-पुलिस की बदसलूकी में इंदौर व रीवा के बाद भोपाल पुलिस का नंबर
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। जिस पुलिस पर बदसलूकी करने पर कार्रवाई का जिम्मा है, वहीं पुलिस आमजनों के साथ बदसलूकी करने में पीछे नही रहती है। यह खुलासा हुआ है डायल 100 के स्टेट लेवल कंट्रोल रूम में बीते एक साल में आयी शिकायतों के विश्लेषण से। यही नहीं यह भी खुलासा हुआ है की बीते एक साल में डायल 100 पर करीब सवा लाख फर्जी कॉल भी किए गए हैं , जिसकी वजह से डायल 100 वाहन को भटकना पड़ा है और उसमें तैनात पुलिसकर्मीयों को भी परेशान होना पड़ा है। किए गए विश्लेषण के मुताबिक बदसलूकी के मामले में इंदौर की पुलिस पहले स्थान पर है तो उसके बाद रीवा का नंबर आता है जबकि, भोपाल का नंबर तीसरे स्थान पर है। भोपाल में हर माह औसतन 110 लोग 9 अलग-अलग कैटेगरी में पुलिस की शिकायत करते हैं। भदभदा रोड पर बने डायल 100 के स्टेट लेवल कंट्रोल रूम में पूरे प्रदेश से इस तरह की 23057 शिकायतें आयी हैं।
अगर भोपाल की बात करें तो जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 के बीच इस तरह की 1321 शिकायतें दर्ज हुई हैं, जबकि इस मामले में इंदौर में 1952 और रीवा में 1378 शिकायतें मिली हैं। डायल 100 की टीम द्वारा कम्प्लेंट पुलिस इवेंट की कैटेगरी का विश्लेषण करने के बाद आए आंकड़ों से यह पता चला है। दरअसल नॉन एफआरवी इवेंट में शामिल इस कैटेगरी में 9 अलग-अलग सब कैटेगरी होती हैं। इनमें अभद्र भाषा, रिश्वत मांगना, कस्टडी ऑफेंस, एफआईआर न लिखना, एफआरवी मिसकंडक्ट, इललीगल कन्फाइन, इल्लीगल सर्च, गैर वाजिब जब्ती और एक्शन न लेना शामिल हैं। इनमें भी पुलिस की सबसे ज्यादा शिकायतें एक्शन न लेने, एफआईआर न लिखने और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने की होती हैं। वहीं बीते साल कंट्रोल रूम में 21.86 लाख कॉल पहुंचे, इनमें से 1.19 लाख कॉल फर्जी निकले।
आत्म हत्या की 42 हजार सूचनाएं
डायल 100 के स्टेट लेवल कंट्रोल रूम में वर्ष 2021 में 42 हजार सूचनाएं आत्महत्या के प्रयास की मिली हैं। इनमें इंदौर के 3167 लोगों को वक्त रहते अस्पताल पहुंचाया गया, जबकि भोपाल में 2876 लोगों को समय पर पहुंचकर बचाया जा सका। इस तरह से 1.27 लाख सड़क हादसों की सूचना पर एफआरवी मौके पर पहुंची, इनमें 38 स्पॉट ऐसे थे, जिनमें एक से ज्यादा मौतें हुई हैं। साधारण सड़क हादसे की यहां 118812 सूचनाएं पहुंची थीं।
10/05/2022
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