- मिलेगी किसानों को खेती की नवीनतम तकनीकों की जानकारी …
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। इजराइल द्वारा प्रदेश मे दो कृषि उत्कृष्टता केन्द्र शुरू किए जाने के बाद अब हरदा व नीमच में केन्द्र खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई है। पहले दो केन्द्रों में एक छिंदवाड़ा और दूसरा मुरैना में खोला जा चुका है। इसमें छिंदवाड़ा में संतरे और मुरैना में सब्जी उत्पादन पर फोकस किया जाना है। इन दोनों ही केन्द्रों का निर्माण कार्य अब अंतिम चरण मे है। इन दोनों केन्दों पर जल्द की काम शुरू हो जाएगा। यह केन्द्र इजराइल की अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी के सहयोग से स्थापित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही सिंचाई क्षेत्र में भारत और इजराइल द्वारा मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड अंचल में जल परियोजनाओं पर भी कार्य किया जा रहा है। विशेष रूप से दोनों देश जल प्रबंधन के अन्य संभावित क्षेत्रों में सहयोग के लिए तत्पर हैं। अधिकृत जानकारी के अनुसार इजराइल के भारत में 29 कृषि उत्कृष्टता केन्द्र हैं। छिंदवाड़ा में संतरा और मुरैना में सब्जी उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। इजराइल दूतावास में कृषि मामलों को देख रहे यायर एशेल बीते दिनों हरदा जिले में स्थापित होने वाले तीसरे केंद्र के लिए स्थान चयन के लिए दौरा भी कर चुके हैं। हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग का कहना है कि हरदा जिला कृषि प्रधान जिला है। यहां के उन्नत किसान चाहते हैं कि सेंटर आॅफ एक्सीलेंस खुले। उनको जो मार्ग दर्शन मिलेगा तो निश्चित ही लाभकारी होगा। इजराइल की टीम ने तीन लोकेशन देखी हैं एक अच्छी लगी जहां वेजिटेबल के लिए सेंटर स्थापित किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन केन्द्रों पर किसानों को खेती की नवीनतम तकनीकों की जानकारी मिल सकेगी, जिससे वे कृषि उत्पादन और आय बढ़ा सकेंगे। यहां किसानों को इजराइल की कृषि तकनीकी के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसमें कम पानी से सिंचाई कर अधिक पैदावार करने एवं आय बढ़ाने की तकनीकी के बारे में जानकारी दी जाएगी।
अंतर्राष्ट्रीय विकास और सहयोग के लिए इजरायल की एजेंसी एक तकनीकी भागीदार के रूप में भारत-इजरायल कृषि परियोजना का नेतृत्व कर रही है। किसानों की आय बढ़ाने के लिये इजराइल के सहयोग से यह केंद्र तैयार हो रहे हैं। खास बात यह है कि इजराइल के काउंसलेट जनरल कोबी शोशानी ने मध्यप्रदेश प्रवास के दौरान प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता की प्रशंसा की। इस दौरान वे मुख्यमंत्री निवास से बड़ी झील का दृश्य देख आनंदित भी हुए। काउंसलेट जनरल शोशानी ने मध्यप्रदेश में कृषि क्षेत्र में हुए विकास की सराहना की। उन्होंने कृषि सहित सिंचाई, उद्योग, व्यापार-वाणिज्य क्षेत्रों में इजराइल द्वारा पूर्ण सहयोग का आश्वासन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दिया। वर्तमान में प्रदेश में मालनपुर और मंडीदीप में इजराइल की कंपनियों के कुछ प्रतिष्ठान कार्यरत हैं। इजराइल के काउंसलेट जनरल ने कहा कि उन्हें भोजपुर और भीमबेटका के भ्रमण से बहुत आनंद मिला। भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित ट्राइबल म्यूजियम को देखकर भी प्रसन्नता हुई। उनका कहना है कि भोपाल की बड़ी झील बहुत खूबसूरत है।
इजराइल में खेती बहुत मंहगी
इजराइल के काउंसलेट जनरल का कहना है कि इजराइल में खेती बहुत महंगी है। खेती की आधी लागत तो सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था करने में ही खर्च हो जाती है। इजराइल में बारिश भी कम होती है। उन्होंने बताया कि इजराइल में वर्षा के पानी की एक-एक बूंद को सहेजकर रखा जाता है। पानी की एक बूंद भी खेत से बाहर व्यर्थ नहीं जाती है। उन्होंने कहा कि इजराइल की ओर से भारतीय किसानों को खेती के तकनीकी के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री कमल पटेल शीघ्र ही इजराइल का दौरा कर वहां की कृषि तकनीक को समझेंगे। एशेल ने बताया कि इजराइल की केवल 3 फीसद आबादी खेती करती है, जबकि भारत की दो तिहाई आबादी खेती करती है।