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- नई प्रणाली लागू होने की उलटी गिनती हुई शुरू, सोमवार को जारी हो सकती है अधिसूचना
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के दोनों महानगरों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। माना जा रहा है कि इसके लिए सोमवार को अधिसूचना जारी की जा सकती है। इसके साथ ही यह प्रणाली लागू हो जाएगी। लगभग यह भी तय कर लिया गया है कि दोनों ही शहरों की कमान पूर्व से पदस्थ अफसरों को ही दी जाएगी। इसमें भोपाल की कमान एडीजी ए सांई मनोहर और इंदौर की कमान आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा को ही देना लगभग तय कर लिया गया है। यह दोनों ही अफसर अभी भोपाल और इंदौर रेंज की कमान सम्हाल रहे हैं।
भोपाल और इंदौर में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू किए जाने का हाल ही में अचानक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा एलान कर सभी को चौंका दिया गया था। इसके बाद इसे लागू करने की मुहिम बेहद तेज हो गई। आनन फानन में इसके लिए प्रस्ताव तैयार होकर फाइल का बेहद तेज गति से दौड़ना शुरू हो गया है। इस पर काम कितनी तेज गति से किया जा रहा है इससे ही समझा जा सकता है कि दो दिन में ही विधि विभाग से अनुमोदन और वित्त विभाग से मंजूरी भी ली जा चुकी है। यही नहीं माना जा रहा है कि अवकाश के दिन होने के बाद भी दो दिनों में लगभग आयुक्त प्रणाली की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। इस बीच सरकार व प्रशासन द्वारा इस प्रक्रिया के पूरा होने के पहले अफसरों की तलाश भी तेज कर दी गई है। पुलिस मुख्यालय सूत्रों की माने तो भोपाल के लिए मौजूदा एडीजी ए साई मनोहर का नाम लगभग तय कर लिया गया है। हालांकि वे पूर्व से नई दिल्ली में पदस्थापना का आग्रह पुलिस मुख्यालय से कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें भोपाल में ही रहने के लिए डीजीपी विवेक जौहरी ने कहा है। इसी तरह से इंदौर पुलिस कमिश्नर का दायित्व मौजूदा आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा को ही दिए जाने की पूरी संभावना है। उनके पुलिस कमिश्नर बनने के बाद इंदौर में देहात आईजी के पद पर नई पदस्थापना की जाएगी। इसके लिए एडीजी राज्य साइबर क्राइम योगेश देशमुख या राकेश गुप्ता में से किसी एक को पदस्थ किया जा सकता है। इसी तरह से भोपाल में देहात आईजी का दायित्व संजय तिवारी को सौंपा जा सकता है। तिवारी अभी भोपाल में डीआईजी देहात के पद पर पदस्थ हैं। एक जनवरी 2022 की स्थिति में उन्हें पदोन्नत होकर आईजी बनना है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि भोपाल आईजी के तौर पर उन्हें ही पदस्थ कर दिया जाएगा। यह बात अलग है कि भोपाल देहात के आईजी पद के लिए होशंगाबाद आईजी दीपिका सूरी या इरशाद वली के नाम की भी चर्चा है। अगर ऐसा होता है तो तिवारी को पदोन्नत होने पर होशंगाबाद या एक जनवरी 2022 को खाली हो रहे ग्वालियर जोन भेजा जा सकता है। हालांकि ग्वालियर के लिए इरशाद वली के नाम की भी चर्चा बनी हुई है। इसके साथ ही यह भी तय हो गया है कि पुलिस आयुक्त प्रणाली में इंदौर व भोपाल का ढांचा एक जैसा ही होगा। पुलिस कमिश्नर प्रणाली के लिए दोनों शहरों की सीमाओं को भी तय कर लिया गया है। इसका प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है जिस पर अब मंजूरी मिलना भर शेष है। नई प्रणाली के लिए जो ढांचा तय किया गया है उसके तहत भोपाल व इंदौर में दो-दो ज्वाइंट सीपी और छह-छह डीसीपी (डिप्टी कमिश्नर आॅफ पुलिस) होंगे। नए अधिकारियों की पदस्थापना को लेकर डीजीपी विवेक जौहरी ने एडीजी प्रशासन व अन्य आला अधिकारियों के साथ बीते रोज ही मंथन कर लिया है। भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर के नीचे दो ज्वाइंट कमिश्नर (संयुक्त आयुक्त) बनाए जाएंगे। इनमें डीआईजी रैंक की एक- एक महिला अधिकारी को दोनों शहरों में पदस्थ किए जाने पर लगभग राय बन चुकी है। इसके लिए रूचिवर्धन मिश्रा व कृष्णावेनी देशावतु के नाम चर्चा में हैं। माना जा रहा है कि भोपाल के मौजूदा डीआईजी इरशाद वली को नई व्यवस्था को सही ढंग से लागू करने के लिए कुछ समय तक पदस्थ रहने दिया जा सकता है। वे एक जनवरी 2022 कों पदोन्नत होकर आईजी हो जाएंगे। उसके बाद उनके बारे में फैसला होगा।
आज हो सकती है मुख्यमंत्री से चर्चा
सूत्रों की मानें तो अफसरों की पदस्थापना से लेकर इस प्रणाली को लागू करने के लिए तैयार हो चुके प्रस्ताव पर आज आला अफसरों की चर्चा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से हो सकती है। उनकी हरी झंडी मिलते ही इस पर दो दिन में लगभग पूरी कार्रवाई कर ली जाएगी। इस प्रणाली को लागू करने के लिए अधिसूचना को भी तैयार कर लिया गया है, जिसे सोमवार को जारी किया जा सकता है। अधिसूचना जारी होने के बाद से ही कमिश्नर प्रणाली लागू हो जाएगी।