- सदस्यों को पार्टियां मुफ्त में करा रही भारत दर्शन
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में जिला और जनपद पंचायत चुनाव जीतने वाले सदस्यों की लॉटरी सी लग गई है। इन सदस्यों को अपने-अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने इन्हें तीर्थ दर्शन के नाम पर भारत भ्रमण कराना शुरू कर दिया है, ताकि जिला पंचायत व जनपद अध्यक्ष उनकी पसंद का बनाया जा सके। प्रदेशभर से मिली जानकारी के अनुसार तकरीबन एक सैकड़ा जिला-जनपद सदस्य प्रदेश के बाहर चले गए हैं। भले ही पंचायत चुनाव गैर दलीय आधार पर हुए हों पर निर्वाचित सदस्यों को साधकर रखने के लिए भाजपा और कांग्रेस के नेता पूरा जोर लगा रहे हैं। प्रदेश के अधिकांश जिलों के विजयी प्रत्याशियों को पार्टियों ने जिला और जनपद पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव की तिथि आने तक के लिए बाहर भेज दिया है। कोई सदस्य शिर्डी, मथुरा-वृंदावन की धार्मिक यात्रा कर रहा है तो कोई गोवा में समुद्र किनारे लहरें गिन रहा है। प्रदेश की 52 जिला पंचायतों और 313 जनपद पंचायतों के अध्यक्ष का चुनाव इस सप्ताह होना है। भाजपा और कांग्रेस को अपने समर्थकों के पाला बदलने का डर है।
कुछ अज्ञातवास पर तो कुछ पर्यटक स्थल पर
जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जे के लिए भाजपा कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। विदिशा जिला पंचायत के सदस्यों में कांग्रेस की सेंधमारी के डर से भाजपा ने अपने 10 सदस्यों को अज्ञातवास पर भेज दिया है। जिला पंचायत की अध्यक्ष की कुर्सी पर 17 साल से काबिज भाजपा इस बार फिर दमखम से वापसी की तैयारी में है। संगठन ने इसके लिए प्लानिंग कर ली है।
वहीं अध्यक्ष के लिए गीता रघुवंशी का नाम भी फाइनल कर दिया है। जिला पंचायत के 19 वार्डों में से 10 में भाजपा समर्थित सदस्यों ने चुनाव जीता है जबकि, कांग्रेस के 9 सदस्य चुनाव में विजयी हुए। सिर्फ एक वोट के अंतर से अध्यक्ष की कुर्सी का फैसला होगा। कांग्रेस की ओर से लटेरी क्षेत्र से निर्वाचित रैना सिंधु विक्रम सिंह के नाम पर सहमति बनी है। कांग्रेस ने एकजुट होकर बिना किसी ओर नाम पर विचार किए अध्यक्ष के लिए रैनादेवी को पार्टी का चेहरा बनाया है। वहीं अशोकनगर जिले में भी निर्वाचित सदस्यों की बाड़ाबंदी की जा रही है। किसी को पर्यटक स्थल तो किसी को धार्मिक स्थान पर भेजा रहा है।
ग्रामीण सरकार में कब्जे के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनों ही दल पूरी ताकत झोंक रहे हैं। जिपं अध्यक्ष पद को लेकर चल रही बाड़ेबंदी में दस में से आठ सदस्य भूमिगत हो गए हैं। ये लोग किसी का फोन नहीं उठा रहे । मात्र दो सदस्य होने के बाद भी भाजपा अपना अध्यक्ष बनाने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रही है। कांग्रेस अपने सदस्यों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए जुटी हुई है। यही कारण है कि प्रमाण पत्र मिलने के बाद से ही सदस्य भोपाल में नहीं है। बताया जा रहा है कि कुछ समय छत्तीसगढ़ और एमपी बार्डर से लगे एक रिसोर्ट में रूकने के बाद सभी लोगों को राजस्थान ले जाया गया था। वर्तमान में भी यह सदस्य धार्मिक स्थल की यात्रा में है।
बैरिया में भाजपा की जीत तय
बैरसिया जनपद पंचायत में 25 सदस्य हैं। यहां भाजपा 18 सदस्यों का समर्थन होने का दावा कर रही है। बताया जा रहा है कि 13 सदस्यों को तो चुनाव तक जिले के बाहर ही भेज दिया गया है। वहीं पांच सदस्य क्षेत्र में ही हैं। जिले से बाहर जाने वालों में दो कांग्रेस समर्थित सदस्य भी बताए जा रहे हैं। इधर, कांग्रेस भी 12 सदस्य होने का दावा कर रही है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि चुनाव में भाजपा सभी हथकंडे अपना रही है। यही कारण है कि उन्होंने सदस्यों को खुला छोड़ रखा है। चुनाव के दिन स्थिति साफ हो जाएगी। जनपद पंचायत फंदा में अध्यक्ष पद को लेकर दोनों ही दल भाजपा और कांग्रेस में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। बताया जा रहा है। कि भाजपा ने 8 सदस्यों को तो कांग्रेस ने 6 सदस्यों को जिले से बाहर भेजा हुआ है। यह सदस्य चुनाव के दौरान ही सामने आएंगे।
भाजपा को सता रहा सेंधमारी का डर
भाजपा की कोशिश है की प्रदेश में अधिक से अधिक उसके समर्थित जिला पंचायत व जनपद अध्यक्ष बने। लेकिन उसे सेंधमारी का डर सता रहा है। खंडवा जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। जबकि 16 सदस्यों में से भाजपा के 8 सदस्य जीते हैं, लेकिन एक भी इस जाति से नहीं है। लिहाजा भाजपा से बागी निर्दलीय कंचन तन्वे को अध्यक्ष बनाना तय हुआ है। इसके अलावा दूसरा बागी भी इसी जाति से है और उसने जीत दर्ज कर ली है। यहां से कांग्रेस ने 6 सीट जीती है। भाजपा को डर है कि यदि दो बागी कांग्रेस में शामिल हो जाते है तो समीकरण बिगड़ जाएगा। यही वजह है कि सभी सदस्यों को भोपाल लाया गया। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उनकी मुलाकात कराई गई। पहले कहा जा रहा था कि इन सदस्यों को नेपाल ले जाने की तैयारी थी। हाटपिपल्या नगर परिषद में अध्यक्ष पद को लेकर घमासान है। यहां पर बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत है। बावजूद इसके पार्टी को क्रास वोटिंग व सेंधमारी का डर सता रहा है। ऐसे में निर्वाचित पार्षद सदस्यों व प्रतिनिधियों को शहर से बाहर किसी दूसरी जगह भेजे जाने की बात सामने आ रही है। यहां के जीते हुए प्रतिनिधियों की बस में एक साथ बैठे हुए फोटो भी वायरल हो रही है। जिससे यह तो साफ हो गया है कि निर्वाचित सदस्य शहर से बाहर किसी दूसरे स्थान पर भेजे गए है। यहां से भाजपा के विनोद जोशी, महेंद्र यादव दीपाली भुजराम जाट अध्यक्ष बनने का दावा कर रहे हैं।
27 से 29 जुलाई तक तीन दिन महत्वपूर्ण
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक 52 जिला पंचायतों में अध्यक्ष का चुनाव 29 जुलाई और 313 जनपद अध्यक्षों व उपाध्यक्षों का चनाव 27-28 को होगा। लेकिन चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से भाजपा-कांग्रेस ने बाड़ाबंदी शुरू कर दी। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के गृह क्षेत्र राजगढ़ जिला पंचायत के सदस्यों को छत्तीसगढ़ पहुंचाया गया है। जबकि मंदसौर, झाबुआ के सदस्यों को भाजपा ने गुजरात भेजा है। शिवराज सरकार में मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के इलाके शिवपुरी के सदस्य मथुरा-वृंदावन में धर्मिक पर्यटन कर रहे हैं। खबर है कि भाजपा ने उज्जैन जिला पंचायत के 13 सदस्यों (3 निर्दलीय भी) को राजस्थान व 6 जनपदों के सदस्यों देव दर्शन यात्रा पर भेजा है। जबकि मंदसौर के जिला पंचायत के सदस्यों को भाजपा के नेता सड़क मार्ग से गुजरात ले गए हैं। बुरहानपुर जिला पंचायत के 16 सदस्य पुष्कर गए। यह भी दावा किया जा रहा है कि भाजपा की बाड़ाबंदी में सेंध लग गई है और पुष्कर गए 6 सदस्य राजस्थान पहुंच गए हैं। ऐसा नहीं कि दोनों दलों को केवल जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में क्रास वोटिंग का डर है। बुरहानपुर खकनार जनपद अध्यक्ष की प्रमुख दावेदार भाजपा की पूजा दादू 16 सदस्यों के साथ त्रंबकेश्वर, शिर्डी में रुके हैं।