- कांग्रेसी ही रहेंगे कमलनाथ …
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। करीब तीन दिनों तक चले मीडिया ट्रायल और राजनीतिक गहमागहमी के बाद अब यह साफ हो गया है कि मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेसी ही बने रहेंगे। सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ अपने परिवार और समर्थकों के साथ भाजपा में जाने के लिए पूरी तरह तैयार थे, लेकिन भाजपा का एक वर्ग उनकी खिलाफत करने लगा था। इसका परिणाम यह हुआ कि कमलनाथ के लिए फिलहाल भाजपा के दरवाजे बंद ही रहेंगे।
गौरतलब है कि मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके बेटे सांसद नकुल नाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर सोमवार दोपहर में ब्रेक लग गया। सोमवार को कमलनाथ के साथ बैठक के बाद पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा कि कमलनाथ जी कह रहे हैं कि कोई कहीं नहीं जाने वाला। जिन लोगों ने कांग्रेस को वट वृक्ष बनाया है, वो कैसे छोड़ सकते हैं। सज्जन वर्मा ने कहा कि कमलनाथ की राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े से बात हुई है। छिंदवाड़ा से कांग्रेस के टिकट पर नकुलनाथ चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले उन्होंने अपने बंगले पर बैठक की, जिसमें मध्य प्रदेश के विधायक, पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता शामिल हुए। कांग्रेस सांसद राजमणि पटेल ने कहा कि कमलनाथ लंबे समय से देश में नफरत फैलाने वाली सोच के खिलाफ लड़ रहे हैं। यह उम्मीद करना कठिन है कि वह भाजपा में शामिल होंगे।
नाथ को लेकर भाजपा में विरोध
सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ का भाजपा में जाने का प्लेटफॉर्म पूरी तरह तैयार हो गया था। कमलनाथ की भाजपा में इंट्री को लेकर शीर्षस्थ स्तर पर बातचीत चल रही थी। सहमति बनने पर ही वे अपने सांसद पुत्र नकुल नाथ के साथ दिल्ली पहुंच गए थे, लेकिन इस बीच हुए मीडिया ट्रायल के बाद पार्टी में असंतोष के जो स्वर उभरे, उससे हाईकमान ने अपना रुख बदल लिया। आगे सबकुछ ठीक रहा तो नकुल नाथ को भाजपा में लिया जा सकता है। इधर, कमलनाथ अब चुनावी राजनीति से भी दूरी बनाने की बात पर विचार कर रहे हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार कमलनाथ को शामिल करने पर भाजपा में सहमति नहीं बन पा रही है। भाजपा के कई नेता कमलनाथ को साथ लेकर सिख समुदाय को नाराज न करने की दलील दे रहे हैं। नकुल के साथ कम से कम 20 विधायकों को साथ लाने की शर्त भी रखी गई है, जो फिलहाल पूरा होती नहीं दिख रही है। उधर, मामला लंबा खिंचता देख समर्थक विधायक भी अब संशय में हैं। गौरतलब है कि कमल नाथ को लेकर पिछले तीन दिनों से अटकलें चल रही हैं। इसे हवा और तब मिली, जब उन्होंने इसका खंडन नहीं किया। छिंदवाड़ा के शिकारपुर में उन्होंने विधायक, पूर्व विधायक सहित पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में परिवर्तन कर एक दिन पहले दिल्ली पहुंच गए। इसके पहले मीडिया प्रोफाइल बदल गई। उनके समर्थकों ने पार्टी नेताओं द्वारा कमल नाथ का अपमान किए जाने का आरोप लगाया। कुछ नेताओं ने भी अपनी प्रोफाइल बदली। दिल्ली में कमल नाथ के भाजपा नेताओं से मुलाकात करने की अटकलें लगाई गईं पर कोई पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद उनके भरोसेमंद पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा सामने आए और कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों का ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया और दावा किया कि कमल नाथ कहीं नहीं जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी कमल नाथ के हवाले से दावा किया कि वे कहीं नहीं जा रहे हैं, पर सूत्रों का कहना है कि भाजपा में सहमति नहीं बनने के कारण कमल नाथ की एंट्री को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो रही है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा उनके पुत्र नकुल नाथ को तो पार्टी में ले सकती है बशर्ते वे कम से कम 20 विधायक भी साथ लाएं, जिसकी स्थिति भी नहीं बन रही है। कोई विधायक उपचुनाव का सामना नहीं करना चाहता है, यही कारण है कि अधिकतर विधायक दिल्ली भी नहीं गए और कोई बयान भी नहीं दिया। उधर, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक्स हैंडल पर वीडियो पोस्ट कर विधायकों की पार्टी के प्रति भावना, एकजुटता और धैर्य का परिचय देने को प्रशंसनीय बताया।
आध्यात्मिक गुरु की शरण में
कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलें फिलहाल खत्म हो गई हैं। अब सूत्रों से जानकारी मिली है कि मप्र में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर होने वाली अहम बैठकों में कमलनाथ हिस्सा नहीं ले पाएंगे। दरअसल, कमलनाथ आज बेंगलुरु जा रहे हैं, जहां वे अपने आध्यात्मिक गुरु से मुलाकात करेंगे। वे 25 फरवरी को बेंगलुरु से भोपाल वापसी करेंगे। इस बीच, कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के मध्य प्रदेश पहुंचने की तैयारियां की जा रही हैं। पार्टी पदाधिकारी लगातार बैठकें कर रहे हैं। 25 फरवरी के बाद न्याय यात्रा मध्य प्रदेश पहुंच सकती है। उधर, एआईसीसी प्रभारी जितेंद्र सिंह ने कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों को गलत सूचना बताकर खारिज कर दिया और कहा कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राज्य में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे। दिल्ली में जितेंद्र सिंह ने दावा किया कि कमलनाथ को लेकर जो अटकलें और दुष्प्रचार हैं, वे सब भाजपा का किया धरा है। उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि कमलनाथ जी हमारे बहुत ही सीनियर नेता हैं। जो भी अटकलें हैं, ये सब भाजपा और मीडिया के एक पार्ट की तरफ से फैलाया गया दुष्प्रचार है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को मैं भोपाल में रहुंगा। सांसद, विधायकों और नेताओं के साथ बैठक होगी। बैठक में कमलनाथ जी भी शामिल होंगे। उनके सुझाव के हिसाब से यात्रा चलेगी…कमलनाथ जी यात्रा में प्रमुख रूप से भाग लेंगे।