
भोपाल/राजीव चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। आज के समय में युवाओं को कोचिंग और कॅरियर मार्गदर्शन के लिए बड़े और महंगे-महंगे संस्थान चल रहे हैं। आर्थिक तंगी की वजह से अधिकांश युवा इनको ज्वॉइन नहीं कर पाते हैं। ऐसे में आईएएस भास्कर लक्षकार ने सेवाभावी अधिकारियों को साथ लेकर युवाओं के लिए फ्री कोचिंग और मार्गदर्शन की अनूठी पहल की शुरूआत की। इसमें कई युवाओं को सफलता मिली है। लक्षकार के मुताबिक वर्ष 2019 में एक साधारण सी घटना से इसकी शुरूआत हुई थी। उन्होंने बताया कि जब मैं जिला लाइब्रेरी का निरीक्षण करने गया था। वहां काफी विद्यार्थी युवा एक छोटे से कमरे में बैठे थे और बाकी अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे कि कब कमरे में थोड़ी जगह बने ताकि वे भी स्टडी कर सकें। वहां इन युवाओं से बात की तो उनकी जरूरतों का पता चला। इस आधार पर कुछ नए ऑफिसर्स, वालंटियर ऑफिसर्स, न्यायाधीश गण को जोड़ा और क्लास की शुरूआत की। लक्षकार ने युवाओं की समस्या को देखते हुए यहां पुरानी गुना लाइब्रेरी के स्टोर हॉल को रीडिंग रूम बनाया और पढ़ने के लिए फर्नीचर, वाटर कूलर, और अध्ययन सामग्री, पुस्तकें इत्यादि की व्यवस्था की ताकि लाइब्रेरी सुबह से रात तक पीएससी अध्ययन केंद्र जैसे चल सके। इसके साथ फ्री गाइडेंस क्लासेस की शुरुआत स्थानीय महाविद्यालय में रोज शाम को हुई। जिसके लिए कक्षाओं और विषय का बाकायदा शेड्यूल बनाया। जिसमें अलग-अलग लोग क्लास लेते रहे। पीएससी और इसके साथ जुडिशरी की परीक्षाओं की तैयारी के बैचेज बनाये गए। इसमें उनके साथ कुछ जज और सीजेएम हर्ष बहरावत, डिप्टी कलेक्टर विशाखा देशमुख, सोनम जैन, टीचिंग एक्सपर्ट, फॉरेस्ट रेंजर सुधीर शर्मा, एडीपीओ केजी राठौर और अन्य अधिकारी भी जुड़ गए। आईएएस लक्षकार द्वारा शुरू की गई यह पहल सार्थक भी रही। अभी पीएससी के प्रारंभिक परिणामों में 17 अभ्यर्थी और हाल ही में जारी हुए सिविल जज की प्रारम्भिक परीक्षा में 6 अभ्यर्थी सफल हुए हैं।