हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेन पर जमकर खर्च कर रहे सियासी दल
विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में चुनावों की तारीखों के ऐलान भले ही नहीं हुआ है, लेकिन प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी भाजपा, कांग्रेस, सपा, आम आदमी पार्टी ने प्रचार अभियान जोर शोर के साथ शुरू कर दिया है। हालांकि आचार संहिता लगने के बाद चुनाव प्रचार जोर पकड़ेगा। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों ने गांवों और दूरदराज के इलाकों में जाने के लिए उड़नखटोलों की एडवांस बुकिंग कर दी है। इसमें सबसे आगे सत्ताधारी पार्टी भाजपा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार चुनाव में महारथियों की ताबड़तोड़ चुनावी रैली और सभाएं करने के लिए भाजपा ने 22 उडऩखटोलों की बुकिंग कर ली है। चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद केंद्रीय और राज्य के नेताओं के साथ स्टार प्रचारक भी भेजे जाएंगे। इससे विमान या हेलीकॉप्टर के उपयोग में होने वाला व्यय प्रत्याशी के निर्वाचन व्यय में शामिल नहीं होगा। यह पार्टी के हिस्से में आएगा। प्रत्येक प्रत्याशी के निर्वाचन व्यय की सीमा इस बार 40 लाख रुपये है। जबकि, पार्टी के व्यय की कोई सीमा नहीं है, इसलिए राजनीतिक दल चुनाव प्रचार के समय स्टार प्रचारक को नेताओं के साथ भेजते हैं।
विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही प्रदेश में बड़े नेताओं के दौरे और तेज हो गए हैं। इसके लिए भाजपा और कांग्रेस ने तैयारी कर ली है। भाजपा और कांग्रेस ने चार्टर प्लेन और हेलीकाप्टर की व्यवस्था कर ली है। इनका व्यय प्रत्याशी के चुनाव खर्च में न जुड़े, इसके लिए स्टार प्रचारक साथ में भेजे जाएंगे। इससे व्यय पार्टी के खाते में जुड़ेगा। चार्टर्ड प्लेन का उपयोग वरिष्ठ नेताओं के आने-जाने में किया जा रहा है। इसमें आवश्यकता के अनुसार और वृद्धि की जाएगी। भाजपा में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के पास चुनाव प्रबंधन समिति की कमान है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव चुनाव प्रभारी और अश्विनी वैष्णव सह प्रभारी तैनात हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के अलावा संगठन के अन्य नेता लगातार चुनाव प्रचार के लिए जिलों में घूमेंगे। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित हेमा मालिनी, मनोज तिवारी और रविकिशन आदि भी प्रचार के लिए प्रदेश हवाई दौरे पर रहेंगे।
कांग्रेस में संगठन बनाएगा समन्वय
प्रदेश कांग्रेस ने भी चार्डर्ट प्लेन और हेलीकॉप्टर की व्यवस्था नेताओं के लिए करके रख ली है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के पास स्वयं के विमान और हेलीकॉप्टर हैं। उनका उपयोग पार्टी प्रचार के लिए तो होगा ही, इसके अतिरिक्त भी आवश्यकता के अनुसार किराए पर विमान और हेलीकॉप्टर लिए जाएंगे। अति विशिष्ठ व्यक्तियों के सत्कार का काम देखने वाली टीम संगठन को सूचना देगी और फिर उन्हें विमान या हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा का कहना है कि चुनाव प्रचार अभियान को लेकर पार्टी तैयारी कर चुकी है। वरिष्ठ नेताओं के दौरे सुगम हों और समय का अधिक से अधिक उपयोग हो, इसके लिए संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
हवाई यात्रा के लिए 100 करोड़ से ज्यादा खर्च
मप्र विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल जोर-शोर से अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। इसको लेकर पार्टियों ने चार्टर्ड प्लेन और हेलीकॉप्टरों की जमकर बुकिंग कराई है। बताया जा रहा है कि ये विमान चुनाव कार्यक्रमों में नेताओं को एक जगह से दूसरे जगह ले जाने का काम करेंगे। एक अनुमान के मुताबिक, राजनीतिक दल चुनाव प्रचार के दौरान निजी विमानों से हवाई यात्रा के लिए 100 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने वाले हैं। चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद चार्टर्ड प्लेन या हेलीकाप्टर कहां आ-जा रहे हैं, इस पर निर्वाचन आयोग की नजर रहेगी। आयोग ने विमानन संचालनालय को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के किसी भी हवाई पट्टी पर चार्टर्ड विमान आता है तो, इसकी जानकारी सभी एजेंसियों से साझा की जाए। बिना अनुमति कोई विमान या हेलीकाप्टर कहीं न उतरे, यह सुनिश्चित किया जाए। विमानन तल पर भी पूरी जांच हो।
भाजपा ने किए 22 उड़नखटोले बुक
चुनावी रणनीति में आगे होने के साथ ही भाजपा चुनाव प्रचार में भी बाजी मारना चाहती है। इसके लिए मैदानी प्रबंधन, नेता-कार्यकर्ताओं की जमावट के बाद भाजपा ने उडऩखटोलों से प्रचार में भी बढ़त लेने की तैयारी कर ली है। स्टार प्रचारकों की प्रदेश के दूरस्थ इलाकों में चुनावी सभाएं, रोड-शो एवं रैलियां कराने बड़ी संख्या में हेलीकॉप्टर व चार्टर्ड प्लेन बुक किए हैं। यह पहला मौका है, जब चुनावी जंग के लिए भाजपा ने बड़ी संख्या में अपने महारथियों को प्रचार में भेजने की तैयारी कर ली है। पार्टी इसकी झलक जन आशीर्वाद यात्रा में दे चुकी है। आचार संहिता लागू होने पर 22 से अधिक हेलिकॉप्टर और 4 हवाई जहाजों की व्यवस्था कर ली है। नेताओं के दौरे और हर दिन की सभाओं के अनुसार इन उडऩ खटोलों की डिमांड घटती-बढ़ती रहेगी। चुनावी युद्ध के लिए भाजपा का यह हवाई बेड़ा पिछले चुनावों से बहुत बड़ा है। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने में अभी कुछ दिन शेष हैं। लेकिन, भाजपा ने धुआंधार चुनाव प्रचार का रोडमैप तैयार कर लिया है। पार्टी के बड़े नेता पलक झपकते ही प्रदेश के किसी भी कोने में चुनावी सभाएं करने पहुंचेंगे। स्टार प्रचारकों में संगठन के बड़े नेता, केंद्रीय मंत्री और दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री रहेंगे। डीजीसीए के प्रोटोकॉल के अनुसार प्रदेश के कैबिनेट मंत्री, राज्यों के सीएम और अन्य अति विशिष्ट नेताओं के लिए डबल इंजन का हेलिकॉप्टर जरूरी है।
भाजपा ने बनाई समिति
चुनाव प्रचार में नेताओं के आने-जाने के लिए भाजपा ने एविएशन समिति बनाई है। राजेंद्र सिंह राजपूत को इसका जिम्मा सौंपा गया है। वे ही चार्डर्ट प्लेन और हेलीकाप्टर की व्यवस्था करेंगे। इसके लिए अलग-अलग कंपनियों से बात करके रख ली गई है और आवश्यकता के अनुसार चार्डर्ट प्लेन और हेलीकाप्टर बुलवाए जाएंगे। वरिष्ठ नेता भी आने-जाने के लिए विशेष विमान और हेलीकॉप्टर का उपयोग कर रहे हैं, ताकि कम समय में अधिक से अधिक स्थानों पर पहुंच पाएं। पार्टी के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल का कहना है कि पार्टी ने हर बार की तरह इस बार भी चार्डर्ट विमान और हेलीकाप्टर की व्यवस्था करके रखी है। जहां जैसी आवश्यकता होगी, वहां वैसे संसाधन का उपयोग किया जाएगा। दिल्ली स्थित एक एविएशन कंपनी के प्रवक्ता प्रवीण जैन का कहना है कि हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेनों के लिए राजनीतिक दल करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं। सामान्य हेलीकॉप्टर का किराया 2-3 लाख रुपए प्रति घंटे है, प्रतिदिन 3 घंटे की उड़ान जरूरी है। चार्टर्ड प्लेन का किराया भी लगभग 3-5 लाख रुपए प्रति घंटे बताया गया है। इस पर 18 फीसदी जीएसटी और क्रू मेंबर्स के ठहरने-खाने का खर्च अलग है। हालांकि, बड़ी संख्या में उडऩखटोलों की बुकिंग पर राजनीतिक दल मोल- भाव कर बुकिंग कर रहे हैं।