डॉ. गोविंद सिंह ने की सिंध नदी की चिंता, गृहमंत्री नरोत्तम को लिखा पत्र

 डॉ. गोविंद सिंह

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के पूर्व मंत्री और लहार से विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने सिंध नदी को रेत माफिया से बचाने का मुद्दा उठाया है। उन्होंने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को पत्र लिखकर कहा है कि सिंध नदी भिंड और दतिया जिले की जीवनदायिनी है। सेंवढ़ा के सनकुआं स्थल पर भेड़ाघाट की तरह ही यहां पर भी जल की धारा गिरती थी। लेकिन यह नदी अब रेत माफिया की वजह से सूख रही है। यही नहीं सेंवढ़ा का एसडीएम रेत के ट्रकों का पैसा लेता है। डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि यदि हम और आपने नदी की चिंता नहीं की तो नदी सूख जाएगी और आने वाली पीढ़ी कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने पत्र में भ्रष्ट अफसरों के बारे में लिखा कि ऐसे भ्रष्ट अफसरों को लाइन से लगाना चाहिए। रेत माफिया पनडुब्बी डालकर नदियों का सीना चीर रहे हैं जिससे नदियों का जलस्तर गिर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इसी तरह से सिंध नदी से रेत का दोहन किया जाता रहा तो एक साल में नदी का नामोनिशान मिट जाएगा।
पूर्व मंत्री द्वारा गृह मंत्री को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि सेंवढ़ा और भिंड जिले के दस नगरों में पेयजल आपूर्ति की योजनाएं स्वीकृत होकर निर्माणाधीन है। यदि जल्द ही रेत खनन पर रोक नहीं लगाई गई तो नगर वासियों को पेयजल संकट की परेशानी का सामना करना पड़ेगा। वर्तमान में रेत खनन से दतिया और भिंड जिले में सिंध नदी के दोनों तरफ लगभग 30  किलोमीटर की दूरी तक  करीब 40 फीट जल स्तर गिरा है। यदि यही हाल चलता रहा तो दोनों जिले के कई गांव में कुआं, हैंडपंप तक सूख जाएंगे।
बेखौफ माफिया
पूर्व मंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जिस तरह से नदियों पर रेत माफिया हावी है, इससे शासन और प्रशासन बना हो गया है। यह रेत माफिया के मन में प्रशासन का कोई डर भय नहीं है। यह रेत माफिया लगातार अफसरों पुलिस जवान और वनकर्मियों पर गोलियां चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में तीन दिन पहले सेंवढ़ा के कंधारपुरा गांव में रेत माफिया द्वारा गोलियां चलाई गई थी।

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