जैन होंगे प्रदेश के अगले प्रशासनिक मुखिया, विवेक और राव की भी होगी वापसी!

अनुराग जैन
  • नई सरकार में मिलेगी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी

विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। सत्ता का निजाम बदलते ही प्रदेश कैडर के कई वरिष्ठ आईएएस अफसरों की प्रदेश वापसी तय मानी जा रही है। इसके साथ ही यह भी माना जाने लगा है कि अगले प्रशासनिक मुखिया वरिष्ठ आईएएस अफसर अनुराग जैन को बनाया जा सकता है। उनके साथ ही दो अन्य वरिष्ठ अफसर विवेक अग्रवाल और हरिरंजन राव भी प्रदेश में वापसी कर सकते हैं। इधर, मुख्यमंत्री के नए प्रमुख सचिव को लेकर भी कयास लगाए जाने लगे हैं। दरअसल अभी वरिष्ठता के हिसाब से चुनाव प्रक्रिया के बीच वीरा राणा को मुख्य सचिव का प्रभार दिया गया है। वे तीस मार्च को सेवानिवृत्त हो जाएंगी। इसकी वजह से फरवरी माह में नए प्रशासनिक मुखिया का नाम तय कर उन्हें बतौर ओएसडी पदस्थ कर दिया जाएगा, जिससे राणा की जगह नए मुख्य सचिव द्वारा कार्यभार सम्हाला जा सके। फिलहाल प्रदेश में यह परंपरा पुरानी है, लेकिन चुनावी आचार संहिता की वजह से राणा के मामले में इस प्रक्रिया को नहीं अपनाया जा सका है। जैन अभी केन्द्र में भूतल परिवहन विभाग में सचिव के पद पर पदस्थ हैं। जैन के प्रदेश वापसी करने पर उन्हें नया मुख्य सचिव बनाया जाएगा। अतिविश्वसनीय सूत्रों के अनुसार श्रीमती राणा का कार्यकाल पूरा होने के एक माह पूर्व फरवरी 2024 के अंतिम या मार्च के प्रथम सप्ताह में राज्य सरकार किसी वरिष्ठ अधिकारी को मंत्रालय में ओएसडी नियुक्त कर देगी। ओएसडी ही वीरा राणा की सेवानिवृत्ति पर 31 मार्च 2024 को राज्य के प्रशासनिक मुखिया का पदभार संभाल लेगा। यदि किसी वजह से जैन प्रदेश नहीं लौटते हैं, तो अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा या अपर मुख्य सचिव नर्मदा घाटी विकास एसएन मिश्रा में किसी एक को मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। अंतिम फैसला मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को लेना है। सूत्रों के अनुसार केन्द्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ अतिरिक्त सचिव वित्त विवेक अग्रवाल तथा प्रधानमंत्री कार्यालय में पदस्थ अतिरिक्त सचिव हरिरंजन राव भी प्रदेश लौट सकते हैं। उनकी प्रदेश वापसी पर उन्हें भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी। यह दोनों ही अफसर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन में कलेक्टर के रुप में काम कर चुके हैं। यही नहीं यादव जब पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष थे, तब हरिरंजन राव निगम के एमडी भी रहे हैं।
प्रशासनिक फेरबदल जल्द
प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जल्द ही कुछ अति आवश्यक प्रशासनिक फेरबदल भी कर सकते हैं। बताया जाता है कि प्रदेश में जो भी मैदानी स्तर पर ताबदले होने हैं, वे 20 दिसंबर के पहले करने होंगे। इसकी वजह है लोकसभा चुनाव के लिए बीस दिसम्बर से मतदाता सूची का काम शुरु हो जाएगा। इसके बाद कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी तथा चुनाव कार्य से जुड़े अन्य अधिकारियों के स्थानांतरण चुनाव आयोग की अनुमति के बिना नहीं किए जा सकेंगे। वही नहीं 64 हजार 626 बूथ लेवल के अधिकारियों के भी तबादले नहीं किए जा सकेंगेे। लोकसभा चुनाव की घोषणा हर हाल में मार्च 2024 के दूसरे सप्ताह में हो सकती है। इसके मद्देनजर चुनाव आयोग ने सभी राज्यों को मतदाता सूचियां तैयार करने के लिए कहा है।
राव या शुक्ला हो सकते हैं नए पीएस
प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज विधिवत रूप से कामकाज संभाल लिया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव लिए नामों की चर्चा शुरू हो गई है। वर्तमान मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी का अब केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर जाना तय माना जा रहा है। वे बीते कुछ माह से  प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। माना जा रहा है कि अब उनको प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति राज्य सरकार द्वारा दे दी जाएगी। गौरतलब है कि उनके पत्नी दीपाली रस्तोगी को राज्य सरकार ने प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति पहले ही दे दी है। वे कभी भी प्रतिनियुक्ति पर जा सकती है। रस्तोगी लगभग साढ़े तीन साल तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रमुख सचिव रहे। अब देखना यह है कि नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव किस अफसर पर भरोसा जताते हुए अपना प्रमुख सचिव बनाते हैं। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के लिए केन्द्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हरिरंजन राव प्रमुख सचिव संस्कृति व पर्यटन शिवशेखर शुक्ला के नाम की चर्चा है। शुक्ला उज्जैन कलेक्टर रह चुके हैं। इसके अलावा प्रमुख सचिव पीएचई व उद्योग संजय शुक्ला, प्रमुख सचिव खनिज साधन राघवेन्द्र सिंह तथा संदीप यादव के नाम की भी चर्चा है। यादव उज्जैन कमिश्नर भी रह चुके है।

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