- मुख्यमंत्री की मंशा पर पानी फेर रहे चीफ इंजीनियर, कार्यपालन यंत्री
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुसार प्रदेश में 2025 तक सिंचाई का रकबा 60 लाख हेक्टेयर में विकसित किया जाना है। लेकिन जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर तथा फील्ड के कार्यपालन यंत्रियों की लापरवाही से कई सिंचाई परियोजनाएं अधर में लटकी हुई हैं। वहीं करीब 20 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में सिंचाई के लिए निर्मित होने वाले स्टॉप डैम, बैराज और लघु बांधों के टेंडर तकनीकी खामियों के चलते अटक गए हैं। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 20 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में सिंचाई के लिए निर्मित होने वाले स्टॉप डैम, बैराज और लघु बांधों का निर्माण टर्नकी पद्धति से 186 करोड़ रुपए में कराया जाना है। इस मामले में ईएनसी कार्यालय ने कड़ी आपत्ति उठाते हुए फील्ड के अधिकारियों को पत्र लिखकर तत्काल टेंडर जारी करने के निर्देश दिए हैं।
सीएम ने तय किए हैं टारगेट
पिछले दिनों समीक्षा बैठक में सीएम ने एनवीडीए के साथ ही जल संसाधन विभाग का भी टारगेट तय किया था। जल संसाधन विभाग को 3.50 लाख हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता विकसित करना है। इसके लिए बड़े बांध ही नहीं, बल्कि स्टॉप डैम, बैराज, लघु बांधों का भी निर्माण होना है। करीब 20 हजार हेक्टेयर में इनके जरिए सिंचाई प्रस्तावित है। इसके लिए 33 स्टॉप डैम, बैराज और लघु बांधों के टेंडर किए जाने थे, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण 186 करोड़ के टेंडर अटके हुए हैं। इस मामले में ईएनसी कार्यालय द्वारा लगातार चीफ इंजीनियर तथा फील्ड के कार्यपालन यंत्रियों को पत्र भी लिखे गए हैं, लेकिन इंजीनियरों की लापरवाही की वजह से काम में देरी हो रही है।
33 स्टॉप डैम, बैराज के होने हैं टेंडर
चीफ इंजीनियर ईएनसी मुख्यालय शिरीष मिश्रा का कहना है कि प्रदेश में 33 स्टॉप डैम, बैराज आदि का निर्माण कार्य शुरू करवाने के लिए टेंडर जारी किए जाना है। फील्ड के इंजीनियरों ने टेंडर जारी करने में किन्हीं कारणों के चलते देरी की है। इस संबंध में सभी चीफ इंजीनियर, कार्यपालन यंत्रियों को पत्र लिखे गए हैं। जिन स्टॉप डैम, बैराज के टेंडर होने हैं उनमें दीवानगंज नहर थूबोन टैंक, रानी जलाशय, डिण्डोली स्टॉप डैम, बीरपुर लघु बांध, सनी विरंगया स्टॉप डैम, देवनारायण स्टॉप डैम, बीनापुर बैराज, शुक्लपुरा डैम, कनावर स्टॉप डैम, मीनकुर, मोहनिया लघु डैम, खिरावली तालाब एवं नहर निर्माण, सिरस्वाहा बांध, सिहौरी स्टॉप डैम, हरचंद बसई, नुन्हाट, फुलीपुरा, निचरोली, कटेंगरा, तिसाटा, पीपलखेड़ी बैराज, सर्राकिया बैराज, बिलखेड़ी, शोभापुर,सिमार, खतोला, पठा जलाशय, गुढ़ा स्टॉप डैम, डार्डी, पाली, कुम्हरा स्टॉप आदि शामिल है।