रवानगी से पहले दस्तावेजों को करा दिया नष्ट

रवानगी
  • पांच घंटे की मेहनत से फाइलों की करवाई तीन बोरी चिंदी

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मंत्रालय में पहली बार ऐसा वाकया देखने को मिला है, जब एक वरिष्ठ आईएएस अफसर ने नई जगह पदस्थापना मिलने पर रवानगी से पहले सरकारी दस्तावेजों को पूरी तरह से नष्ट करवाया हो। इसके लिए बाकायदा कुछ कर्मचारियों की ड्यूटी तक लगाई गई थी। दरअसल राज्य शासन द्वारा चार दिन पहले देर शाम   भारतीय प्रशासनिक सेवा के 15 अधिकारियों की नए सिरे से पदस्थापना आदेश जारी किए गए थे। अगले दो दिन शनिवार एवं रविवार को अवकाश के चलते अधिकांश अफसरों ने बीते रोज नई पदस्थापना वाली जगह पर पदभार संभाला। इसमें मंत्रालय से बाहर पदस्थ किए गए एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने रवानगी देने से पहले अपने कक्ष की फाइलें एवं सरकारी दस्तावेजों को पूरी तरह से नष्ट करवाने के लिए मशीन बुलावाई और उससे कागजों की चिंदी -चिंदी करवाई। इसकी मात्रा इतनी थी कि उसे ले जाने के लिए तीन बड़ी बोरियों का इस्तेमाल करना पड़ा है। इन दस्तावेजों की इतनी छोटी-छोटी चिंदी कराई गई कि उसमें लिखा गया शब्द भी नहीं पड़ा जा सके। जब यह सब हो गया तब ही उक्त अफसर ने अपनी रवानगी डाली। दरअसल राज्य शासन ने सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार (1989 बैच) को मंत्रालय से बाहर प्रशासन अकादमी में महानिदेशक के पद पर पदस्थ किया है। वे मई 2020 से  विभाग में पदस्थ थे। इस तरह से वे विभाग में करीब पौने चार साल से पदस्थ थे। उनकी जगह अब 1994 बैच के आईएएस अधिकारी मनीष रस्तोगी को विभाग का जिम्मा सौंपा गया है।  रस्तोगी ने बीते रोज शाम को पदभार संभाल लिया । सामान्य प्रशासन विभाग में फाइलों को फाडक़र कटिंग करवाने की चर्चा मंत्रालय में जोरों पर हैं। विनोद कुमार वरिष्ठता के हिसाब से प्रदेश के मुख्य सचिव की दौड़ में भी शामिल हैं। आमतौर पर वरिष्ठ अधिकारी तबादला होने पर दस्तावेजों को नष्ट नहीं करते है। पिछले हफ्ते भी वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले आदेश जारी किए गए, तब किसी ने न तो दस्तावेजों को नष्ट नहीं करवाया था और न ही नए विभाग में आमद देने में देरी की थी।
विभाग में हडक़ंप
सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने कार्यभार संभाल लिया है। उनके आने से विभाग में हडक़ंप की स्थिति है। खासकर ऐसे अधिकारी एवं कर्मचारी जो लंबे समय से विभाग में जमे हैं, उनमें बैचेनी है। रस्तोगी पूर्व मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव रहे हैं। पिछले महीने उन्हें जेल विभाग की कमान सौंपी गई थी, लेकिन एक हफ्ते के भीतर ही तबादला आदेश बदलकर उन्हें सामान्य प्रशासन विभाग का जिम्मा सौंपा गया है।

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