प्रदेश से जापान को हो रहा 9 करोड़ डालर का निर्यात

जापान
  • डॉ. मोहन यादव ने बताई निवेशकों को प्रदेश की खूबियां

गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने जापान दौरे के दौरान वहां के निवेशकों को प्रदेश में औद्यौगिक वातावरण की खूबियां बताते हुए भारत और जापान के संबंधों की दुहाई दी। दरअसल, फरवरी में भोपाल में होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर समिट में निवेशकों को आमंत्रण देने जापान पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भारतीय दूतावास में इंटरेक्टिव सेशन ऑन इन्वेस्टमेंट कार्यक्रम में कहा कि जापान का प्राचीनकाल से आधुनिक काल तक बहुत समृद्ध इतिहास रहा। जापान गौतम बुद्ध की हजारों साल पुरानी परंपरा के साथ भारत से जुड़ा हुआ है। जो आज विशिष्ट जीवनशैली और औद्योगिक शैली के साथ आर्थिक युक्ति से संपन्नता पाने वाला देश है। उन्होंने बताया कि मप्र के जापान के व्यवसायिक दृष्टि से मजबूत संबंध है। प्रदेश से आज जापान को एल्युमिनियम, कार्बनिक रसायन, बायलर, मशीनरी, फार्मास्युटिकल उत्पाद समेत कई वस्तुओं का निर्यात किया जा रहा है। 2023-24 में मध्य प्रदेश से जापान को 9.28 करोड़ डॉलर का निर्यात किया गया। साथ ही मध्य प्रदेश में जापान के मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े कई उद्योग संचालित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था एक दशक में तीन गुना बढ़ी है, जिसे पांच साल में दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। पूंजीगत समेत सरकारी व्यय 19 प्रतिशत तक बढ़ा है जो राज्य की उन्नति का द्योतक है। समग्र रुप से करीब 65 हजार करोड़ का निर्यात किया है। उन्होंने कहा कि विश्व के कई देशों के निवेशकों की मध्यप्रदेश के प्रति रुचि बढ़ी है। हमारी सरकार एनर्जी सेक्टर, माइनिंग, एजुकेशन, एमएसएमई समेत कई सेक्टर के लिए नई पॉलिसी बना रही है, जिससे निवेश के लिए अनुकूल माहौल बना। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि नीति से अलग भी अगर निवेशक कोई बदलाव और सुविधा चाहेंगे तो सरकार खुले मन से उन्हें मदद करेगी।
 इन क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में फूड, आईटी पार्क, मसाले, मेडिकल डिवाइस, सोलर इक्यूपमेंट, प्लास्टिक, फुटवियर, फार्मास्यूटिकल्स, टेक्सटाइल्स, ईवी, गारमेंट यूनिट, सेमीकंडक्टर पार्क समेत कई क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। खासतौर पर लॉजिस्टिक, गारमेंट, खाद्य प्रसंस्करण, ईवी, आईटी के क्षेत्र में हमारी पॉलिसी बड़े निवेशकों को आकर्षित कर रही है। मध्यप्रदेश की अच्छी नीति और नीयत के बलबूते सभी तरफ से व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है।
ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी से उभरा
सीएम यादव ने टोयोटा कंपनी के पदाधिकारियों को बताया कि प्रदेश ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी से उभरता प्रदेश है। प्रदेश तक पहुंच आसान है। यहां काम में एक्सपर्ट मैनपावर और विश्वस्तर का इंफ्रास्ट्रक्चर है। राज्य सरकार की नीतियों के चलते औद्योगिक निवेश में 52 फीसदी की बढ़ोतरी संभावित है। 2022 से 2030 तक इलेक्ट्रॉनिक गाडिय़ों के बाजार में 49 फीसदी की बढ़ोतरी संभावित है। इस सेक्टर में निवेश करने के लिए मध्य प्रदेश में असीम अवसर हैं। प्रदेश इस सेक्टर का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
ये हैं स्थापित-प्रस्तावित इंडस्ट्रियल एरिया
इंदौर का पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के नजदीक है। यहां सेज की व्यवस्था है। रेल और रोड की बेहतर कनेक्टिविटी है। एक एरिया में फोर्स मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, वोल्वो आयशर, ब्रिजिस्टोन जैसी कंपनियां काम कर रही हैं। भोपाल का मंडीदीप इंडस्ट्रियल एरिया ऑटो कॉम्पोनेंट हब है। देवास का इंडस्ट्रियल एरिया भी कॉम्पोनेंट में अग्रणी है। ग्वालियर क्षेत्र में एमएसएमई का बड़ा साम्राज्य है। यह भी ऑटो कॉम्पोनेंट मैन्यूफैक्चरिंग में अग्रणी होने जा रहा है।
टोयोटा कंपनी के पदाधिकारियों से की मुलाकात
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने टोयोटा कंपनी के पदाधिकारियों से भी चर्चा की। उन्होंने कंपनी के प्रतिनिधियों को बताया कि अगर वे प्रदेश में निवेश करते हैं तो उन्हें सारी सुविधाएं मिलेंगी। सरकार उनकी हर तरह की मदद करेगी। कंपनी को प्रदेश में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आएगी।  डॉ. यादव ने टोयोटा कंपनी के पदाधिकारियों को बताया कि प्रदेश में इंडस्ट्रियल लैंड बैंक है। यह एक लाख एकड़ से ज्यादा है। निवेश करने वाली कंपनी को सरकार कम दामों में जमीन मुहैया कराती है। प्रदेश बस और ट्रैक्टर बनाने में प्रदेश दूसरा बड़ा राज्य है। कमर्शियल गाडिय़ां बनाने में मप्र तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। प्रदेश में 2800 से ज्यादा इंजीनियरिंग मैन्युफैक्चरर, 30 से ज्यादा ओईएम और 200 से ज्यादा ऑटो कॉम्पोनेंट मैन्युफैक्चरर्स हैं। प्रदेश एनएटीआरएएक्स का गढ़ है। यहां एशिया का सबसे लंबा हाई स्पीड टेस्टिंग ट्रैक है। यहां 14 टेस्ट ट्रैक और 5 ऑटो-स्पेसिफिक लैब हैं। मध्य प्रदेश कमर्शियल गाड़ी और कृषि उपकरण बनाने में नंबर-1 बनने की क्षमता रखता है।
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का न्यौता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल में ग्लोबल इंवेस्टर समिट का उद्घाटन करने वाले हैं। 24-25 फरवरी को इन सभी क्षेत्रों में निवेश की जानकारी देने के लिए सेमिनार होंगे, जहां निवेश की संभावना पर चर्चा होगी। इससे पहले मध्यप्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी राघवेंद्र सिंह और डॉ. राजेश राजौरा ने प्रजेंटेशन के माध्यम से मध्य प्रदेश की आर्थिक उन्नति के साथ प्रदेश में निवेश की संभावनाओं की जानकारी दी।

Related Articles