महाकालेश्वर: मंदिर की आय में 88 करोड़ की वृद्धि

महाकालेश्वर
  • उज्जैन शहर की बदलने लगी है तेजी से अर्थव्यवस्था  

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। विश्व प्रसिद्ध धार्मिक नगरी उज्जैन इन दिनों श्रदालुओं के साथ ही पर्यटकों के लिए आर्कषण का केन्द्र बन चुकी है। इसका फायदा उज्जैन शहर को तेजी से मिलना शुरु हो गया है। यही वजह है कि अकेले महाकालेश्वर मंदिर की आय में ही एक साल के अंदर करीब 88 करोड़ रुपए की वृद्धि दर्ज की गई है।
कल से शुरु हुए रहे सावन मास में तो पूरे माह एक बड़े मैले जैसा माहौल दिखने वाला है। महालोक बनने के बाद से वैसे तो यहां हर दिन एक मेले जैसी भीड़ ही रहती है। महालोक बनाने की वजह से आधारभूत संरचनाओं के विकास कार्य और श्री महाकाल महालोक के रूप में महाकालेश्वर मंदिर का नवविस्तारित स्वरूप खुलकर दिखाई देने से उज्जैन, तेजी से एक बड़े बाजार और पर्यटन केंद्र के रूप में उभरा है। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की सालाना आय 130 करोड़ रुपये से बढक़र 218 करोड़ रुपये पहुंचना उज्जैन की अर्थव्यवस्था में सुधार का बउ़ा प्रमाण सामने आया है। यही वजह है कि शहर में रीयल एस्टेट के दामों में आए जबर्दस्त उछाल और होटल-रेस्त्रां की एक विशाल शृखंला खड़ी होने के रूप में साफ दिखाई पड़ता है। अब श्रद्धालु 100 मीटर दूर से भी महाकालेश्वर मंदिर के शिखर के निर्बाध दर्शन कर सकते हैं। भस्मारती दर्शन के लिए मंदिर की वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग करवा सकते हैं। भीड़ प्रबंधन की दृष्टि से मंदिर में प्रवेश के लिए उज्जैन के स्थानीय लोगों के लिए अलग से ‘अवंतिका’ नामक द्वार बनाया है। यहां आधार कार्ड दिखाकर प्रवेश पाने की सुविधा है।
अन्नक्षेत्र की शुरुआत
श्रद्धालुओं को निशुल्क भोजन-प्रसाद ग्रहण कराने को फाइव स्टार होटल जैसा नया महाकाल अन्नक्षेत्र खोला है। खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले नागरिक अब कई रहस्यमयी जानकारी बसंत विहार कालोनी में साढ़े 8 करोड़ रुपये से अपग्रेड हुए तारा मंडल में स्थापित थ्रीडी फोरके प्रोजेक्शन सिस्टम (मशीन) के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। उज्जैन के गौरवशाली इतिहास को दर्शाते 36 शैल चित्रों को श्री महाकाल महालोक में नीलकंठ वन पहुंच मार्ग पर निहार सकते हैं।
यह सुविधाएं भी हुई शुरु
श्रद्धालु अपने वाहन 3 स्मार्ट पार्किंग स्थलों पर पार्क कर सकते हैं। प्रदेश के 6 शहरों से हवाई जहाज में बैठ सीधे उज्जैन आ-जा सकते हैं। हेलीकाप्टर की सुविधा भी ओमकारेश्वर सहित विभिन्न धार्मिक स्थलों से उज्जैन आने-जाने के लिए शुरू  की गई है। उज्जैन में खिलाडिय़ों को सिंथेटिक बेस्ड एथलेटिक्स ट्रैक, बैडमिंटन कोर्ड की सौगात भी मिली है। उज्जैन- देवास रोड, उज्जैन-आगर रोड फोरलेन सडक़ के रूप में बदला गया है।
इन सुविधाओं पर भी काम
महाकालेश्वर मंदिर के समीप हेरिटेज धर्मशाला के रूप में तब्दील महाराजवाड़ा भवन, जहां श्रद्धालु अस्थायी आवास कर सकेंगे। शहर घूमने को किराये पर इलेक्ट्रिक बाइक, नगर निगम की उज्जैन सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड कंपनी वेंडर तय कर चुकी है। प्रसादम्, महाकाल महालोक में 20 दुकानों का एक समूह जहां स्वच्छ एवं स्वस्थ आहार उपलब्ध होगा। महाकाल मंदिर पहुंच के लिए एक नया रास्ता। ये रास्ता रुद्रसागर पर बन रहे पैदल पुल का होगा। रोप-वे योजना के तहत इंदौरगेट रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर पहुंच के लिए केबल कार आधारित सुविधा। 18 पुराणों पर 18 विभिन्न शैलियों में बने पांच हजार चित्रों की कला दीर्घा, जो त्रिवेणी कला संग्रहालय में बन रही है। श्री महाकाल महालोक में भव्य लाइट एंड साउंड शो, जिसके तहत रूद्रसागर पर पानी की स्क्रीन पर भगवान शिव की महिमा और उज्जयिनी की गौरव गाथा दिखाई-सुनाई जाएगी।

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