- सदन में भाजपा विधायकों ने लगाए कई आरोप
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस के साथ ही भाजपा के विधायक भी सरकार पर हमलावर दिख रहे हैं। अपने क्षेत्र की समस्याओं, अफसरों की कार्यप्रणाली आदि को लेकर भाजपा विधायकों ने ही सरकार को घेरा। सोमवार को भाजपा के दो विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ मुखर हो गए। एक विधायक ने कहा कि उनके क्षेत्र में अस्पताल कहीं और स्वीकृत हुआ और बन कहीं और रहा है। वहीं सिंचाई सुविधाओं को लेकर सिरोंज विधायक उमाकांत शर्मा ने कहा कि मैं पांच साल से गिड़गिड़ा रहा हूं। मेरी तो बात सुन लीजिए।
प्रश्नकाल के दौरान सुवासरा विधायक हरदीप सिंह डंग ने कहा सीतामऊ में सिविल अस्पताल जहां स्वीकृत हुआ और उस जगह भूमिपूजन भी जनप्रतिनिधियों ने कर दिया, उसके बाद अन्य स्थान पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने इस निर्माण कार्य को रोकने की मांग की। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल का कहना था कि जिस जगह भूमिपूजन हुआ था वह स्थान छोटा था,लिहाजा दूसरे स्थान पर भवन बनाया जा रहा है। इस पर विधायक का कहना था कि यह सब ठेकेदार और अफसरों की मिलीभगत से हो रहा है। उन्होंने अस्पताल का निर्माण कार्य रोकने और पूरे मामले की जांच की मांग की, इस पर मंत्री का कहना था कि निर्माण पर अब तक 75 लाख से अधिक खर्च हो चुका है इसलिए इसे रोकना संभव नहीं है। वहीं सिंरोज विधायक उमाकांत शर्मा ने अपने विधानसभा क्षेत्र की सिंचाई परियोजनाओं से जुड़ा मामला उठाया। उन्होंने क्षेत्र में चल रही सिंचाई परियोजनाओं की स्थिति समेत अन्य जानकारी मांगी। उनका कहना था कि वे पिछले पांच साल से गिड़गिड़ा रहे हैं। उनकी बात सुनी जाए। इस पर मंत्री ने कहा कि सिरोंज क्षेत्र में जनवरी 2024 में 18 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का प्रस्ताव तैयार हो गया है।
इसका जल्द परीक्षण कराकर इस पर काम शुरू किया जाएगा। प्रदेश में कई स्कूलों के पास अपने भवन नहीं है तो कई स्कूल अति जर्जर भवनों में चल रहे है, उनमें शौचालय तक नहीं है। राज्य विधानसभा में सोमवार को कुंवर सिंह टेकाम और ओमकार सिंह मरकाम ने इस मामले को उठाया। सीधी जिले के सिकार, जमुआ, छुही एवं घरभरा में स्कूलों के भवन निर्माण का मामला उठाया। इस पर परसवाड़ा विधायक ने कहा कि उनके क्षेत्र में कई जगहों पर 12 तक स्कूल न होने से बच्चियों को दस से बारह किमी दूर जाना पड़ रहा है। वही शमशाबाद विधायक सूर्यप्रकाश मीणा ने अपने क्षेत्र के जर्जर शाला भवनों के निर्माण की मांग की।
अध्यक्ष ने दी हिदायत….
विधानसभा सदस्यों द्वारा उन्हें आवंटित अलमारी के खाने से अपना साहित्य न निकालने के लिए अध्यक्ष को आग्रह करना पड़ा। अध्यक्ष ने कहा कि सदस्यों को विधानसभा से जो साहित्य आदि मिलता है उन्हें कतिपय विधायक नही उठा रहे हैं, जिससे उनकी अलमारियां भर गई है और उनमें अब नया साहित्य रखने की जगह नहीं है। उन्होंने सदस्यों से कहा कि वे उन्हें आवंटित अलमारी के खाने से रोज साहित्य उठाएं। वही प्रश्नकाल के बाद विधायकों द्वारा एक दूसरे की सीट के पास जाकर बैठने और बात करने पर अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने उन्हें हिदायत दी कि सदस्य सदन में इधर उधर भ्रमण न करें अपनी अपनी जगह पर बैठे।