प्रदेश के तीन दागी आईपीएस अफसरों की नौकरी का फैसला आज

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भोपाल/हरीश फतेह चंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश कैडर के तीन आईपीएस अफसरों की नौकरी का फैसला आज हो जाएगा। यह वे अफसर हैं जो बीस-पचास के दायरे में आ रहे हैं। इन तीनों ही आईपीएस अफसरों के नामों पर आज बैठक में चर्चा कर फैसला किया जाएगा। माना जा रहा है कि इनकी नौकरी बरकरार रखी जाए या फिर उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाए यह तय कर लिया जाएगा।  इसके लिए आज शुक्रवार को मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस की अध्यक्षता में अहम बैठक हो रही है।
अखिल भारतीय सेवा के अफसर अपने सरकारी काम को बेहतर तरीके से अंजाम दें, इसके लिए सेवा-शर्ते तय हैं। इन सेवा-शर्तो के मुताबिक बीस साल की नौकरी और पचास साल की आयु पूरी करने वाले अफसरों के कार्य और शारीरिक दक्षता का परीक्षण किया जाता है। अपनी फिजिकल फिटनेस साबित करने के लिए अफसरों को मेडिकल प्रमाण पत्र देना होता है। उसी आधार यह तय किया जाता है कि संबंधित अधिकारी को सेवा में रखा जाए अथवा अनिवार्य सेवानिवृत्ति प्रदान कर दी जाए। इसके लिए मंत्रालय में बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में 20-25 के दायरे में आने वाले आईपीएस अफसरों के नामों पर मंथन किया जाएगा। बैठक में मुख्य सचिव के अलावा अपर मुख्य सचिव गृह डा. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक विवेक कुमार जौहरी शामिल हैं। समिति में एक आईपीएस अधिकारी राज्य के बाहर के होते हैं। इस बार छत्तीसगढ़ के स्पेशल डीजी आरके बिज को समिति में शामिल किया गया है। बीस साल की सेवा और 50 साल की आयु पूरी करने वाले फामूर्ले में एमपी के 127 आईपीएस अफसर आते हैं। बताते हैं कि अन्य अफसरों का सर्विस रिकार्ड रिकार्ड और मेडिकल फिटनेस बेहतर है, लेकिन तीन अफसरों पर तलवार लटकी हुई है।

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