मैदानी स्तर की जगह मंत्रालय में होगी बड़ी सर्जरी

  • कलेक्टरों को राहत, तो आला प्रभावशाली अफसरों के बदलेंगे विभाग
  • गौरव चौहान
मैदानी स्तर

प्रदेश के नए मुखिया डॉ. मोहन यादव के बनने के बाद से ही नौकरशाही में बड़े स्तर पर फेरबदल की अटकलें जोरों पर हैं। नई सरकार में पहला पदस्थापना आदेश खनिज विभाग के प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री के रुप में पदस्थ करने का जारी हुआ है , लेकिन इसके साथ ही यह भी तय हो गया है कि सरकार बहुत जरूरी होने पर ही मैदानी स्तर पर पदस्थ आईएएस अफसरों के तबादले करेगी, लेकिन मंत्रालय स्तर के अफसरों के विभागों में जरुर बड़े पैमाने पर फेरबदल करने जा रही है। कलेक्टरों की नई पदस्थापना न करने के पीछे की वजह है, अधिकांश कलेक्टरों की दिल्ली में होने वाली लोकसभा चुनाव की ट्रेनिंग और प्रदेश में 16 दिसंबर से 26 जनवरी तक विकसित भारत संकल्प यात्रा का निकाला जाना। यह यात्रा सरकार की प्राथमिकता में शामिल हैं। यात्रा के जरिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को योजनाओं का लाभ भी देना है और समस्याओं का समाधान भी करना है।
 सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री सचिवालय समेत अन्य आला अफसरों के तबादले की फाइल तैयार हो गई है, लेकिन विधानसभा के विशेष सत्र के समापन का इंतजार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सचिवालय में अधिकारियों की पदस्थापना की फाइल दो दिन पहले तैयार की जा चुकी है, जिनके आदेश भी जल्द ही हो सकते हैं। उधर, मंत्रालय स्तर पर ज्यादातर प्रमुख विभागों के विभागाध्यक्षों को बदला जा सकता है। इसके लिए मंत्रिमंडल के गठन का इंतजार किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो नए मंत्रियों का नाम तय होने के बाद ही मंत्रालय के विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, अपर सचिव की अदला-बदली या उन्हें हटाकर प्रशासनिक सर्जरी की जाएगी। यही वजह है कि अब मंत्रालय के सभी विभागों के प्रमुखों और अन्य महत्वपूर्ण अफसरों के लंबे अवकाश पर जाने से रोक लगा दी गई है। बताया जा रहा है कि इसको लेकर प्रभारी मुख्य सचिव वीरा राणा ने मौखिक निर्देश दिए हैं। जबकि मंत्रालय की प्रशासनिक सर्जरी होने पर प्रभारी मुख्य सचिव सहित लोक स्वास्थ्य, गृह, शिक्षा, ऊर्जा, राजस्व, परिवहन, लोक निर्माण, खनिज साधन, नगरीय निकाय एवं अधोसंरचना, श्रम, सहकारिता, सामान्य प्रशासन विभाग आदि के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, अपर सचिव का कार्यभार भी बदला जाना भी तय है। उधर, दो दिन पहले दरेरात मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी की जगह राघवेन्द्र कुमार सिंह की नियुक्ति आदेश जारी होने से मंत्रालय के अफसरों में  हडक़ंप की स्थिति बन गई। कहा जा रहा है कि नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बीते तीन दिनों के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुसार प्रदेश में सुशासन लाने व प्रदेशवासियों को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के प्रयास किए हैं। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अफसरों को एक सप्ताह में रोडमेप बनाकर योजनाओं का लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। इसका प्रशासनिक अधिकारियों पर यह असर हुआ है कि वह बहुत संभलकर अपना काम पूरा करने में जुटे हैं। इधर बताया जा रहा है कि शपथ लेने के बाद मंत्रियों से उनकी पसंद जानकर उनके मंत्रालयों में प्रमुख सचिव की नियुक्ति की जा सकती है। ऐसे में लोक स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, परिवहन विभाग से प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई,वन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया, नगरीय विकास एवं आवास के प्रमुख सचिव नीरजन मंडलोई व सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार सहित कई विभागों के प्रमुखों का विभाग बदला जाना लगभग तय माना जा रहा है।
इन अफसरों का भी बदला जाना तय
वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी, सचिव अजीत कुमार, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह, विधि विभाग के प्रमुख सचिव विनोद कुमार द्विवेदी, औद्योगिक नीति एवं निवेश के प्रमुख सचिव मनीष सिंह, जनजातीय कार्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन आदि को हटाकर नई जवाबदारी दी जाएगी।

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