विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति पर भारी पड़ रही है आर्थिक तंगी

विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। ें पूर्व की शिव सरकार में की गई फिजूलखर्ची और सियासी फायदों के लिए चलाई गई तमाम योजनाओं की वजह से सरकार पर लगातार आर्थिक संकट बना हुआ। इसका असर प्रदेश की सरकारी योजनाओं पर भी पड़ रहा है, जिसकी वजह से कई योजनाएं बुरी तरह से प्रभावित हो रही हैं। ऐसा ही हाल है सरकार द्वारा विद्यार्थियों के लिए संचालित छात्रवृत्ति योजनाओं का। आर्थिक तंगी के चलते सरकार चाहकर भी इन मदों में पैसा नहीं दे पा रही है , जिसकी वजह से प्रदेश के तमाम स्कूलों में पढ़ने वाले 67 लाख विद्यार्थी छात्रवृत्ति के लिए परेशान बने हुए हैं। यह हाल तब बने हुए हैं, जबकि अब उनका इस साल का सत्र समाप्त होने के कगार पर आ चुका है। इसकी वजह से उन्हें और उनके अभिभावकों को बेहद परेशान होना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि पहली से 12वीं कक्षा के अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को मिलने वाली 357 करोड़ रुपये की राशि शासन द्वारा जारी ही नहीं की गई है। दरअसल प्रदेश में स्कूली बच्चों के लिए 20 प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इनके तहत विद्यार्थियों को 50 रुपये से लेकर 550 रुपये तक की छात्रवृत्ति दी जाती है। अभी तक प्रदेश के करीब 80 लाख बच्चों को शासन की ओर से विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति दी जाती थी। इस साल विभाग की ओर से 67 लाख विद्यार्थी छात्रवृत्ति के लिए पात्र पाए गए हैं। करीब 13 लाख विद्यार्थी केंद्र की छात्रवृत्ति योजना में शामिल हो गए हैं। विभाग की ओर से शिक्षा पोर्टल पर विद्यार्थियों के बैंक खाता से लेकर नाम की सूची भी अपडेट कर दी गई है, लेकिन शासन से बजट नहीं आने के कारण अब तक विद्यार्थियों के खातों में राशि नहीं डल पा रही है।
लाड़ली बहना बनी मुसीबत
पूर्व से आर्थिक संकट का सामना कर रही सरकार का संकट सबसे अधिक शिवराज सरकार द्वारा शुरु की गई लाड़ली बहना ने बड़ा रखा है। हर माह एक बड़ी रकम सरकार को इस मद में खर्च करनी पड़ रही है। नाम न छापने की शर्त पर विभागीय अफसरों का कहना है कि लाड़ली बहना योजना के कारण इस बार समय से न तो विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति मिल सकेगी और न ही साइकिल सहित अन्य कोई भी योजना का लाभ ही मिल पाएगा। अधिकारियों का कहना है कि छात्रवृत्ति की राशि हर साल नवंबर या दिसंबर तक दे दी जाती थी, लेकिन इस साल अब तक राशि ही नहीं मिली है।
यह संचालित हैं छात्रवृत्ति योजनाएं
प्रदेश में जो छात्रवृत्ति योजनाएं संचालित हो रही हैं उनमें, अनुसूचित जाति छात्रवृत्ति, अनुसूचित जनजाति छात्रवृत्ति, पितृहीन कन्याओं की छात्रवृत्ति, प्री- पोस्ट मैट्रिक योजना, सुदामा प्री-मैट्रिक योजना, स्वामी विवेकानंद पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति, इकलौती बेटी को शिक्षा विकास छात्रवृत्ति जैसी योजनाएं शामिल हैं।

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