पहले ही दिन से एक्शन मोड में डॉ. मोहन यादव

डॉ. मोहन यादव
  • ताबड़तोड़ फैसले और उन पर तेजी से हो रहा है अमल

    भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश के नव निर्वाचित मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पहले ही दिन से जिस तरह के कड़े निर्णय लेना शुरू किए हैं, उसकी वजह से वे बेहद तेजी से चर्चा के केन्द्र बिन्दु बन रहे हैं। पहले ही दिन जिस तरह के निर्णय लिए गए हैं , उससे यह तो स्पष्ट हो गया है कि वे किसी भी प्रकार के दबाव, प्रभाव अथवा सद्भाव के इतर उनके इन निर्णयों ने राष्ट्र, प्रदेश और समाज हित में कदम उठाने से पीछे नहीं रहेंगे।  पहले ही दिन मंत्रिपरिषद में युवा एवं मजदूरों के हित में निर्णय लिए गए तो वहीं खुले में मांस विक्रय तथा धार्मिक स्थलों पर तेज आवाज के ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर सख्ती से रोक के आदेशों की प्रशंसा प्रदेश ही नहीं देशभर में हुई है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून की परिधि में इस तरह के कई निर्णय लिए। अपराधियों पर सख्ती के चलते उत्तर प्रदेश में न केवल आपराधिक गतिविधियों का ग्राफ धराशायी हुआ, बल्कि राजनीतिक संरक्षण में पलने वाले बड़े-बड़े अपराधी गायब हो गए हैं अथवा पुलिस की गोलियों से दिवंगत हो चुके हैं। मप्र के नवागत मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हालांकि अभी इस तरह का निर्णय विगत दो दिनों में तो नहीं लिया है, लेकिन ऐसा निर्णय लेने से वे पीछे नहीं हटेंगे, ऐसा लगता नहीं है। इस दिशा में उनके कदम आगे बढ़ते नजर आ रहे हैं। मंत्रिपरिषद की बैठक में उन्होंने आदतन अपराधियों पर दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 437, 438 व 439 के तहत एवं उनकी जमानत हो जाने के बावजूद कार्यवाही के निर्देश दिए तो वहीं अगले दिन गुरूवार को मंत्रालय में कलेक्टर-कमिश्नर बैठक में भी उन्होंने कानून-व्यवस्था को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए।
    अपराधियों के घर चला बुल्डोजर
    मप्र में डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद एक बार फिर प्रदेश में अपराधियों के घर पर बुलडोजर चला है। आरोपी फारूक राइन और उसके अन्य साथियों के तीन घरों पर बुल्डोजर चले हैं। इन्होंने भाजपा कार्यकर्ता देवेंद्र ठाकुर पर तलवार से हमला कर हथेली को काट दिया था। बुलडोजर आरोपियों के 11 नंबर स्थित जनता कॉलोनी के घरों पर चले हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद पांच दिसंबर को आरोपी फारुख ने भाजपा कार्यकर्ता देवेंद्र ठाकुर पर प्राणघातक हमला किया था। जिसमे देवेंद्र को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं इंदौर-1 सीट से विधायक कैलाश विजयवर्गीय एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा स्वयं कार्यकर्ता से मिलने अस्पताल पहुंचे थे। आरोपी फारुख हबीबगंज पुलिस की गुंडा लिस्ट में शामिल है और उस पर पहले भी कई अपराध दर्ज हो चुके हैं। इस मामले में पुलिस पहले ही पांच आरोपियों फारूख राइन, असलम, शाहरुख, बिलाल और समीर को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपी फारूख राइन पर पुलिस राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत भी कार्यवाही कर चुकी है।
    न्यायालय के आदेश का पालन
    मंत्रि-परिषद की पहली बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा ध्वनि विस्तारक यंत्रों और खुले में मांस विक्रय को लेकर दिए गए निर्देशों की चर्चा पूरे देश में है। लेकिन इस तरह के निर्देश उन्होंने स्वयं से नहीं दिए हैं। उन्होंने इन दोनों ही निर्णयों के संबंध में उच्च और सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पूर्व में दिए गए आदेशों का सख्ती से पालन के निर्देश दिए हैं।

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