एक यूनिट बिजली बढ़ी तो लगता है बिल से करंट

बिल से करंट

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। गर्मी के जोर पकड़ते ही हर घर में बिजली की खपत बढ़ जाती है, लेकिन इस दौरान बिजली के बिल भी जमकर करंट मारते हैं। इसकी वजह है इस दौरान आम घरों में बिजली की खपत 150 यूनिट से अधिक हो जाना। दरअसल 150 यूनिट तक बिजली की खपत होने पर बिजली बिल दो सौ रुपए से भी कम आता है , लेकिन अगर एक यूनिट भी इससे अधिक जलती है तो फिर बिल कई गुना अधिक बढ़ जाता है। इसकी वजह से दो सौ रुपए से कम आने वाला बिल सीधे एक हजार रुपए से अधिक हो जाता है।
सरकार द्वारा 150 यूनिट तक बिजली का उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को सब्सिडी दी जाती है। इससे एक यूनिट भी अधिक बिजली जलने पर वे इस योजना के दायरे से बाहर हो जाते हैं। ऐसे में बिजली उपभोक्ताओं को आयोग द्वारा तय एनर्जी चार्ज का भुगतान करना होता है। इसकी वजह से ही बिजली के बिल में तेजी से वृद्धि हो जाती है। उदाहरण के लिए एक बिजली उपभोक्ता ने मार्च के पूरे माह में 156 यूनिट बिजली जलाई, तो प्रतिदिन की औसत बिजली खपत 5.03 यूनिट आई। इससे संबंधित बिजली उपभोक्ता सब्सिडी के दायरे से बाहर हो गया। दरअसल उसकी बिजली खपत प्रति दिन 5 यूनिट से ज्यादा हो गई। इससे उसका बिजली बिल 1125 रुपए आता है। अगर संबंधित बिजली उपभोक्ता की मासिक बिजली खपत 150 यूनिट होती है, तो बिजली बिल 200 रुपए के आसपास ही आता। यानी महीने में सिर्फ 6 यूनिट की बिजली खपत बढऩे से बिजली बिल 5 गुना से ज्यादा बढ़ जाता है। ।
बीते दस सालों में सर्वाधिक ठंडा रहा बीता माह
बीते दस सालों में इस बार अप्रैल माह सर्वाधिक ठंडा रहा है। अप्रैल में सबसे अधिक तापमान 40.8 डिग्री ही दर्ज हुआ है। अप्रैल के अंतिम दिन भी नमी वाली हवाओं की वजह से तापमान में गिरावट रही। अधिकतम तापमान 39.7 डिग्री और न्यूनतम पारा 25 डिग्री रहा है। इससे गर्मी से थोड़ी राहत रही।
इस तरह से बचत संभव
एसी के टेम्प्रेचर को 27 डिग्री पर सेट करें। इससे नीचे टेम्प्रेचर सेट करने पर एसी के कंप्रेशर को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए बिजली भी ज्यादा खर्च होती है और बिल ज्यादा आता है।  कूलर के पंखे और पंप की आइलिंग ग्रीसिंग के साथ ही कंडेंसर की जांच जरूर कराएं। पुराने रेगूलेटर की जगह इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर लगवाएं, इससे बिजली कम खर्च होती है। – घर के सब पंखों की सर्विसिंग करा लें। खराब कंडेंसर, बाल बेयरिंग को तुरंत बदलवा लें, वहीं पंखे में इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर का इस्तेमाल करें। रेफ्रिजरेटर का दरवाजा बार-बार ना खोलें। दरवाजा बार-बार खुलने या ज्यादा देर खुला रहने से कंप्रेशर को फ्रिज का टेम्प्रेचर बनाए रखने में ज्यादा मेहनत लगती है, जिससे बिजली की खपत अधिक होगी और बिल बढेगा। गर्म खाना या दूध फ्रिज में न रखें।

Related Articles