सूबे में आधी लाडली लक्ष्मी ओबीसी की

लाडली लक्ष्मी

भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। बच्चियों के सर्वांगीण विकास के लिए चलाई जा रही लाडली लक्ष्मी योजना में प्रति वर्ष औसतन तीन लाख पंजीयन  हो रहे हैं। प्रदेश में अब तक 43 लाख बच्चियां लाड़ली लक्ष्मी बन चुकी है। इनमें लगभग आधी लाड़ली अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की हैं। दरअसल, प्रदेश की कुल आबादी में ओबीसी की आबादी करीब 52 फीसदी है। इसलिए इस वर्ग की अधिक बच्चियां लाडली लक्ष्मी बनी हैं।
गौरतलब है कि लाड़ली लक्ष्मी योजना मध्य प्रदेश की शुरूआत 01 अप्रैल 2007 में की गई थी। यह योजना बच्चियों के लिए वरदान साबित हुई है। लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत शुरू में 5 साल तक लगातार 6000 रूपए हर साल जमा किए जाते हैं। उसके बाद लड़की के कक्षा 6वीं में प्रवेश होने पर 2000 रूपए 9वी में प्रवेश लेने पर 4000 रूपए और 11वी में जाने पर 6000 रूपए दिया जाता है। उसके बाद 12वी में जाने पर 6000 रूपए दिया जाता है। उसके बाद लड़की के 21 साल होने के बाद 1,00,000 रूपए खाते में दिया जाता है।
21.48 लाख से ज्यादा लाड़ली ओबीसी की
प्रदेश में अब तक लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत कुल 43 लाख से ज्यादा बच्चियों का पंजीयन किया गया है। इनमें से 21.48 लाख से ज्यादा लाड़ली अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की हैं। सबसे कम हिस्सेदारी सामान्य वर्ग की बच्चियों की है। इसकी मुख्य वजह सामान्य वर्ग के ज्यादातर परिवारों का योजना के मानदंड से बाहर होना है। प्रदेश में प्रति वर्ष लगभग तीन लाख बच्चियों का पंजीयन लाड़ली लक्ष्मी योजना में किया जाता है। इतनी संख्या में पंजीयन 2017 से हो रहे थे ,लेकिन 2021-22 और 2022-23 में पंजीयन में करीब दस 2022 हजार की कमी आई हैं। 2022-23 में एक लाख दो हजार बच्चियों पंजीयन किया गया। सबसे ज्यादा पंजीयन 2011-12 में लगभग 3.56 लाख हुए। वर्ष 2013 से लेकर 2015 तक 50 हजार तक कम पंजीयन हुए।
डेढ़ लाख बच्चियों का पंजीयन जन्म लेते ही
डेढ़ लाख बच्चियों के अभिभावक योजना में पंजीयन कराने के लिए देरी से जागे हैं। इसके चलते इन बच्चियों का पंजीयन 3 से 6 साल के बाद किया गया। उन्हें इसमें मशक्कत भी करनी पड़ी। सवा लाख बच्चियों के पिता इतने जागरुक थे ,कि जन्म होते ही उनका नाम योजना में दर्ज करा दिया। प्रदेश में अभी तक ओबीसी की 2148979,अजजा की 876037, अजा की 678807 और सामान्य वर्ग की 604360 बच्चियों का पंजीयन हुआ है।
लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0
मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने लाड़ली लक्ष्मी योजना के नए सिरे से चालू कर लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 लांन्च किया है। इसके तहत मध्य प्रदेश की बेटियों को कॉलेज में प्रवेश लेने के बाद ही 25 हजार रुपए की राशि दी जाती है। इसका भुकतान दो किस्तों में किया जाता है। पहली किस्त एडमिशन के बाद 12500 रुपए के दी जाती है। दूसरी किस्ट कॉलेज के दौरान कभी भी दी जा सकती है। इससे पहले मध्य प्रदेश की लाडली लक्ष्मी योजना में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए थे और लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 के तहत लाडली लक्ष्मी बालिका प्रोत्साहन विधेयक 2022 के प्रारूप को स्वीकृति दी गई थी, जिसमें लाड़ली लक्ष्मी योजना के हितग्राहियों को पहले से 25000 रूपए बढकर कुल 147000 रुपए का लाभ दिए जाने की बात कही गई थी। ये राशि माता-पिता और बच्ची के खाते में अलग-अलग समय पर ट्रांसफर की जाती है।
दो नवंबर को लाड़ली लक्ष्मी 2.0 का शुभारम्भ
 मध्य प्रदेश की बेटियों के लिए खुशखबरी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री और बेटियों के मामा शिवराज सिंह चौहान 2 नवंबर को उनके खातों में पैसे ट्रांसफर करने वाले हैं। ये पैसे लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 के तहत खातों में डाले जाएंगे। इसका फायदा कॉलेज में प्रवेश लेने वाली लाड़लियों को मिलेगा। इस कार्यक्रम के जरिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हितग्राही बेटियों के खाते में 12500 रुपए डालेंगे। इससे पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 का कार्यक्रम अक्टूबर में ही होना था, लेकिन पीएम मोदी के उज्जैन दौरे के कारण इसे टाल दिया गया था। अब दोबारा से इस कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है। इसके लिए तारीख 2 नवंबर तय की गई है। इसे रोज मध्य प्रदेश की बेटियों की बल्ले-बल्ले होने वाली है।

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