
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में इस बार दस माह के लिए कराए जा रहे शराब दुकानों के ठेके से अब तक सरकार को बीते साल की तुलना में करीब नौ सौ करोड़ रुपए अधिक मिलना तय हो चुका है। यह आय वृद्धि सिर्फ 27 जिलों के ठेके से होने जा रही है। अभी 25 जिलों में ठेका होना है, जिसकी वजह से माना जा रहा है कि नए शराब ठेकों से इस साल अधिक आय का आंकड़ा करीब एक हजार करोड़ रुपए से अधिक हो सकता है। खास बात यह है कि इस बार शराब सिंडिकेट ने बड़े शहरों वाले जिलों के ही ठेके रिन्यू कराए हैं।
इससे यह भी तय हो गया है कि इस बार भी बीते साल की ही तरह शराब सिंडिकेट की ठेकों में मनमानी जारी रहने वाली है। खास बात यह है कि ठेकेदारों द्वारा सिर्फ उन्हीं जिलों के ठेके रिन्यू कराए गए हैं जो उनके लिए बड़ी कमाई के साबित हो चुके हैं। ठेकेदारों ने दूसरे राज्यों की सीमा से लगे जिलों में इस बार कोई रुचि नहीं दिखाई है। इसकी वजह है उन जिलों में मनमाने दामों पर शराब का विक्रय नहीं कर पाना बताया जा रहा है। गौरतलब है कि सरकार ने बीते रोज तक का समय शराब दुकानों का नए साल के लिए रिन्यू कराने की समय सीमा तय की थी। चालू वित्त वर्ष के ठेकों का नवीनीकरण करने के लिए 318 शराब समूहों ने दस फीसदी बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव दिया है। हालांकि सात जिले ऐसे रहे, जिनके लिए किसी भी ठेकेदार द्वारा रुचि नहीं ली है , जिसकी वजह से इन जिलों के लिए कोई भी प्रस्ताव नहीं मिला है। नए ठेकों की बात की जाए तो सबसे महंगा शराब का ठेका 9 अरब 10 करोड़ 30 लाख 76 हजार रुपए में इंदौर में गया है। उसके बाद भोपाल का 7 अरब 14 करोड़ 58 लाख 81 हजार रुपए में गया है, जबकि जबलपुर का ठेका 4 अरब 74 करोड़ 85 लाख 84 हजार और ग्वालियर का ठेका 3 अरब 54 लाख 22 हजार रुपए में गया है। सरकार को मिले अब तक नवीनीकरण प्रस्ताव से 70 अरब 57 करोड़ 35 लाख 41 हजार 187 का राजस्व मिलना तय हो गया है। जो करीब 81.67 फीसदी है। प्रदेश में 413 शराब समूह हैं, जिनमें से 318 समूहों ने अपनी दुकानों का नवीनीकरण कराया है। गौरतलब है कि इस बार ठेके दस माह के लिए दिये जा रहे हैं। इसके बाद अगले साल होने वाले ठेके 31 मार्च के बाद नये सिरे से किये जाएंगे। इस बार कोरोना के चलते लॉकडाउन लगाए जाने की वजह से शराब ठेकेदारों को दो माह का अतिरिक्त समय दिया गया है।
ठेकों की नई कीमत का यह है गुुणा-भाग
नवीनीकरण के लिए वर्ष 2020-21 के दस माह के मूल्य की गणना के लिए 31 मार्च 2021 की अवधि में जो ठेके संचालित हैं, उनके स्वीकृत मूल्य को प्रोरेक्ट आधार पर 365 दिवस का बनाया जाकर उसमें से एक अप्रैल 2020 से 31 मई 2020 की अवधि के वास्तविक मूल्य को घटाया गया। इसके बाद दस माह के प्राप्त मूल्य में दस प्रतिशत वृद्धि कर 1 जून से शराब दुकानों के ठेकों का नवीनीकरण किया जाएगा।
इन जिलों के ठेके हुए रिन्यू
आगर, अशोक नगर, बालाघाट, भिंड, भोपाल, छिंदवाड़ा, दमोह, डिंडोरी, गुना, ग्वालियर, हरदा, इंदौर, जबलपुर, कटनी, खंडवा, मुरैना, नरसिंहपुर, नीमच, रायसेन, राजगढ़, रीवा, सागर, सतना, सीहोर, शिवपुरी, उज्जैन, विदिशा में शराब ठेकेदारों ने नवीनीकरण कराने में रूचि दिखाई।
इन जिलों के लिए दोबारा होंगे टेंडर
अलीराजपुर, अनूपपुर, बड़वानी, बैतूल, बुरहानपुर, छतरपुर, दतिया, देवास, धार, होशंगाबाद, झाबुआ, खरगोन, मंडला, मंदसौर, निवाड़ी, पन्ना, रतलाम, सिवनी, शहडोल, शाजापुर, श्योपुर, सीधी, सिंगरौली, टीकमगढ़ और उमरिया जिलों में नए सिरे से शराब के ठेके किए जाने हैं। इनमें से अधिकांश जिले सीमावर्ती इलाके में आते हैं।
मंत्रियों की समिति करेगी वैकल्पिक व्यवस्था
जिन दुकानों का नवीनीकरण नहीं हो पाया है , उनमें किस तरह की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। इसके लिए चार मंत्रियों की समिति गठित की गई है। जीएडी ने इसमें मंत्री जगदीश देवड़ा, तुलसीराम सिलावट, मीना सिंह और अरविंद सिंह भदौरिया को सदस्य बनाया है। समिति का सचिव आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव को बनाया गया है।
26 मई को होंगे टेंडर
जिन जिलों में शराब ठेकों का नवीनीकरण नहीं हो पाया है उन जिलों के लिए 23 मई को टेंडर जारी किये जाएंगे। ठेकेदार 26 मई को दोपहर एक बजे तक टेंडर जमा कर सकेंगे। उसी दिन दो बजे ऑनलाइन टेंडर खोले जाएंगे। दूसरे चरण में छोटे समूहों के लिए 27 मई को टेंडर जारी किये जाएंगे। 29 मई को दोपहर एक बजे तक टेंडर जमा किये जा सकेंगे। उसी दिन दोपहर दो बजे ऑनलाइन टेंडर खोले जाएंगे।