12वीं के 90,400 मेधावी छात्रों को भूली सरकार

सरकार
  • सत्र समाप्ति की ओर… नहीं मिली लैपटॉप की राशि

विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में 12वीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले 90,400 विद्यार्थियों को 25,000 रुपये की लैपटॉप राशि अब तक नहीं मिली। 225 करोड़ रुपये का बजट अभी तक वित्त विभाग से स्वीकृत नहीं हुआ है। इससे न केवल 2023-24 बल्कि 2024-25 के विद्यार्थियों के लिए भी संशय की स्थिति बनी हुई है। सरकारी स्कूलों का सत्र समाप्त होने में दो माह का समय शेष है, लेकिन अब तक पिछले वर्ष के मेधावी विद्यार्थियों को लैपटाप के लिए राशि का वितरण नहीं हो पाया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने मेधावी विद्यार्थियों की संख्या भी शासन को सौंप दी हैं, लेकिन अब तक शासन से लैपटाप के लिए राशि नहीं मिल पाई है। माशिमं बारहवीं के मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए 25-25 हजार रुपये राशि देने की योजना मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत वर्ष 2009-10 में शुरू की गई थी। योजना के प्रारंभ में मेधावी विद्यार्थियों का क्राइटेरिया 85 फीसदी अंकों तक रखा गया था। इस दौरान विद्यार्थियों की संख्या भी 20 से 25 हजार के आसपास होती थी। धीरे-धीरे विद्यार्थियों के पासिंग मार्क्स भी कम किए गए। एक बार 70 फीसदी तक मार्क्स किए गए थे। वर्तमान में बारहवीं में 75 फीसदी का क्राइटेरिया है। इसके साथ ही शासकीय स्कूलों के बारहवी में एक टॉपर को स्कूटी भी देने की योजना शुरू की है। वह सिर्फ स्कूल में टॉपर होना चाहिए। चाहे वह बारहवीं में सेकंड श्रेणी में पास हुआ हो।
225 करोड़ की जरूरत
प्रदेश सरकार के पास सवा दो सौ करोड़ की राशि नहीं होने से 90 हजार बारहवीं के टॉपर्स को लैपटॉप के लिए राशि नहीं मिल सकी है। अब इन विद्यार्थियों का मनोबल भी टूटने लगा है।  दरअसल प्रदेश में मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल से बारहवीं में 75 या उससे ऊपर अंक लाने वाले मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए 25-25 हजार रुपये की राशि दी जाती है। पिछले साल एमपी बोर्ड के बारहवीं में 75 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 78 हजार 641 विद्यार्थियों को लैपटॉप खरीदने के लिए राशि दी गई है। वर्ष 2023-24 में माशिमं की बारहवीं परीक्षा में 75 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या 90 हजार के आसपास है। यह संख्या पिछले साल की तुलना में लगभग 12 हजार ज्यादा है। इस बार विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए राशि देने में सवा दो सौ करोड़ के आसपास खर्च होना थे। विद्यार्थियों को पूर्व में यह राशि दिसंबर के अंत तक मिल जाती थी, लेकिन वर्ष 2023-24 के बारहवीं के मेधावी विद्यार्थियों को यह राशि अब तक नहीं मिली है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि राशि के लिए प्रस्ताव बनाकर वित्त विभाग को भेजा गया था, लेकिन अभी तक राशि नहीं मिली है। इससे विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए राशि नहीं दे सके हैं। इस बार राशि नहीं मिलने से वर्ष 2024-25 की माशिमं के बारहवीं के टॉपरों को राशि मिलने पर संशय बन गया है।
आखिरी बार शिवराज ने दी थी राशि
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा माशिमं के मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप की राशि देने के लिए करीब डेढ़ साल पहले 20 जुलाई को लाल परेड ग्राउंड में कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एमपी बोर्ड के बारहवीं में 75 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 78 हजार 641 विद्यार्थियों के खाते में लैपटॉप खरीदने के लिए 196 करोड़ की राशि ट्रांसफर की थी। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि माशिमं की बारहवीं के विद्यार्थियों के साथ सीबीएसई के  मेधावी विद्यार्थियों को अगले साल से 25-25 हजार की राशि लैपटॉप के लिए मिलेगी, लेकिन अब मुख्यमंत्री बदल गए हैं। इससे पूर्व मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल हो पाएगा या नहीं, इस पर संशय है। भाजपा सरकार की घोषणा के अनुसार सवा साल पहले बारहवीं के सभी स्कूलों के एक-एक टॉपर को मुफ्त स्कूटी देने का निर्णय लिया था। दो साल पहले सरकारी स्कूल के हर एक टॉपर को स्कूटी दी गई थी। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि इसे अगले साल (2024) से प्राइवेट स्कूलों के टॉपरों के लिए भी लागू किया जाएगा, लेकिन इस बार सरकारी व प्राइवेट स्कूलों के विद्यार्थियों को स्कूटी नहीं मिल सकी है।
10 माह से लैपटाप का इंतजार
अब इस सत्र के मेधावी विद्यार्थियों के लिए संशय विद्यार्थियों को पहले यह राशि दिसंबर के अंत तक मिल जाती थी, लेकिन वर्ष 2023-24 के 12वीं के मेधावी विद्यार्थियों को यह राशि अब तक नहीं मिली है। अधिकारियों का कहना है कि राशि के लिए प्रस्ताव बनाकर वित्त विभाग को भेजा गया था, लेकिन अभी तक राशि नहीं मिली है। इससे विद्यार्थियों को लैपटाप के लिए राशि नहीं दे सके हैं। इस बार राशि नहीं मिलने से वर्ष 2024-25 की माशिमं के 12वीं के मेधावियों को राशि मिलने पर संशय बना हुआ है। दरअसल, माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 12वीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को लैपटाप के लिए 25 हजार रुपये की राशि दी जानी है। इस वर्ष परीक्षा परिणाम जारी हुए 10 माह बीत चुके हैं। अब तक शासन से इसके लिए बजट की स्वीकृति ही नहीं दी गई है।

Related Articles