खुशखबरी: अतिथि विद्वानों को मिलेगी आयुसीमा में राहत

अतिथि विद्वानों

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। अतिथि विद्वानों के लिए  मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग से अच्छी खबर आयी है। उन्हें अनुभव के आधार पर परीक्षा के लिए दस साल की आयुसीमा में छूट देने का फैसला कर लिया गया है। इसके साथ ही  सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 से जुड़ी प्रक्रिया दोबारा शुरू करने का भी निर्णय कर लिया गया है। इसके लिए बीते रोज आयोग द्वारा विज्ञापन भी जारी कर दिया गया है, जिसमें अप्रैल के पहले सप्ताह से पंजीयन के लिए लिंक खुलने का उल्लेख किया गया है।
आयोग ने तय किया है कि वह इस बार उन उम्मीदवारों को मौका देगा, जिन्हें पहले अतिथि विद्वान का अनुभव और आयु सीमा का लाभ नहीं मिल सका है। दिया गया था। आयोग के अनुसार जिन उम्मीदवारों को मौका नहीं मिल सका है, वे 5 अप्रैल से खुलने वाली लिंक के बाद आवेदन कर सकेंगे। 13 अप्रैल तक पंजीयन किए जा सकेंगे। इस बीच आवेदन में त्रुटि सुधार की प्रक्रिया 8 से 15 अप्रैल तक चलेगी।
आयोग ने 13 से 20 अप्रैल तक तीन हजार और 20 से 30 अप्रैल तक आवेदन करने पर 25 हजार रुपये विलंब शुल्क रखा है। वहीं आयोग ने परीक्षा की तारीख भी निर्धारित कर दी, 9 जून को करवाई जाएगी। सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा आठ विषयों के 826 पदों के लिए रखी गई है। इसमें बाटनी (126), कामर्स (124), अंग्रेजी (200), हिन्दी (116), इतिहास (77), गृह विज्ञान (42), गणित (124), संस्कृत (17) शामिल हैं, जबकि 129 खेल अधिकारी और 200 ग्रंथपाल के पद रखे हैं।
उच्च न्यायालय से मिली राहत
शासन ने भर्ती परीक्षा में सरकारी कालेजों में पढ़ाने वाले अतिथि विद्वानों का अनुभव, अनुभव के अंक और आयु सीमा का लाभ देने पर जोर दिया। बावजूद इसके आयोग ने शासन के निर्देशों का पालन नहीं किया। इन उम्मीदवारों को सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा में छूट नहीं दी गई। आयोग के इस कदम से नाराज उम्मीदवारों ने उच्च न्यायालय की शरण ली। जहां न्यायालय ने उम्मीदवारों के पक्ष को सही माना। साथ ही आयोग को भर्ती परीक्षा में इन्हें शामिल करने को लेकर आदेश दिया। इसके आधार पर आयोग को 3 मार्च से होने वाली सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल और खेल अधिकारी भर्ती परीक्षा को निरस्त करना पड़ा। यह निर्णय आयोग ने परीक्षा शुरू होने से महज पांच दिन पहले लिया है।

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