- बनाई जाएगी चुनावी जीत की रणनीति
- गौरव चौहान
लोकसभा चुनाव की घोषणा अभी भले ही नहीं हुई है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर आज दोनों पार्टियों की बड़ी बैठक हो रही है। इस बैठक में लोकसभा की सभी 29 सीटों के दावेदारों के नाम पर मंथन किया जाएगा। गौरतलब है कि भाजपा जहां प्रदेश की सभी 29 सीटें जीतने की रणनीति पर काम कर रही है, वहीं कांग्रेस का फोकस है कि कम से कम 10 सीटों पर कब्जा जमाया जाए। विधानसभा चुनाव जीतने के बाद जहां भाजपा में उत्साह चरम पर है। भोपाल सीट को लेकर भाजपा में घमासान के हालात हो गए हैं। यहां अभी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सांसद है, लेकिन उनकी टिकट को लेकर संशय है। यहां पिछली बार कांग्रेस से दिग्विजय सिंह लड़े थे, लेकिन इस बार वे चुनाव लडऩे से इंकार कर चुके हैं। भाजपा के जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी भी दावेदारी कर रहे हैं। वहीं पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम भी चर्चा में है। उनके लिए उच्च स्तर पर विमर्श का दौर शुरू हो गया है। भाजपा ने छिंदवाड़ा लोकसभा सीट को लेकर बेहद कसावट की रणनीति अपनाई है। अभी भाजपा के पास 29 में से 28 सीट है। पूर्व सीएम कमलनाथ की परंपरागत सीट पर पुत्र नकुल नाथ सांसद है। वहीं कांग्रेस हार से निकलकर नए जोश के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है।
प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां लोकसभा चुनाव को लेकर होमवर्क कर रही है और उसमें अब तेजी लाई जा रही है। इसी क्रम में भाजपा के तमाम बड़े नेता आज भोपाल में जुटे हैं और लोकसभा चुनाव को लेकर नेताओं की पहली बड़ी बैठक आज भाजपा कार्यालय में हो रही है। इस बैठक में प्रदेश की सभी 29 सीटों को जीतने के प्लान को फाइनल टच दिया जाएगा। लोकसभा चुनाव की दस्तक के साथ भाजपा में टिकटों को लेकर सर्वे, फीडबैक और मंथन का दौर शुरू हो गया है। टिकटों के लिए भोपाल सहित कुछ सीटों पर दावेदारों की होड़ शुरू हो गई है। इसके चलते प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के स्तर पर प्रारंभिक तैयारी करना शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा नरेंद्र सिंह तोमर, राकेश सिंह, प्रहलाद पटेल, उदय प्रताप सिंह व रीति पाठक की सीटों पर भी दावेदारों पर मंथन चल रहा है। वहीं कांग्रेस की बैठक पीसीसी में हो रही है। जहां दावेदारों के नामों पर चर्चा की जा रही है।
जल्द प्रत्याशी घोषित करेगी कांग्रेस
विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस चुकी है। लोकसभा चुनाव को लेकर इस महीने के आखिरी में कांग्रेस उम्मीदवार घोषित करने की तैयारी कर रही है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से नियुक्त स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष रजनी पाटिल की अध्यक्षता में आज मध्यप्रदेश कांग्रेस की बैठक प्रदेश कार्यालय में हो रही है। बैठक में 29 लोकसभा सीटों के दावेदारों के नामों का पैनल बनाया जाएगा। लोकसभा चुनाव के लिए नियुक्त 29 को-ऑर्डिनेटर ने अपने प्रभार के क्षेत्र में आने वाली सभी सात-आठ विधानसभाओं में जाकर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठकें की हैं। इन बैठकों में संभावित दावेदारों के नामों के पैनल भी दिए जाएंगे। इसके साथ ही जीत-हार के लिए जरूरी फैक्टर्स पर भी चर्चा होगी। गौरतलब है कि एआईसीसी ने हिंदी भाषी राज्यों का क्लस्टर बनाकर स्क्रीनिंग कमेटियों का गठन किया है। इसमें गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली, दमन और दीव और दादरा व नागर हवेली के लिए तीसरी स्क्रीनिंग कमेटी बनाई गई है। रजनी पाटिल को स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वहीं, कृष्णा अल्लावुरु और परगट सिंह इसके सदस्य हैं। ये तीनों नेता बैठक में शामिल होंगे।
लोकप्रिय प्रत्याशी को चुनाव में उतारेगी कांग्रेस
विधानसभा चुनाव में कमलनाथ का फार्मूला फेल होने के बाद कांग्रेस अब कार्यकर्ताओं के मनपसंद प्रत्याशी को लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारने की रणनीति बनाई है। प्रदेश के सभी संसदीय क्षेत्रों में प्रदेश नेतृत्व लोकसभा क्षेत्रों से उम्मीदवारी घोषित करने के लिए कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं। प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह के साथ प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी व नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ग्वालियर-चंबल अंचल के तीनों संसदीय क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं व लोकसभा समन्वय समिति से चर्चा करने के लिए चार फरवरी को जिले में बैठक लेंगे। इससे पहले ग्वालियर लोकसभा के प्रभारी एवं पूर्व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव भी चर्चा कर चुके हैं। विधानसभा चुनाव में अलग-अलग स्तर पर कराये गये सर्वे के आधार पर प्रदेश की लगभग अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार घोषित किये थे। गिनती की विधानसभा क्षेत्रों में प्रमुख नेताओं की पसंद को ध्यान में रखा गया था। कमलनाथ का सर्वे के आधार पर टिकट देने का फार्मूला बुरी तरह से फेल हुआ। कांग्रेस बहुमत के आंकड़े तक पहुंचना तो दूर 100 के आंकड़े को पार नहीं कर पाई। अब कांग्रेस अपने परंपरागत फार्मूले को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी तय करने को आधार बनाएगी। प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं से वन-टू-वन चर्चा कर उम्मीदवारी तय की जायेगी। ग्वालियर शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष डा. देवेंद्र शर्मा ने बताया कि चार फरवरी को दोनों अंचलों के संसदीय क्षेत्रों के समन्वय समिति की बैठक प्रदेश प्रभारी व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष अलग-अलग बैठक लेंगे।
भाजपा की पहली बड़ी बैठक
गौरतलब है कि राज्य की 29 लोकसभा सीटों के लिए सात क्लस्टर बनाए गए हैं और उनकी जिम्मेदारी राज्य के प्रमुख नेताओं को सौंपी गई है। इतना ही नहीं चुनाव के लिए प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह और सतीश उपाध्याय बनाए गए हैं। इसके अलावा राज्य की हर सियासी गतिविधि पर राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश की भी नजर है। लोकसभा चुनाव को लेकर नेताओं की पहली बड़ी बैठक आज हो रही है। इस बैठक में क्लस्टर प्रभारी के अलावा प्रमुख नेता और राज्य के संगठन प्रमुख विष्णु दत्त शर्मा के अलावा मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मौजूद रहेंगे। भाजपा सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में सत्ता और संगठन से जुड़े नेता आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार करेंगे और अन्य तैयारियां पर भी चर्चा करेंगे। साथ ही यह रणनीति बनाई जाएगी की बूथ स्तर पर किस तरह काम किया जाए। भाजपा ने लोकसभा चुनाव की तैयारी के मद्देनजर 29 लोकसभा सीटों को सात क्लस्टर में बांटा है। इनमें ग्वालियर चंबल का प्रभारी पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, इंदौर का प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सागर क्लस्टर का प्रभारी पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह, रीवा का प्रभारी उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला, जबलपुर का प्रभारी ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, भोपाल का प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग और उज्जैन का प्रभारी उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा को बनाया गया है। 17 और 18 फरवरी को दिल्ली में भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक रखी गई है। इस बैठक में सभी मोर्चों के राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल होंगे। इसके साथ प्रदेश पदाधिकारी, कोर कमेटी, अनुशासन समिति, वित्त समिति, चुनाव समिति के सदस्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी दो दिन की बैठक में शामिल होंगे।