सबसे पावरफुल लोगों की लिस्ट में पांचवें नंबर रहे हैं। फोर्ब्स के मुताबिक मुकेश अंबानी के पास 96 बिलियन डॉलर से अधिक की कुल संपत्ति है। वह सबसे अमीर भारतीय हैं। मुकेश अंबानी ने पिछले कुछ वर्षों में दूरसंचार, खुदरा और ऊर्जा क्षेत्रों में कई डील्स किए हैं। 100 सबसे शक्तिशाली लोगों की लिस्ट में सातवें नंबर पर गौतम अडानी इससे पहले 2021 में वो दसवें पायदान पर रहे थे। उन्होंने कम समय में ही 100 अरब डॉलर से अधिक की वैल्यू वाले भारतीय व्यापार समूह को तैयार किया। अडानी को लेकर कहा जाता है कि वो सत्ता के करीब हैं। उनके कारोबार में बंदरगाह, हवाई अड्डों, बिजली, शहर गैस वितरण और नवीकरणीय ऊर्जा के साथ एक बुनियादी ढांचा प्रमुख है। अडानी ग्रुप सात हवाई अड्डों के आधुनिकीकरण और संचालन के अधिकार प्राप्त करने वाला सबसे बड़ा हवाई अड्डा परिचालक है। अडानी ग्रुप के पास सबसे बड़ी निजी बिजली कंपनी है और यह भारत के सबसे बड़े कमर्शियल बंदरगाह को संभालती है।
भारत की पावरफुल महिला बनीं निर्मला सीतारमण
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश की सबसे बड़ी शक्तिशाली महिलार बन कर उभरी हैं। उन्हें बीते तीन माह पहले ही फोर्ब्स ने लगातार तीसरी बार दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की लिस्ट में शामिल किया था। उन्हें सूची में 37वें नंबर पर रखा गया है। इसके पहले वे साल 2020 में वो 41वें नंबर पर और साल 2019 में 34वें नंबर पर थीं। मालूम हो कि सीतारमण भारती की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं। खास बात ये हैं कि फोर्ब्स की लिस्ट में निर्मला सीतारमण अमेरिका की ट्रेजरी सेक्रेटरी जैनेट येलेन से भी आगे हैं, येलेन इस लिस्ट में 39वें नंबर पर हैं। उन्हें देश के सबसे ताकतवर सौ लोगों में 10 वां स्थान दिया गया है।
अजीत डोभाल को आठवां स्थान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी माने जाने वाले देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इस सूची में आठवें नंबर पर हैं। बता दें कि डोभाल मोदी सरकार में सबसे शक्तिशाली अधिकारी माने जाते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रबंधन में उनका लंबा अनुभव है। जिसका फायदा मोदी सरकार को देश और विदेश में चुनौतियों का सामना करने में मिलता है। डोभाल न केवल चीन और पाकिस्तान पर बल्कि देश और कश्मीर में सुरक्षा से संबंधित मामलों की देखरेख करते हैं। वह अगले चीफ आॅफ डिफेंस स्टाफ को नियुक्त करने के निर्णय पर एक प्रमुख भूमिका निभाएंगे। डोभाल रूस-यूक्रेन संकट पर प्रमुख निर्णय लेने वालों में से एक रहे हैं। वहां फंसे हुए भारतीयों को निकालने में उनकी अहम भूमिका देखी गई। 2021 में अजीत डोभाल इस सूची में सातवें स्थान पर थे।
अरविंद केजरीवाल को नौंवा स्थान
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 100 सबसे शक्तिशाली लोगों की लिस्ट में 9 वें नंबर पर हैं। 2022 में उनकी स्थिति में काफी सुधार हुआ है। बता दें कि 2021 में इस सूची में केजरीवाल 27वें नंबर पर थे। हाल ही में पंजाब विधानसभा चुनाव में आप की दमदार जीत के साथ, आम आदमी पार्टी प्रमुख केजरीवाल भाजपा के खिलाफ विपक्ष की एक मजबूत आवाज बनकर उभरे हैं।