आईएएस नियाज की नई किताब ब्राह्मण द ग्रेट पार्ट-2 तैयार

ब्राह्मण द ग्रेट पार्ट-2

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। आईएएस नियाज खान ऐसे पहले लेखक और ब्यूरोक्रेट हैं, जिनके द्वारा लिखे गए उपन्यास न केवल विवादों में आ जाते हैं , बल्कि बेहद चर्चा में रहते हैं। अब उनके द्वारा ब्राह्मण द ग्रेट पार्ट-1 के बाद दो लिखा गया है। इसके बाजार में आने के पहले ही उसकी चर्चा होने लगी है। वे ऐसे अफसर हैं , जो अपनी बेबाकी और सच के आसपास लिखने में पीछे नहीं रहते हैं, फिर मामला धर्म का हो या सम्प्रदाय का। उनके द्वारा जो नया उपन्यास लाया जा रहा है उसमें उनके द्वारा बॉलीवुड पर जमकर निशाना साधा गया है। वार अगेंस्ट कलियुग शीर्षक से आ रहे खान के इस उपन्यास में लिखा है कि सनातन के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा बॉलीवुड है। उसे बंद कर दिया जाएगा। फिल्मी कलाकारों का ब्राह्मण आचार्यों द्वारा शुद्धिकरण किया जाएगा। नियाज ने पुस्तक में देश में लोकतंत्र के स्थान पर धर्मतंत्र विकसित होने और गो माता को सर्वाधिक महत्व मिलने की बात लिखी है। उपन्यास में अंग्रेजी लिबास के बजाय भारतीय लिबास को महत्व देने और छुआछूत और भ्रष्टाचार पर कठोर दंड की बात कही गई है।  वार अगेंस्ट कलयुग नियाज खान का 10वां उपन्यास है। इसमें उपन्यास के नायक ब्राह्मण शुभेंद्र उर्फ जूनियर कौटिल्य भारत बनाए गए हैं, जो भारत को ऐसा सनातन राष्ट्र बनाना चाहते हैं, जहां ब्राह्मण सनातन पति के संरक्षण में देश सभी जीवों से प्रेम करने वाला और प्रकृति की गोद में बसने वाला होगा। उपन्यास में कहा गया है कि सनातन देश में ब्राह्मण केवल मजिस्ट्रेट, शिक्षा और पूजा पाठ का काम करेंगे और राष्ट्र के मार्गदर्शक होंगे। धर्म का केंद्र बिंदु होने के साथ वे प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट के सलाहकार भी होंगे। पार्लियामेंट कानून भी सनातनपति से सलाह लेकर बनाएगा।
गाय सबसे पवित्र मानी जाएगी, धर्मतंत्र बनेगा
उपन्यास के नायक की व्यवस्था में सनातन राष्ट्र में गाय सबसे पवित्र होगी। देश की मुद्रा और सिक्कों पर गाय और बछड़े का चित्र होगा। चूंकि लोकतंत्र अंग्रेजों की देन है, इसलिए लोकतंत्र और धर्म को मिलाकर धर्मतंत्र बनाया जाएगा। ब्राöणों को अधिसूचना जारी कर विशेष नागरिक का दर्जा दिया जाएगा। ब्राह्मणों को धोती, कुर्ता, खड़ाऊं और जनेऊ पहनना अनिवार्य होगा और शिखा उनके सिर की शोभा बढ़ाएगी। अंग्रेजी कपड़ों पर रोक होगी, संस्कृत केवल ब्राह्मणों की भाषा। उपन्यास के नायक द्वारा देश में लागू की जाने वाली व्यवस्था में सनातन राष्ट्र में कोई भी गोरों के कपड़े नहीं पहन पाएगा और भारतीय लिबास को महत्व मिलेगा। संस्कृत केवल ब्राह्मणों की भाषा होगी। आमजन हिन्दी और क्षेत्रीय भाषा बोल सकेंगे। प्रेम मोहब्बत को अपराध घोषित किया जाएगा, क्योंकि समाज में दुराचार फैलता है। सनातन धर्म के संचालन के लए ग्रामीण क्षेत्रों में ब्राह्मण पुजारियों को कार्यपालिक मजिस्ट्रेट बनाया जाएगा।
क्या है नियाज की ‘ब्राह्मण द ग्रेट’पार्ट-1 में…
बॉलीवुड ब्राह्मणों के लिए नर्क की दुनिया है, जो ब्राह्मण समाज व धर्म-संस्कृति को बर्बाद कर रहा है। ब्राह्मण कलाकारों को तत्काल फिल्मी दुनिया छोड़ देना चाहिए। ये सलाह ब्राह्मणों को मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अफसर नियाज खान ने अपनी आने वाली एक किताब में दी है। उनकी एक किताब आ रही है जिसका नाम ‘ब्राह्मण द ग्रेट’ है

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