मोहन सरकार की प्राथमिकता में पांच क्षेत्र

  • ऑटोमोबाइल, आईटी, खनन, वस्त्र उद्योग और पर्यटन
सरकार

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट  में पांच प्रमुख क्षेत्रों पर खास ध्यान दिया है। इन क्षेत्रों में ऑटोमोबाइल, आईटी, खनन, वस्त्र उद्योग (टेक्सटाइल) और पर्यटन शामिल हैं। इन उद्योगों में मध्य प्रदेश में कच्चा माल, कुशल श्रमिक और निवेश के लिए अवसरों की भरमार है। समिट में उद्योग लगाने के प्रस्ताव से लेकर प्रोजेक्ट तक के समाधान तुरंत प्रदान किए जाने की व्यवस्था की गई है। यही वजह है कि समिट में निवेशकों को मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाएं बताई जा रही हैं। इसमें कच्चे माल की उपलब्धता, मैनपावर की स्थिति से लेकर सरकार की तरफ से दी जा रही रियायतों की जानकारी दी जा रही है। यह सेक्टर्स हैं टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल, आईटी और टेक्नोलॉजी, माइनिंग और टूरिज्म। दरअसल, मप्र देश का छठा सबसे बड़ा कपास उत्पादक राज्य है और सबसे बड़ा जैविक कपास उत्पादक 43 फ़ीसदी है। इसके अलावा प्रदेश शहतूत रेशम का सबसे बड़ा उत्पादक है। राज्य में दुनिया की सबसे बड़ी टेरी टॉवल और स्पून डाइड फैक्ट्री स्थित है। मध्य प्रदेश के चंदेरी, महेश्वरी और हस्तनिर्मित कपड़े पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। यहां 60 से अधिक बड़ी कपड़ा मिलें, 4,000 से ज्यादा करघे और 25 लाख तकली हैं। इस समिट में इन क्षेत्रों के निवेश को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रयास किए जाएंगे, और राज्य में रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसी तरह पीथमपुर में राष्ट्रीय ऑटोमोटिव टेस्ट ट्रैक है। पीथमपुर ऑटो क्लस्टर भारत के सबसे बड़े (4,500 हेक्टेयर) ऑटो क्लस्टरों में से एक है। एशिया का सबसे लंबा हाई-स्पीड टेस्टिंग ट्रैक मध्य प्रदेश में है। 200 से अधिक देशों को ऑटो घटकों का निर्यात किया जाता है। 200 से अधिक ऑटो घटक निर्माता और 1,000 से ज्यादा उपकरण निर्माता हैं। राज्य में पांच आईटी एसईजेड और 15 से अधिक आईटी पार्क हैं। राज्य में 50 से अधिक बड़ी आईटी कंपनियां हैं। प्रदेश में यहां 1200 से अधिक तकनीकी स्टार्टअप और दो यूनिकॉर्न कंपनियां हैं। राज्य में 300 से अधिक कॉलेज तकनीकी शिक्षा प्रदान करते हैं, और हर साल 50,000 से ज्यादा तकनीकी स्नातक तैयार होते हैं।मध्य प्रदेश भारत का एकमात्र हीरा उत्पादक राज्य है। तांबा अयस्क और मैंगनीज अयस्क का देश में प्रमुख उत्पादक है। राज्य खनिज उत्पादक राज्यों में अग्रणी है, विशेष रूप से रॉक फॉस्फेट, चूना पत्थर और कोयला उत्पादन में। मध्य प्रदेश का कोल बेड मीथेन (सीबीएम) भंडार भारत के कुल भंडार का 36 फीसदी है। बालाघाट  जिले में तांबे का उत्पादन भी बढ़ रहा है।
यह भी हैं खासियतें
राज्य में 3 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, 2 ज्योतिर्लिंग, 12 राष्ट्रीय उद्यान और 24 अभयारण्य हैं। मध्य प्रदेश को बाघ, गिद्ध, तेंदुआ, घडिय़ाल और चीता राज्य के रूप में जाना जाता है। प्रदेश फिल्म शूटिंग के लिए एक पसंदीदा स्थल बन चुका है, जहां 400 से अधिक प्रमुख फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। राज्य में 167 देशों के नागरिकों के लिए ई-वीजा सुविधा है, और यह 30 हवाई अड्डों और पांच समुद्री बंदरगाहों के माध्यम से उपलब्ध है।

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