-मिशन के तहत इस बार एक साथ 30 इकाइयों को मिली मंजूरी
भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी /बिच्छू डॉट कॉम। आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में सरकार का फोकस युवाओं को उद्यमी बनाने पर है। इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू कर रखी है। इसी में से एक है राष्ट्रीय पशुधन मिशन। इसके तहत सरकार से आर्थिक सहायता लेकर युवा उद्यमी बन रहे हैं। दरअसल, भारत सरकार का राष्ट्रीय पशुधन मिशन पहले से कहीं ज्यादा लक्ष्य आधारित होकर आत्मनिर्भर भारत में जुटा है। उप-संचालक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग डॉ. भगवान मंघनानी का कहना है कि ग्रामीण युवा भी उद्यमी बनना चाह रहे हैं। विभाग उन्हें सलाह और तकनीकी समर्थन दे रहा है। कोशिश है कि आवेदनों को समय पर प्रक्रिया में लाकर अनुदान राशि के लिए केंद्र के संबंधित विभाग के पास भेज दिया जाए।
जानकारी के अनुसार, उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत प्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने 35 प्रोजेक्ट मंजूरी के लिए भेजे थे। इनमें से पहली बार एक साथ 30 इकाइयों को मंजूरी मिल गई है। उद्यमियों को 5.69 करोड़ रुपए की अनुदान राशि मिलेगी। उद्यमी मित्र पोर्टल पर राज्य के 18 जिलों से 35 आवेदन मिले थे। दस्तावेजों की छानबीन विभाग की राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति ने की। केंद्र की प्रोजेक्ट अप्रेजल कमेटी ने बिना देर किए 30 आंत्रप्रेन्योर के प्रोजेक्ट को हरी झंडी देते हुए राशि स्वीकृत कर दी। यह राशि सिडबी बैंक के माध्यम से 31 मार्च तक लोन देने वाले बैंक में हितग्राहियों के खाते में जा चुकी है।
मिशन के तहत कई योजनाएं
जानकारी के अनुसार भारत सरकार के राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत केंद्र ने कई विभागों की योजनाओं को उद्यम का स्वरूप दिया है। राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत फीड एव फोडेर (पौष्टिक पशु भोजन या चारा निर्माण), इंग्लिश पिग फार्मिंग, भेड़-बकरी फार्मिंग और पोल्ट्री फार्मिंग को मुनाफे का सौदा बनाने की कवायद जारी है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में युवाओं को प्रोजेक्ट और इकाइयां लगाने के लिए सहायता मिली है। खरगोन में 5 फीड एवं फोडर, भेड-बकरी फार्मिंग इकाइयां, भोपाल में 5 इंग्लिश पिग फार्मिंग, फीड एवं फोडर, भेड़-बकरी फार्मिंग इकाइयां, जबलपुर में 2 फीड एवं फोडर, पोल्ट्री फार्मिंग, रीवा में 2 पोल्ट्री फार्मिंग, फीड एवं फोडर इकाइयां, नर्मदापुरम में 2, इंदौर में 1, ग्वालियर में 1, अशोकनगर में 1, सीहोर में 1, हरदा में 1 फीड एवं फोडर इकाई, कटनी में 1, रायसेन में 1 पोल्ट्री फार्मिंग इकाई, पन्ना में 2, रतलाम में 1, देवास में 1, धार में 1, विदिशा में 1, सिंगरौली में 1 भेड़-बकरी फार्मिंग इकाइयों को मंजूरी दी गई है।