- ग्रीन बेल्ट इलाके में अवैध रूप से काटे जा रहे प्लॉट
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। राजधानी की जीवन रेखा कहे जाने वाले बड़े तालाब में बढ़ते अतिक्रमण और पेड़ों की अवैध कटाई की वजह से इसके अस्तित्व पर संकट गहराने लगा है। आलम यह है कि वेटलैंड एरिया के 20 वर्ग किलो मीटर तक लोगों ने यहां अतिक्रमण कर लिया है, जो अब एफटीएल के 50 मीटर अंदर तक पहुंच चुका है। इसके बाद भी ग्रीन बेल्ट के दायरे में भू-माफिया प्लॉट काटकर लोगों को बेच रहे हैं।
बता दें कि बड़े तालाब का जल भराव क्षेत्र 31 वर्ग किलोमीटर और कैचमेंट एरिया 361 वर्ग किलोमीटर है, लेकिन संत हिरदाराम नगर के सीहोर नाका स्थित आकाश गार्डन के पीछे बड़े तालाब के एफटीएल और डूब क्षेत्र में कुछ भू माफिया द्वारा अवैध रूप से प्लाटिंग की जा रही है। यह खेल बड़े ही जोर-शोर से चल रहा है। सारे नियमों को ताक पर रख भू-माफिया द्वारा यह काम किया जा रहा है। इसमें नगर निगम और राजस्व विभाग के अधिकारियों की पूरी मिलीभगत है जिसके चलते इन भू माफिया की हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि इन पर किसी का कोई असर नहीं होता है। इस संबंध में कई शिकायतें भी की गई लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत होने के कारण इन पर आज तक कोई कार्यवाही भी नहीं हुई है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि ऐसे भूमाफिया पर तुरंत एक्शन होना चाहिए।
वेटलैंड के बड़े हिस्से में कब्जा
गौरतलब है कि बड़े तालाब में लगातार अतिक्रमण बढ़ रहा है। इसके कैचमेंट एरिया में दो दर्जन से अधिक अवैध शादी हाल संचालित हो रहे हैं। लोगों ने अतिक्रमण कर यहां पक्के गोदाम और फार्म हाउस बना लिए हैं। इनमें शहर के रसूखदार लोगों के साथ सरकार के बड़े अधिकारियों ने भी कैचमेंट एरिया में अवैध कब्जा कर पक्के निर्माण कर लिए हैं। इनके रसूख के कारण अब तक नगर निगम भी नोटिस भेजने के अलावा कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर पाया। जबकि तालाब का तकरीबन 26 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र खाली हो चुका है। वेटलैंड के बड़े हिस्से में कब्जा कर पक्के मकान बना लिए गए हैं। आरोप है कि भू माफिया द्वारा अधिकारियों की जेबे इतनी गर्म कर दी है उन पर किसी भी गलत काम करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने की हिम्मत ही नहीं रह गई है वह तो आंख बंद करके बैठे हुए हैं। जिससे भू-माफिया के हौंसले इतने बुलंद हो गये हैं कि अब यह भोपाल के बड़े तालाब का गला घोटनें से भी बाज नहीं आ रहे हैं। इसमें शासन-प्रशासन के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों और कुछ नेताओं की भी मिलीभगत है, क्योंकि अधिकारियों और नेताओं की शह के चलते ही उनके द्वारा यह अवैध कार्य किये जा रहे हैं। इन्हें न तो शासन का डर है और न ही प्रशासन का। बस अपनी जेब भरने से काम है।
19 एकड़ जमीन पर काटे जा रहे प्लॉट
स्थानीय लोगों का कहना है कि सीहोर नाके के पास आकाश गार्डन के पीछे की जमीन ग्रीन बेल्ट व डूब क्षेत्र में होते हुए भी यहां पर भू-माफिया द्वारा प्लाटिंग का कार्य धड़ल्ले के साथ किया जा रहा है। बरसात के समय में यह पूरा क्षेत्र जल मग्न हो जाता है। यह पूरा क्षेत्र तालाब के एफटीएल, यानी फुल टेंक लेवल के दायरे में आता है। यहां पर कोई भी पक्का निर्माण कार्य किया जाना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। इसके बाद भी भू-माफियाओं द्वारा यहां पर फार्म हाउस के नाम पर प्लाटिंग की जा रही है। भोपाल इंदौर हाइवे पर आकाश गार्डन के पीछे भू-माफिया पुरषोत्तम तोतलानी, आकाश गार्डन के संचालक बबलू संभवानी सहित अन्य के द्वारा फार्म हाउस के नाम पर प्लाटिंग का बड़ा खेल खेला जा रहा है। जहां पर इनके द्वारा फार्म हाउस के नाम पर प्लाटिंग की जा रही है, वह क्षेत्र ग्रीन बेल्ट के साथ-साथ डूब क्षेत्र में आता है। इनके द्वारा करीब 19 एकड़ जमीन पर 700 से लेकर 1 हजार रुपए प्रति वर्गफीट के हिसाब से प्लाट बेचे जा रहे हैं। मौके पर पत्नी के साथ प्लाट देखने पहुंचे आरके विश्वकर्मा ने कहा कि उन्हें यह पता नहीं था कि यह अवैध काम हो रहा है वरना वह नहीं आते। ऐसे ही कई लोग ठगे जा रहे हैं। बता दें कि भोपाल-इंदौर मार्ग पर आकाश गार्डन के पीछे करीब 19 एकड़ में फार्म हाउस के नाम पर प्लाटिंग का कार्य बड़े ही जोर-शोर से चल रहा है, इसका नक्शा भी पूर्व में वायरल हो चुका है। अभी इस जमीन पर मुरम का रोड़ डाला जा रहा है, जिससे ग्राहकों को डवलपमेंट दिखा कर झांसे में लिया जा सके। कई लोगों को तो एग्रीमेंट के आधार पर प्लाट बेचे भी जा चुके हैं। राजधानी की लाइफलाइन बडे तालाब की सीमा में लगातार हो रहे अतिक्रमण के चलते बडे तालाब का स्तर दिन- प्रतिदिन कम होता नजर आ रहा हैं। यहां पर लगातार कारोबारियों व भू- माफिया की संख्या बढ़ती जा रही है। जिससे तालाब का अस्तित्व खतरे में आ रहा है। वहीं यदि बात की जाये जिम्मेदारों की तो वह मूक दर्शक बन कर बैठे हुए हैं। क्योंकि उनकी जेबें तो पहले ही माफिया द्वारा भर दी गई हैं।