उम्र व स्थान की सीमा तोड़ता है इग्नू

इग्नू

इग्नू बना उम्रदराजों की पढ़ाई का सपना पूरा करने का माध्यम

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय 37 देशों में कार्यरत, 30 लाख से अधिक लर्नर्स वाला विश्वविद्यालय है। इग्नू द्वारा 225 से अधिक कोर्स चलाए जा रहे हैं। इग्नू में पढ़ने व सीखने के लिए समय, स्थान व उम्र की पाबंदी नहीं है। यही वजह है कि इग्नू से पढ़ने वाले बुजुर्गों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। स्थिति यह है कि 74 साल के बुजुर्ग भी यहां से पीजी कर रहे हैं। इस कारण इग्नू को उम्रदराजों की पाठशाला कहा जा रहा है। ओपन यूनिवर्सिटी से पढ़ने की मुख्य वजह यह है कि वे घर पर रहकर ही पढ़ाई कर लेते हैं। एडमिशन लेने वाले 58 साल से अधिक उम्र के 575 स्टूडेंट्स हैं। 2020 में इनकी संख्या 350 के आसपास रहती थी, पिछले साल यह बढक़र 430 पहुंच गई थी। इग्नू में 260 से भी ज्यादा विषयों में प्रवेश लेने वाले ऐसे करीब 18 फीसदी छात्र हैं, जिनकी उम्र 50 से ज्यादा हो चुकी है। हाल में भारतीय ज्ञान परंपरा के तहत शुरू किए गए ज्योतिष पाठ्यक्रम में 32 से लेकर 76 साल तक की उम्र के लोग पढ़ रहे हैं।
बुढ़ापे में मैनेजमेंट के गुण सीखने की चाहत
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय हर उम्र के लोगों की पढ़ाई की मंशा को पूरा कर रहा है। इग्नू के अधिकारियों के मुताबिक 55 से ज्यादा उम्र के ऐसे अनेक स्टूडेंट्स हैं, जिन्होंने बड़ी संख्या में हिंदी और इंग्लिश लिटरेचर के अलावा साइकोलॉजी में एडमिशन लिया है। एमबीए में प्रवेश लेने वाले सबसे उम्रदराज छात्र 62 साल के हैं। यानी अब वे मैनेजमेंट के गुण सीखना चाहते हैं। इग्नू भोपाल में संचालित विभिन्न कोर्स 40 वर्ष से अधिक आयु वाले छात्रों की संख्या 20 फीसद है। अधिकारियों ने बताया कि बहुत से छात्र ऐसे भी आ रहे हैं, जो जल्द ही सेवानिवृत्त होने वाले हैं। पिछले सालों में ऐसे छात्रों की संख्या में करीब 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, जो 60 की उम्र पार कर चुके हैं। बैंक से रिटायर हुए ताराकांत झा (74) ने चार पीजी किए हैं। अब वे सायकोलॉजी में एमए कर रहे हैं। वे कहते हैं कि खाली बैठने से अच्छा है कि पढ़ा जाए। परीक्षा देने का लक्ष्य रहता है तो आगे बढऩे का मन करता है। एक रूटीन बना रहता है। एकेडमिक काउंसलर भी हैं। वे 1969 में ग्रेजुएट हुए थे। इसी तरह हरिदास पाटिल (72) कहते हैं कि व्यक्ति पढ़ता है तो बहुत कुछ नया सीखता है। उन्होंने बैंकिंग एंड फाइनेंस में एमबीए भी किया है। इसी तरह गुलाब धर द्विवेदी (65) ज्योतिष पढ़ रहे हैं। एक अन्य छात्र 76 साल के हैं। इग्नू के रीजनल डायरेक्टर डॉ. बिनी टॉम्स का कहना है कि बजुर्गों में पढऩे की ललक बढ़ी है। बहुत से ऐसे छात्र हैं, जो 60 की उम्र से ज्यादा के हैं। 70 साल के बुजुर्ग भी अपनी पसंद की जानकारी लेने आते हैं। एडमिशन भी ले रहे हैं। इंडियन नॉलेज ट्रेडिशन के तहत शुरू हुए कोर्स भी पसंद किए जा रहे हैं।

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