अलग-अलग दिनों में करेंगे पांच दिन कमलनाथ पार्टी की बैठकें
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब महज एक साल का ही समय रह गया है, ऐसे में अब कमलनाथ मैदानी स्तर पर पार्टी की हकीकत और अपने नेताओं की उनके विधानसभा क्षेत्रों में पकड़ का आंकलन करने की तैयारी कर चुके है। इसके तहत वे इस माह में अब दस दिनों के अंदर पांच बड़ी बैठकें करने जा रहे हैं। इन बैठकों में संभागीय और जिला प्रभारियों को पूरी जानकारी लेकर बुलाया गया है।
इन बैठकों को सिलसिला आज से शुरू हो गया है। यह बैठकें 12 नवंबर तक अलग-अलग जारी रहेंगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार पार्टी के जिला प्रभारियों से मिलने वाली जानकारी को सर्वे रिपोर्ट से मिलाने के बाद उसकी पूरी जानकारी प्रदेश प्रभारी जय प्रकाश अग्रवाल को दी जाएगी। यह बात अलग है कि आज हो रही बैठक में भी अग्रवाल मौजूद रहने वाले हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस हकीकत का पता लगाने के पीछे मैदानी स्तर पर संगठन के साथ ही पार्टी कमजोरियों का पता कर अभी से कमजोर पकड़ वाले इलाकों में पार्टी को मजबूत कर बेहतर प्रत्याशी की तलाश करना है। यही नहीं इससे यह भी पता लगाया जाएगा कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में बीते समय पार्टी के विधायकों की कमजोर पकड़ का पता चला था, उन इलाकों में विधायकों की सक्रियता अब कैसी है और उसका क्या प्रभाव पड़ा है। पार्टी सूत्रों के माने तो आज के बाद चार अलग-अलग दिनों में इस तरह की बैठकें की जाएंगी।
तीन माह पहले नियुक्त किए गए थे प्रभारी
2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस संगठन को मजबूत बनाने के लिए तीन माह पहले ही अगस्त में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कमल नाथ ने 52 जिलों के प्रभारी नियुक्त किए हैं। नवनियुक्त प्रभारी सभी जिलों में कांग्रेस के सभी संगठनों, नेताओं, पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय बनाकर संगठन को मजबूती प्रदान करेंगे। मंडलम और पन्ना प्रभारियों को भी सक्रिय करेंगे। इन प्रभारियों को तत्काल प्रभार वाले क्षेत्र में दौरा करने के लिए निर्देशित किया गया था। इनको जिले के सभी मोर्चा संगठन जिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन, सेवादल सहित अन्य विभागों व प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर समन्वय स्थापित करने का काम दिया गया था। गौरतलब है कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में मंडलम सेक्टर के गठन पर जोर दिया जा रहा है, इसका गठन करके जानकारी आलाकमान को सौंपनी है। आने वाले विधानसभा चुनाव के पूर्व ही मतदाता सूची का गहन विश्लेषण कर कार्यकर्ताओं को पन्ना प्रभारी एवं बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को लामबंद करने के लिए उन्हें अवगत करवाना है।
दिया था प्रभारियों को टास्क
मिशन 2023 की तैयारियों में जुटी कांग्रेस जनता के बीच जाने से पहले अपने संगठन की नब्ज का आंकलन करना चाहती है। इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने संगठन के संभाग और जिला प्रभारियों को टास्क सौपा था, कि वे ये पता लगाएं कि वर्तमान में कांग्रेस की वास्तविक स्थिति क्या है, इसके लिए पार्टी ने आॅन लाइन कैंपन भी चलाया था और प्रभारियों को कुछ सवालों से युक्त प्रोफार्मा भी सौपा था, जिसके आधार पर उन्हें अपनी रिपोर्ट तैयार करनी था। सभी विधायकों ने नवम्बर माह में रिपोर्ट पीसीसी चीफ को सौंपने को कहा गया था। बताया गया है कि सभी प्रभारियों ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसके लिए आज के बाद 5,6,11 और फिर 12 नवम्बर को बैठक बुलाई गई है। इन सभी बैठकों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ मौजूद रहेंगे।
कई जिलाध्यक्ष बदले जा सकते हैं
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पहले ही निष्क्रिय जिलाध्यक्षों को चेतावनी दे चुके हैं। उनके द्वारा पूर्व में ही कहा जा चुका है कि आप जिन पदों पर बैठे हुए हो उस पद की जिम्मेदारी नहीं समझ सकते तो फिर आपको इन पदों पर रहने की कोई जरूरत नहीं। उनके द्वारा एक बैठक में साफ कह दिया गया था कि कई जिलों के जिलाध्यक्ष भी हटाए जाएंग। इनमें वे जिलाध्यक्ष खासतौर पर बदले जा सकते हैं जो, निकाय चुनाव के समय निष्क्रिय रहे थे। इसकी वजह से माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद करीब 10 जिलों के जिलाध्यक्ष बदले जा सकते हैं। उनके स्थान पर युवा नेताओं की जिम्मेदारी सौपी जा सकती है। पहले चरण में एक दर्जन से अधिक अध्यक्ष बदले जाएंगे। इसके उपरांत दिसम्बर में इतने ही जिलों में नए अध्यक्ष नियुक्ति किए जाने की संभावना है।