- रेल यात्रियों को पुश-पुल ट्रेन के स्लीपर कोच में मिलेगा स्पीड का मजा
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। देश की पहली अमृत भारत ट्रेन का रूट रेलवे ने तैयार कर लिया है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इसका संचालन अतिशीघ्र किया जाएगा। वंदे भारत के बाद अब मप्र को तीन अत्याधुनिक अमृत भारत ट्रेन मिलने जा रही है। यह वंदे भारत एक्सप्रेस की एडवांस्ड वर्जन ट्रेन है।
भोपाल के रानी कमलापति और इंदौर से इस ट्रेन को दिल्ली के लिए शुरू किए जाने की संभावना है। यह ट्रेन खासकर आम लोगों और श्रमिकों के लिए बनाई गई है, जो अमूमन स्लीपर या जनरल कोच में यात्रा करना चाहते हैं। मगर साथ ही वो वंदे भारत जैसी सेमी हाई स्पीड ट्रेन जैसा आनंद लेना चाहते हैं, ताकि अपने गंतव्य तक जल्द पहुंच सकें वो भी आराम से। गौरतलब है कि अभी देश में चलाई जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस का सफर काफी महंगा है। इसलिए आम आदमी और श्रमिक वर्ग इस ट्रेन से सफर नहीं कर पा रहा है। इसको देखते हुए रेलवे में अमृत भारत ट्रेन चलाने की तैयारी शुरू कर दी है। वंदे अमृत भारत एक्सप्रेस का रंग केसरिया और ग्रे कलर में होगा। साथ ही इसका रुफ स्टील कलर का नहीं बल्की चमकता ऑरेंज होगा। रेलवे बोर्ड की ओर से पब्लिक डोमेन में जो जानकारियां शेयर की गई हैं उसके मुताबिक इस ट्रेन में टोटल 22 कोच होंगे। साथ ही ये ट्रेन कई रुट्स पर 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेगी।
ट्रेन में सिर्फ स्लीपर और जनरल श्रेणी के डिब्बे: अमृत भारत ट्रेन की खासियत होगी पुश-पुल टेक्नोलॉजी से लैस खास किस्म के इंजन जो ट्रेन को दोगुनी रफ्तार से दौड़ाएंगी। एक इंजन पुल करेगा यानी आगे की तरफ खींचेगा वहीं पुश इंजन ट्रेन को हाई-एक्सीलेरेशन देने में मददगार साबित होगा। जाहिर है यह ट्रेन दोहरी ताकत से आगे बढ़ेगा। इस ट्रेन में कोई भी एसी कोच नहीं होंगे। इसमें सिर्फ और सिर्फ स्लीपर और जनरल श्रेणी के डिब्बे ही होंगे। ये ट्रेन पुल-पुश तकनीक के आधार पर चलेगी जैसा कि रेलवे की ओर से पहले ही क्लियर कर दिया गया है। यानि ट्रेन स्टार्ट होते ही फुल स्पीड में फर्राटा भरने लगेगी।
वंदे भारत व राजधानी एक्सप्रेस से मुकाबला
खास बात यह है कि अभी तक आम लोगों के लिए इस रफ्तार से चलने वाली ट्रेन देश में नहीं है। वंदे अमृत भारत ट्रेन की रफ्तार राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस वंदे भारत का मुकाबला करेगी। आम लोगों के लिए ये ट्रेन है। इसलिए इसका किराया भी सामान्य होगा। अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन के दोनों सिरों पर इंजन लगेगा। यह पुश पुल टेक्नोलॉजी हैं जो मेमो एवं लोकल ट्रेनों में इस्तेमाल होती है। पहले दिल्ली-चेन्नई के के बीच इसे चलाने की योजना है। इसके बाद मध्य प्रदेश में ग्वालियर-बीना-भोपाल-इटारसी होकर दिल्ली तक यह ट्रेन चलेगी। पश्चिम मध्य रेलवे के सीपीआरओ हर्षित श्रीवास्तव का कहना है कि अमृत भारत ट्रेन सभी मंडलों में चलाए जाने की योजना इसका शेड्यूल जल्द ही बोर्ड से प्राप्त होने की उम्मीद है। इस ट्रेन में 12 सेकेंड क्लॉस, 3 स्लीपर कोच, 8 जनरल कोच कोच और दो गार्ड के डिब्बे होंगे। गार्ड के कोच में एक में महिलाओं के लिए और दूसरे में दिव्यांग यात्रियों के लिए जगह होगी। इसमें एक साथ 1800 यात्री सफर कर सकेंगे। ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे के साथ मॉर्डन टॉयलेट, सेंसर वॉटर टैप, मेट्रो की तरह अनाउंसमेंट सुविधा के साथ ही फायर सेफ्टी के लिए ऑटो स्मोक डिटेक्टर लगे हैं।
जर्क फ्री होगा सफर
ट्रेन में सेमी- परमानेंट कप्लर्स लगे हैं, जो इसे जर्क फ्री बनाएंगे। हर शीट के पास में चार्जिंग प्वाइंट्स है। ड्राइवर की कैब भी वंदे भारत ट्रेन की तरह है। गौरतलब है कि इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रेल माह में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। अभी तीन वंदे भारत मध्य प्रदेश में चल रही है। नए साल में अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई जाएगी। रेलवे का कहना है कि अमृत भारत ट्रेन आम लोगों की रेलगाड़ी होगी। इसमें मध्यम आय वर्ग और श्रमिक वर्ग के लोग टिकट लेकर एयर कंडीशन यात्रा का आनंद लेंगे। सामान्य रेलगाड़ी के किराए से 10 प्रतिशत ज्यादा किराया देकर आरक्षण मिलेगा। कम समय में लंबी दूरी दूरी का आरामदायक सफर तय हो सकेगा। ट्रेन का इंजन स्वदेशी तकनीक पर बना है। अमृत भारत ट्रेनें गद्देदार रैक के साथ हैं। भारतीय रेलवे का कहना है कि सीटें को इस तरह डिजाइन किया गया है ताकि ये ना सिर्फ आरामदेह और सुरक्षित हों। इन्हें एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन किया गया है। अभी तक साधारण ट्रेनों में यात्री सीट को लेकर शिकायत किया करते थे।